पंचायत चुनाव परिणामों से क्या प्रभावित होगा राजस्थान में कैबिनेट का विस्तार
नई दिल्ली। लगता है कांग्रेस और कलह एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं। अगर कोई राजनीतिक संकट रुकने का नाम लेता है तो फिर आपसी विवाद के कारण एक और राजनीतिक तूफान सामने आता है। जिला परिषद चुनाव में इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुटों के बीच मतभेद मुखर हो गए हैं। बहुमत के बावजूद जयपुर जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस की हार क्रॉस वोटिंग का नतीजा है। गहलोत समर्थकों का आरोप है कि क्रॉस वोटिंग पायलट के समर्थकों ने की है।
इन राजनीतिक आरोपों के बीच कांग्रेस एक साल पहले के राजनीतिक संकट के मुहाने पर एक बार फिर खड़ी है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थक वेद प्रकाश सोलंकी पर कांग्रेस के खिलाफ क्रॉस वोटिंग कर भाजपा को जीत दिलाने का आरोप है।
जयपुर ऑब्जर्वर पूर्व प्रदेश महासचिव मुमताज मसीह ने आरोप लगाया है कि वेद सोलंकी ने पार्टी के साथ धोखा किया है और उन्होंने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को लिखित रिपोर्ट सौंपी है। पिछले 24 घंटे में कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग को लेकर गेहलोत और पायलट कैंप एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं।
दरअसल, दोनों गुट कोई मौका नहीं छोडऩा चाहते। पहले कोरोना काल में राजनीतिक बयानबाजी के बाद से दोनों गुटों के नेताओं के बीच खाई बढ़ गई है। कांग्रेस आलाकमान के राजदूतों ने इसे पाटने की कोशिश की है, लेकिन उन्हें पूरी सफलता नहीं मिल रही है। आपसी हमलों का दौर जारी है। सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और युवा एवं खेल मंत्री अशोक चांदना ने बयान दिया। इसके बाद पायलट समर्थक इंद्रराज गुर्जर और रामनिवास गावडिय़ा ने जवाबी कार्रवाई की।
गहलोत सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि कुछ जयचंद भाजपा के हाथों की कठपुतली हैं। कांग्रेस में रहकर भाजपा का काम कर रहे हैं। ये लोग कांग्रेस में रह चुके हैं, लेकिन भाजपा का काम कर रहे हैं। इन्हें पहले कोरोना पीरियड में ही भाजपा के हाथों बिके हुए हैं। एक साल पहले आलाकमान और मुख्यमंत्री ने भूल जाओ और माफ करो नीति के तहत बड़े मन से सभी का स्वागत किया था। इसके बाद भी अगर पार्टी के साथ इस तरह की धोखाधड़ी होती है तो फिर शिकायत जरूर इस हद तक चली जाएगी।
खेल मंत्री अशोक चांदना के हमले के बाद पायलट समर्थक भी कहां पीछे रहने वाले थे। विराट नगर विधायक और सचिन समर्थक इंद्रराज गुर्जर ने कहा कि जैसलमेर में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद जिला प्रमुख क्यों नहीं बन सके और क्रॉस वोटिंग क्यों हुई, उस समय जयचंद कौन थे? खेल मंत्री अशोक चांदना को इसका जवाब जरूर देना चाहिए।