चुनाव से पहले चढ़ा सियासी पारा, विकास के दावे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा

  • चुनाव से पहले चढ़ा सियासी पारा, विकास के दावे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा
  • विपक्ष ने दावे को बताया झूठ का पुलिंदा, पूछा, महंगाई व बेरोजगारी पर बात क्यों नहीं करती सरकार
  • केवल विज्ञापन से नहीं चलेगा काम, विभागवार कार्यों की सूची जारी करे योगी सरकार
  • सीएम योगी ने यूपी तक चैनल की बैठक में गिनाई थीं अपनी उपलब्धियां

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है प्रदेश की सियासत का पारा चढ़ता जा रहा है। विपक्ष हर मौके पर न केवल योगी सरकार को घेर रही है बल्कि उनके दावों पर सवालिया निशान भी लगा रही है। ताजा मामला यूपी तक न्यूज चैनल की बैठक में सीएम योगी के प्रदेश में किए गए विकास के दावे का है। इस बैठक में सीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो विपक्ष हमलावर हो गया। विपक्ष ने पूछा महंगाई और बेरोजगारी पर सरकार बात क्यों नहीं कर रही है। उसके दावे महज झूठ का पुलिंदा हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यूपी तक न्यूज चैनल की बैठक में दावा किया कि 2017 से पहले यूपी देश की छठी अर्थव्यवस्था था लेकिन आज देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इसके अलावा उन्होंने 4.50 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने, 1.61 करोड़ युवाओं को रोजगार के अलग-अलग कार्यक्रमों से जोडऩे और 60 लाख से ज्यादा उद्यमियों और हस्तशिल्पियों को रोजगार के साथ जोडऩे का दावा किया। यहीं नहीं उन्होंने दावा किया कि यूपी में तीन लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश हुआ है और ये सब बेहतर कानून व्यवस्था के कारण संभव हुआ। इन दावों के बाद विपक्ष ने योगी सरकार पर हमले तेज कर दिए। विपक्ष ने कहा कि सरकार ने साढ़े चार साल में कोई काम नहीं किया। यदि काम किया है तो विभागवार अपने कार्यों की सूची जारी कर दें। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र के दावों को भी पूरा नहीं किया। भाजपा सरकार ने जनता को धोखा दिया है। जनता भाजपा सरकार से पूरी तरह नाराज है और आने वाले चुनाव में उसे बाहर का रास्ता दिखाएगी।

ये भी किए दावे

सीएम ने दावा किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण-शहरी मिलाकर) के तहत 44 लाख लोगों को घर दिया गया। 2 करोड़ 61 लाख लोगों को व्यक्तिगत शैचालय उपलब्ध करवाया गया। कोरोना काल में 2020 में आठ महीने और इस साल मई से नवंबर तक 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का काम केंद्र और राज्य सरकार कर रही है। 1 करोड़ 38 लाख लोगों को सौभाग्य योजना के तहत बिजली के मुफ्त कनेक्शन दिए गए। 1 करोड़ 45 लाख लोगों को चूल्हा योजना के तहत रसोई गैस के मुफ्त कनेक्शन दिए। 5 एक्सप्रेस-वे पर काम हो रहा है।

चरम पर पंजाब कांग्रेस में घमासान, खतरे में अमङ्क्षरदर की कुर्सी

आज शाम तक बुलायी जा सकती है कांग्रेस विधायक दल की बैठक

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में घमासान चरम पर पहुंच चुका है। अमरिंदर सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने का फैसला कर लिया है। कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्ीफा देने को कह दिया। पिछले कई दिनों से उन्हें हटाने की तैयारी चल रही थी। अब आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए सीएम के बारे में फैसला होने की संभावना है। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने समर्थकों की बैठक को रद कर दिया है। पंजाब कांग्रेस भवन में हलचल तेज हो गई है। पंजाब के तीन बागी मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, चरणजीत सिंह चन्नी और सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब कांग्रेस भवन पहुंच गए हैं। पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे हैं। सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके कहा है कि उन्हें इस तरह की ह्यूमिलेशन बर्दाश्त नहीं है। अगर आज यह क्लेश खत्म नहीं हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने यह बात कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ से भी की है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। दूसरी ओर, यह भी चर्चा है कि कैप्टन ने सीएम पद से हटाने पर कांग्रेस छोडऩे की भी धमकी दी है। वैसे इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

चालीस विधायकों ने खोला था मोर्चा

तीन दिन पहले करीब 40 विधायकों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास जता दिया था। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि और भी कई विधायक उनके खिलाफ हैं लेकिन जब तक वह सीएम रहेंगे, कोई भी खुलकर उनके खिलाफ नहीं बोलेगा। ऐसे में विधायक दल की मीटिंग बुलानी जरूरी है जिसमें दो केंद्रीय पर्यवेक्षक भी हों।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button