आम आदमी पार्टी की शिकायत पर वेंटिलेटर घोटाले की लोकायुक्त जांच शुरू

  • प्रमुख सचिव शिक्षा आलोक कुमार को नोटिस, मांगा जवाब, हड़कंप
  • कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के बहाने वेंटिलेटर खरीद में जमकर हुआ था घोटाला
  • आम आदमी पार्टी लगातार उठा रही है मुद्दा, सरकार से पूछे थे कई सवाल

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में हुए वेंटिलेटर व अन्य चिकित्सा उपकरण खरीद घोटाले का मामला अब लोकायुक्त तक पहुंच गया है। आम आदमी पार्टी की शिकायत पर लोकायुक्त ने न केवल मामले की जांच शुरू कर दी है बल्कि प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब मांगा है। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के बहाने वेंटिलेटर खरीद में जमकर अनियमितता बरती गयी थी। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने लोकायुक्त से इस मामले की शिकायत की थी। शिकायत पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के बहाने चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार द्वारा टेंडर आदि प्रक्रिया को नजरअंदाज करके वेंटिलेटर समेत अन्य जीवन रक्षक उपकरण खरीद के मनमाने नियम बनाए गए थे। इनको आधार बनाकर प्रमुख सचिव की चहेती फर्म पीओसीटी के माध्यम से करोड़ों रुपये के उपकरण बाजार से कई गुना दामों पर खरीदने के आदेश जारी किए गए। आम आदमी पार्टी ने मय सबूतों के इसका खुलासा किया था। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी की ओर से समस्त सबूतों के साथ इसकी शिकायत लोकायुक्त में की गई। इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए लोकायुक्त ने आज आलोक कुमार (प्रमुख सचिव, चिकित्स शिक्षा)को नोटिस जारी किया है और उनसे आगामी 23 सितंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। लोकायुक्त जांच शुरू होने की सूचना से सरकार में हड़कंप मच गया है।

आप सांसद संजय सिंह ने दी थी तहरीर

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने प्रदेश की योगी सरकार पर चिकित्सकीय उपकरण खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए जुलाई में हजरतगंज कोतवाली में चिकित्सा मंत्री सुरेश खन्ना, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार सहित विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के निदेशक एवं मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य के खिलाफ तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की थी। उस समय उन्होंने कहा था कि बच्चों के वेंटिलेटर सहित तमाम चिकित्सकीय उपकरण खरीदने के नाम पर हुए इस घोटाले के सबूत उनके पास हैं और वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। संजय सिंह ने तहरीर में प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि जो वेंटिलेटर यूपी के केजीएमयू में 10 लाख रुपये में खरीदा जा रहा है वहीं उत्तर प्रदेश की सरकार दूसरे मेडिकल कॉलेजों में 22 से 37 लाख के बीच मनमाने दामों में खरीद रही है। इतना ही नहीं, मेडिकल से संबंधित अन्य उपकरण जो बाजार में सस्ते दाम पर मिल रहे हैं वही उपकरण उत्तर प्रदेश की सरकार 2 से 4 गुना महंगे दामों में खरीद रही है। एक ही कंपनी के वेंटिलेटर दो अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग दामों में खरीदा गये हैं, इसके सारे सबूत आम आदमी पार्टी के पास मौजूद हैं।

आम आदमी पार्टी बच्चों के लिए खरीदे गए वेंटिलेटर में किये गए घोटाले की तह तक जाएगी। इस मामले में लोकायुक्त ने जांच शुरू कर दी है। जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

वैभव माहेश्वरी, मुख्य प्रवक्ता, आप

कभी मुख्तार को माया ने बताया था गरीबों का मसीहा, अब पार्टी से निकाला

  • पहले भी मुख्तार के खिलाफ राजभर को उतार चुकी हैं मायावती पर नहीं मिली थी जीत
  • मऊ सीट से मुख्तार अंसारी का टिकट काटकर भीम राजभर को बनाया उम्मीदवार

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कभी मुख्तार अंसारी को गरीबों का मसीहा बताने वाली बसपा प्रमुख मायावती ने अब उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मायावती ने मऊ विधान सभा सीट से मुख्तार अंसारी का टिकट काटकर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को पार्टी का उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। मुख्तार के खिलाफ मायावती पहले भी भीम राजभर को आजमा चुकी हैं लेकिन वे मुख्तार को हरा नहीं सके थे। बसपा प्रमुख मायावती ने आज ट्वीट कर लिखा है कि बसपा का अगामी उत्तर प्रदेश विधान सभा और आम चुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मंडल की मऊ विधान सभा सीट से अब मुख्तार अंसारी के बजाय यूपी के बसपा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि जनता की कसौटी व उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।

2012 में मुख्तार-भीम थे आमने-सामने

मायावती 2012 के विधान सभा चुनाव में भीम राजभर को मुख्तार के खिलाफ टिकट देकर चुनाव लड़ाया था लेकिन जीत नहीं दिला सकी थी। उसी समय बसपा में रहे मुख्तार व अफजाल अंसारी ने बगावत कर कौमी एकता दल का गठन किया था। मुख्तार अंसारी कौमी एकता दल से चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की थी।

टिकट कटना तय था

यूपी के बांदा जेल में बंद मऊ सदर से विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के सपा में शामिल होने के बाद से ही माना जा रहा था कि मायावती मुख्तार परिवार से किनारा करेंगी। मुख्तार मऊ सीट से बसपा के टिकट पर जीते थे।

मिशन यूपी को धार देने लखनऊ पहुंचीं प्रियंका

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तैयारी पर पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ में अपने दो दिन के प्रवास में गहन मंथन करेंगी। प्रदेश मुख्यालय में प्रियंका ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित गोविन्द वल्लभ पंत की जयंती पर उनको नमन किया। इसके बाद बैठकों का दौर शुरू हुआ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा तथा विधान परिषद के नेता दीपक सिंह भी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि लखनऊ में अपने प्रवास के दौरान प्रियंका विधान सभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशियों का नाम भी तय करने पर नेता तथा कार्यकर्ताओं के साथ मंथन भी करेंगी। साथ ही हर गांव कांग्रेस अभियान की समीक्षा करेंगी। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button