किसका होगा महाराष्ट्र और झारखंड, क्या होगा यूपी में

  • अन्य राज्यों के उपचुनाव नतीजों पर भी रहेगी सबकी निगाह
  • दोनों राज्यों में सक्रिय हुए सियासी दल, नेताओं के मिलने-जुलने का दौर भी शुरू
  • विपक्षी दलों ने कार्यकर्ताओं को किया आगाह, मतगणना स्थलों पर भाजपा पर
    रखें नजर
  • सीएम पद को लेकर महायुति में रार!

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कल यानी शनिवार 23 नवम्बर को महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनावों व यूपी समेत चार राज्यों के उपचुनाव के नतीजे आएंगे। अब कल ये पता चल जाएगा की एनडीए पर लोगों का विश्वास और कम हुआ है या इंडिया गठबंधन पर भरोसा बढ़ा है। उधर एक दिन पहले चुनावी राज्यों व क्षेत्रों में राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। कांग्रेस, सपा, शिवसेना-एनसीपी दोनों गुट व झामूमो अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। कुल मिलाकर कल सुबह आठ बजे वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और दोपहर होते-होते पिक्चर सामने आने लगेगी कि इन दोनों राज्यों में किसकी सरकार बनेगी। शुक्रवार को दोनों गठबंधनों के नेता एकदूसरे से मिलना शुरू कर दिये हैं । उधर महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल महायुति की जीत की ओर इशारा कर रहे हैं, इसको लेकर तमाम राजनीति दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया भी आ रही है। कोई इसे मान रहा है तो कोई नकार रहा है। इन सबके बीच शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठकारे व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने कार्यकर्ताओं से मतगणनाा स्थलों पर भाजपा पर कड़ी नजर रखने व सतर्क रहने को कहा है। शिवसेना की नेता डॉ. मनीषा कायंदे ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजे उत्साहवर्धक हैं, हम जो काम करते हैं उसपर लोग विश्वास करते हैं, तभी लोगों ने हमें वोट दिए हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर मनीषा कायंदे ने कहा कि हमारे पास मुख्यमंत्री पद की रस्सी नहीं है, हमने चुनाव से पहले भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया था, अजित पवार के बैनर उनके कार्यकर्ताओं की भावनाएं हैं और हमने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चेहरे पर चुनाव लड़ा है, इसके साथ शिवसेना नेता ने दावा किया कि कई निर्दलीय हमारे साथ हैं, कुछ निर्दलीय प्रत्याशी भी हमारे सिंबल पर चुनाव लड़े ह, महा विकास अघाड़ी निर्दलीय विधायकों को मजबूर कर रही है या प्रलोभन दे रही है, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने शिवसेना-यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर भी निशाना साधा। मनीषा कायंदे ने एग्जिट पोल पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के बयान को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नाना पटोले घुटनों को मोड़कर बैठे और कुछ घंटों तक इसका आनंद लेने दें। इसके अलावा उन्होंने शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत के बयान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर महाराष्ट्र में डिब्बा संस्कृति किसने शुरू की। प्रकाश आंबेडकर ने दो साल पहले उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन किया था, लेकिन राउत ने आंबेडकर का अपमान किया।

यूपी-राजस्थान में ये है हाल

यूपी में 9 सीटों जबकि राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ है। सटोरियों की मुताबिक, यूपी में बीजेपी को 5-6 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि सपा के खाते में 2-3 सीटें जा सकती हैं, उधर, राजस्थान मे फलोदी सट्टा बाजार बीजेपी के खाते में 5-6 सीटें जाने का अनुमान जता रहे हैं, जबकि कांग्रेस और अन्य को 1-1 सीट मिलने की उम्मीद है।

एग्जिट पोल हो जाएंगे फेल! फलोदी सट्टा बाजार के ताजा भाव ने सबको चौंकाया

चुनाव नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल ने सबको चौंका दिया है। ज्यादातर एग्जिट पोल महाराष्ट्र और झारखंड में एनडीए सरकार बनने की ओर इशारा कर रहे हैं, वहीं, अब फलोदी सट्टा बाजार ने चुनाव नतीजों को लेकर जो अनुमान जताया है वह और भी चौंकाने वाला है। कुछ सट्टेबाज एडीए पर बढ़त लगा रहे हैं तो कुछ इंडिया गठबंधन पर भाव लगा रहें है। हालांकि फलोदी सट्टा बाजार ने महाराष्ट्र में महायुति (एनडीए) की सरकार बनने का अनुमान जताया है, यहां महायुति गठबंधन को 143-146 सीटें मिलने का दावा किया गया है,जबकि बीजेपी को अकेले 90-93 सीटें मिलती दिख रही हैं, सट्टा बाजार में महायुति का भाव 40 पैसे का चल रहा है. जबकि महाविकास अघाड़ी का भाव 1 रुपये का है। इसी तरह झारखंड में भी फलोदी बाजार बीजेपी गठबंधन की सरकार बनाने के पक्ष में है, 81 सीटों वाले राज्य में एनडीए को 44-46 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है, झारखंड में भी एनडीए का भाव 40 पैसे है।

जयंत पाटील और थोराट ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात

रिजल्ट से पहले महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने अहम बैठक की। माना जा रहा है कि परिणाम से पहले एमवीए ने सभी पहलुओं पर चर्चा की हो। वइस मीटिंग के बाद एनसीपी शरद पवार गुट के जयंत पाटील और बालासाहेब थोराट उद्धव ठाकरे से मिलकर मातोश्री से निकले है। मीटिंग खत्म होने के बात ये सभी नेता उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री पहुंचे हैं। होटल हयात में चलने वाली एमवीए की मीटिंग खत्म होने के बाद शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत, शरद गुट के जयंत पाटील और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट एक ही गाड़ी से निकले।

छोटे दल और निर्दलीय प्रत्याशी भी सक्रिय

इस बार महाराष्ट्र व झारखंड में दोनों गठबंधन के घटक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है, लेकिन इस बार चुनावी मैदान में कई छोटे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों की मौजूदगी से राज्य की राजनीति में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। ऐसे में अब चर्चा है कि ये छोटे दल और निर्दलीय प्रत्याशी किसका साथ देंगे? अगर वंचित बहुजन आघाड़ी की करें तो यह पार्टी दलित और पिछड़े वर्ग के हितों की बात करती है, वंचित बहुजन आघाड़ी की ताकत विशेष रूप से मुंबई, नासिक और मराठवाड़ा क्षेत्र में देखी जा सकती है, इस पार्टी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर का दावा है कि उनकी पार्टी राज्य के सामाजिक और आर्थिक कमजोर वर्गों की आवाज बनेगी।

जो बहुमत में आएगा उसी का साथ देंगे : प्रकाश आंबेडकर

वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने बड़ा ऐलान कर दिया है। प्रकाश आंबेडकर ने कहा है कि जो भी सरकार बनाएगी उस बहुमत को समर्थन देकर वो साथ आएंगे चाहे फिर वो एमवीए हो या महायुति हो। वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर कहा, अगर कल वीबीए को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को समर्थन देने के लिए संख्या मिल जाती है, तो हम उसी के साथ रहना पसंद करेंगे जो सरकार बना सके। हम सत्ता में रहना चुनेंगे।

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