चंपावत उपचुनाव जीते धामी, मुख्यमंत्री की कुर्सी बची

  • 55 हजार वोटों से जीते मुख्यमंत्री, कांग्रेस को मिली करारी हार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। देश के तीन राज्यों उत्तराखंड, केरल और ओडिशा विधानसभा में हुए उपचुनावों के नतीजों की स्थिति लगभग साफ हो गई हैं। अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी को एकतरफा जीत हासिल हो चुकी है। वहीं ओडिशा में सत्तारूढ़ पार्टी बीजद ही आगे है और केरल में कांग्रेस उम्मीदवार ने भी जीत हासिल कर ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के निर्मल गहतोड़ी को 55025 वोटों से मात दी। दरअसल, बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसमें बीजेपी को जीत मिली थी। हालांकि धामी खुद खटीमा से चुनाव हार गए थे। इसके बावजूद पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया। ऐसे में अब वे चंपावत विधानसभा सीट से उपचुनाव में मैदान में उतरे थे। इस सीट पर 31 मई को वोटिंग हुई थी। मुख्यमंत्री के खिलाफ लड़ रहीं कांग्रेस प्रत्याशी जमानत भी ना बचा सकीं। इस जीत के साथ ही जहां पुष्कर धामी ने अपनी कुर्सी बचा ली है तो खटीमा में मिली खटास भी दूर हो गई है। 13 चरण की कुल काउंटिंग में पुष्कर सिंह धामी को कुल 57268 वोट हासिल हुए। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को महज 3147 वोटों से संतोष करना पड़ा। सपा प्रत्याशी मनोज कुमार को 409 वोट मिले तो। निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गरकोटी को 399 और नोटा को 372 मत प्राप्त हुए। पुष्कर सिंह धामी ने इस जीत के साथ इतिहास रच दिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के नाम था, जिन्होंने 2012 के सितारंगज में हुए उपचुनाव में प्रकाश पंत को 39,954 वोटों से हराया था।

केरल में कांग्रेस उम्मीवार उमा थामस की जीत
केरल उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार उमा थामस ने जीत हासिल कर ली है। 31 मई को केरल के त्रिक्कारा में उपचुनाव हुआ था, जिसके लिए आज वोटों की गिनती की गई। कांग्रेस उम्मीदवार उमा थामस शुरू से ही आगे चल रहीं थीं। दो बार त्रिक्कारा से कांग्रेस विधायक पीटी. थामस का पिछले साल दिसंबर में निधन हो गया था, जिसके बाद चुनाव काफी जरूरी था। वहीं ओडिशा की बात करें तो पहले राउंड की वोटों की गिनती में यहां सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल की उम्मीदवार अलका मोहंती ने अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोड़ दिया है।

सोनिया के बाद प्रियंका गांधी भी कोरोना पॉजिटिव

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। अपनी मां सोनिया गांधी के कल कोरोना पॉजिटिव होने के बाद आज प्रियंका गांधी भी कोविड संक्रमित हो गई हैं। प्रियंका गांधी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि कोरोना के हल्के लक्षणों के साथ मेरा कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मैंने खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया है। मैं उन लोगों से अनुरोध करूंगा जो मेरे संपर्क में आए हैं, वे सभी आवश्यक सावधानी बरतें। बता दें कि हाल ही में प्रियंका लखनऊ में आयोजित नव संकल्प शिविर में शामिल हुईं थी। फिलहाल उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। अब उनके वायरस से संक्रमित होने के चलते चिंताएं बढ़ गई हैं और मीटिंग में शामिल अन्य नेताओं के भी संक्रमित होने का डर है। प्रियंका राजधानी लखनऊ में हो रहे नव संकल्प शिविर से भी जल्दी वापस चली गईं थी। देर रात वह सड़क मार्ग से दिल्ली निकल गई थी। हालांकि उस दौरान उनकी वापसी का का कारण नहीं बताया गया था।

यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री करेंगे प्रतापगढ़ का दौरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पांच जून को प्रतापगढ़ जाएंगे। डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार केशव का जनपद आगमन होगा। वहीं उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का भी आगमन जनपद में होगा। एक सप्ताह के अंदर दोनों उप मुख्यमंत्रियों के आगमन को लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पांच जून को लखनऊ से चलकर हेलीकाप्टर से सुबह 9:50 बजे प्रतापगढ़ पुलिस लाइन पहुचेंगे। वहां से शहर से सटे टेऊंगा कस्बे में स्थित भाजपा कार्यालय पर आयोजित बूथ सशक्तिकरण अभियान कार्यालय में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इसके बाद दोपहर 1:05 बजे विकास भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दोपहर 1:50 बजे पुलिस लाइन से लखनऊ के लिए रवाना होंगे। उप मुख्यमंत्री का कार्यक्रम आने के बाद अधिकारियोंं में खलबली मच गई है। तैयारियां भी शुरू हो गई है। प्रयागराज के जमुनापार में पेयजल संकट के लिए सांसद डा. रीता बहुगुणा जोशी ने समीक्षा बैठक की।

11 जून को ब्रजेश पाठक का संभावित आगमन
खास बात यह है कि एक हफ्ते के अंदर दोनों उप मुख्यमंत्री प्रतापगढ़ आ रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के 11 जून के आने की संभावना है। वे विकास भवन में अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज या किसी सीएचसी, पीएचसी का निरीक्षण कर सकते हैं।

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