छह महीने में शानदार काम करके साबित किया सुजीत पांडेय ने कि यहां पुलिस कमिश्नरी बनाना था सही फैसला
- महज छह महीने के अंदर राजधानी में क्राइम का ग्राफ नीचे लुढक़ा
- 15 जनवरी से लागू हुई थी पुलिस कमिश्नरी की व्यवस्था
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करना योगी सरकार का सही फैसला था। यह कहना है पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय का। इस छह महीने में लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने प्रदेश सरकार को शानदार काम करके दिखा दिया कि किस तरह क्राइम के ग्राफ को कम किया जा सकता है। राजधानी में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के छह महीने पूरे हो चुके हैं। इस बदलाव ने शहर और आसपास होने वाले अपराधों के अंकगणित में भी बड़ा परिवर्तन किया है। 14 जनवरी 2020 को लखऊ में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया गया और 15 जनवरी को सुजीत पांडे पहले पुलिस कमिश्नर नियुक्त किए गए। सुजीत पांडेय बताते हैं कि जनवरी से लेकर जुलाई तक दिन-रात एक करके ट्रैफिक और जनसुनवाई के हर बिंदु पर काम किया गया। इसी वजह से महज छह महीने के अंदर लखनऊ से अपराध का ग्राफ नीचे आ गया है।
विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो तीन वर्षों के मुकाबले में लूट की वारदात में पिछले छह महीने के अंदर खासी कमी आई है। हालांकि एक कारण लॉकडाउन को भी माना जाता है। वहीं शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अब भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति चारबाग और अमीनाबाद इलाके की है। पुलिस ने इसे अब जाम मुक्त करने का बीड़ा उठाया है।
हाईकोर्ट ने यूपीपीसीएल एई परीक्षा 2019 में गड़बड़ी पर जवाब मांगा
- अधिवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने दोबारा इंटरव्यू लेकर परिणाम घोषित करने की मांग की
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा आयोजित सहायक अभियंता परीक्षा-2019 में गड़बड़ी के संबंध में उमेश मंगल द्वारा दायर याचिका पर 10 दिनों में जवाब मांगा है। जस्टिस अब्दुल मोईन की बेंच ने यह आदेश याची की अधिवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर तथा शासकीय अधिवक्ता को सुनने के बाद दिया।
नूतन ने कोर्ट को बताया कि इस परीक्षा में 200 अंक की लिखित और 25 अंक का इंटरव्यू था, जिसमें अभ्यर्थियों के अंक गोपनीय रखे गए। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार उमेश मंगल को लिखित परीक्षा में 154.3454 व इंटरव्यू में मात्र 3.1250 अंक मिले। जबकि उसका चयन यूपीएससी द्वारा आयोजित इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस में भी हो चुका है। एक अभ्यर्थी वीरेंद्र कुमार सिंह को लिखित परीक्षा में सर्वाधिक 158.1900 अंक और इंटरव्यू में शून्य अंक दिया गया। इसी प्रकार तमाम अन्य अभ्यर्थियों को लिखित में काफी अच्छे अंक के बाद भी इंटरव्यू में काफी कम अंक मिले और उनका चयन बहुत कम अंक से रह गया। अत: कोर्ट से दोबारा इंटरव्यू लेकर परिणाम घोषित करने की मांग डॉॅ. नूतन ठाकुर ने की है।
सीबीएसई का 10वीं का परिणाम घोषित
- अभिषेक और यशस्वी ने 98.4 प्रतिशत अंक लाकर बढ़ाया लखनऊ का मान
-4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। हालांकि इस साल 10वीं में भी मेरिट लिस्ट नहीं जारी होगी।
छात्र-छात्राएं सीबीएसई की वेबसाइट ष्ड्ढह्यद्गह्म्द्गह्यह्वद्यह्लह्य.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर अपने नतीजे देख सकते हैं। इस बार भी परिणाम में लखनऊ के मेधावी छाए रहे। शहर के रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल स्कूल के अभिषेक कुमार यादव ने 98.4 प्रतिशत हासिल कर शहर का मान बढ़ाया है। वहीं लखनऊ पब्लिक स्कूल की यशस्वी चौधरी ने 98.4 प्रतिशत हासिल किया। वहीं, लखनऊ पब्लिक स्कूल एंड कॉलेजे की छात्रा सारा सिंह ने 98.2 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसी तरह आरएलबी विकास नगर सेक्टर-14 की दिव्या त्रिपाठी ने 97.80 फीसद हासिल किए। लखनऊ पब्लिक स्कूल एंड कॉलेजे वृंदावन शाखा की आयुषी अवस्थी और मिलेनियम स्कूल की अनीशा मोटियानी ने 97.6 प्रतिशत हासिल किए। जानकीपुरम निवासी डीपीएस के कबीर खान ने 92.2 प्रतिशत हासिल किए।