झारखंड विधानसभा में हुआ कमरे का आवंटन, गूंज पहुंची बिहार की विधानसभा में

नई दिल्ली। झारखंड विधान सभा में नमाज की अदा करने के लिए अलग कमरा आवंटित करने का मामला तूल पकड़ रहा है और इसकी गूंज अब बिहार की राजनीति में भी सुनाई दे रही है। भाजपा विधायक और फायरब्रांड नेता हरि भूषण ठाकुर बचोल ने सोरेन सरकार के इस फैसले को तुगलकी करार दिया है और इसे समाज को बांटने वाला फैसला बताया है। इसके साथ ही उन्होंने यह मांग भी उठाई है कि झारखंड विधानसभा में नमाज की अदा करने के लिए एक कमरा आवंटित किया गया है, इसलिए मैं यह भी मांग करता हूं कि बिहार विधानसभा में भी हनुमान चालीसा पढऩे की अनुमति दी जाए। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी मांग की कि जब शुक्रवार को नमाज अदा करने के लिए छुट्टी दी जाती है तो फिर मंगलवार को हनुमान जी का पाठ करने की अनुमति भी दी जाए।
इससे पहले भी हरि भूषण ठाकुर बचोल अपने बयानों के लिए मशहूर रहे हैं, उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान मांग उठाई थी कि बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए, क्योंकि बिहार के कई जिलों में एक धर्म विशेष की आबादी तेजी से बढ़ रही है। और अगर यह गति बनी रही तो हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएंगे और बिहार में भी तालिबान जैसा शासन होगा।
कट्टर मुस्लिम नेता माने जाने वाले जदयू के एमएलसी गुलाम गौस ने झारखंड विधानसभा के इस फैसले को उचित नहीं ठहराया है। गुलाम गौस का कहना है कि इस तरह के कदम सही नहीं हैं। मुस्लिम धर्म के लोग कहीं भी नमाज पेश कर सकते हैं। इस तरह के कदम से अनावश्यक रूप से ध्यान आकर्षित होता है । जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार विधान सभा और विधान परिषद में नमाज अदा करने के लिए अलग से कमरा होना चाहिए तो उन्होंने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। हम कहीं भी जाकर नमाज अदा करेंगे। भाजपा विधायक के बयान पर भी गौस ने कहा कि इस तरह के बयान से माहौल खराब होता, इसलिए ऐसे बयानों से बचना चाहिए।

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