भंडारगृहों से बढ़ेगी किसानों की आय समाप्त होगी कालाबाजारी: सीएम योगी

  • मुख्यमंत्री ने 37 गोदामों का ऑनलाइन किया शिलान्यास

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश राज्य भंडारागार निगम सहकारिता विभाग द्वारा निर्मित कराए जा रहे 37 गोदामों का ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इन भंडारण गृहों के माध्यम से उत्तर प्रदेश में हर मंडी और जनपद में नई सोच के अनुसार भंडारगृहों की स्थापना कर किसानों की आमदनी को बढ़ा पाएंगे। मंडियों के माध्यम से, कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से, हर गांव, पंचायत में स्वयं सहायता समूहों को आगे कर स्टोरेज क्षमता को विकसित करेंगे तो इसका लाभ सामान्य जन को तो होगा ही, किसान भी इससे लाभान्वित होंगे और कालाबाजारी की समस्या भी समाप्त होगी।
उन्होंने कहा कि अक्सर यह देखने में आता है कि जब भी हम किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की बात करते हैं, तो स्टोरेज का प्रश्न उठता है। जहां पर स्टोरेज नहीं है, वहां उत्पाद तो खरीद लिए जाते थे लेकिन बारिश या अन्य कारणों से वह उत्पाद खराब हो जाते थे। जैसे ही सरकार ने शपथ ग्रहण किया उसके सामने गेहूं क्रय की कार्रवाई शुरू करने की चुनौती थी। जब हमने यह कार्रवाई प्रारम्भ की तो लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि सरकार भी किसानों से उनके उत्पाद को खरीदेगी। मार्च, 2017 में जब हमारी सरकार आई, उस समय हमारे सामने यह चुनौती थी कि किसानों से गेहूं खरीदेंगे तो उसे रखेंगे कहां क्योंकि हमारे पास स्टोरेज क्षमता नहीं थी मैं इसकी उपयोगिता इसलिए भी समझ सकता हूं क्योंकि अगर किसानों की आय को दोगुना करना है, तो हमें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की कार्रवाई को आगे बढ़ाना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में मंडी समिति के साथ उ.प्र. राज्य भंडारण निगम ने जो एमओयू किया था, उस क्रम में 37 भंडारण गृहों की स्थापना के शिलान्यास कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है। कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर में अन्नदाता किसानों के लिए भंडारण गृहों की आवश्यकता का महत्व हम अच्छी तरह समझ सकते हैं। प्रदेश में निर्मित हो रहे भंडारण गृहों की उपयोगिता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि कोरोना कालखंड में प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा की थी। कोरोना कालखंड में भी हम सब अन्नदाता किसानों के हित के लिए नई-नई योजनाओं को लेकर आगे बढ़ेंगे।

काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी का निधन, पीएम मोदी ने बनाया था अपना प्रस्तावक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी का आज सुबह निधन हो गया। वाराणसी के ही निजी अस्पाताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। जांघ में घाव के कारण कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था। निधन की खबर मिलते ही उनके त्रिपुरा भैरवी घाट स्थित निवास पर लोगों की भीड़ जुट गई। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगदीश चौधरी को अपना प्रस्तावक चुना था।
वाराणसी में अंतिम संस्कार मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर होता है। दोनों घाटों पर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी डोम समाज के पास है। काशी में इस प्रमुख जिम्मेदारी को निभाने के कारण इन्हें डोम राजा कहा जाता है। पीएम मोदी का प्रस्तावक बनने के बाद जगदीश चौधरी ने कहा था कि अब हमारे समाज को अलग पहचान मिली है। पहली बार किसी राजनीतिक दल ने हमें यह पहचान दी है। हम बरसों से लानत झेलते आए हैं। हालात पहले से सुधरे जरूर हैं, लेकिन समाज में हमें पहचान नहीं मिली है और प्रधानमंत्री चाहेंगे तो हमारी दशा जरूर बेहतर होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि नेता वोट मांगने आते हैं लेकिन बाद में कोई सुध नहीं लेता। जगदीश चौधरी ने पीएम मोदी का प्रस्तावक बनने पर गर्व जताते हुए कहा था कि यह पूरी बिरादरी के लिए गर्व की बात है कि मैं प्रधानमंत्री का प्रस्तावक बन सका। हम समाज में पहचान पाने को तरस गए हैं। उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी जीतने के बाद हमारी पीड़ा समझेंगे और हमें वह दर्जा समाज में दिलाएंगे जिसकी शुरुआत आज हुई है।

अब प्रेमी का पेड़ से लटका मिला शव, ऑनर किलिंग का शक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ के बंथरा क्षेत्र से सोमवार को प्रेमिका का शव मिलने के बाद आज प्रेमी का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला। दोनों मृतकों के परिवारीजनों ने रविवार को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।
शिवम (16) पुत्र महेश निवासी भौकापुर का मजरा लाउखेड़ा का शव गांव के बाहर पंजाब ईंट भट्ठा के पास चिलवल के पेड़ से पट्टी के सहारे लटकता मिला। सोमवार को उसकी प्रेमिका सविता 18 वर्ष पुत्री रज्नलाल का शव भी उसी के घर से करीब 50 मीटर दूर जामुन के पेड़ से लटकता पाया गया था। सविता और शिवम दोनों रविवार को घर से भाग गए थे। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम में लडक़ी की पीएम रिपोर्ट हैंगिग आई है। वह शिवम द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात कह रही है।

राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश गुप्ता ने कहा महासचिव हिमाबिंदु नायक कर रहीं शानदार काम

  • राहत सामग्री को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
  • हिमाबिंदु ने लोगों से सहयोग करने की अपील की

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। इंडियन रेडक्रास सोसाइटी, उत्तर प्रदेश राज्य शाखा द्वारा बाढ़ से प्रभावित प्रदेश के 20 जिलों में राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में आज बाढ़ से प्रभावित आठ जिलों में राहत सामग्री राजभवन से महेश गुप्ता अपर मुख्य सचिव राज्यपाल, उप्र द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
महेश गुप्ता अपर मुख्य सचिव राज्यपाल उप्र ने कहा कि नव नियुक्त महासचिव डा. हिमाबिन्दु नायक ने अल्प काल में जनमानस तक रेडक्रास के माध्यम से राहत सामग्री व सहायता पहुंचाने का कार्य किया है जो प्रशंसनीय है और उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि आगे भी ऐसे ही राहत कार्य होते रहेंगे। महासचिव ने बताया कि प्रथम चरण में कुल 8 जिलों सीतापुर, देवरिया, लखीमपुर, बस्ती, आजमगढ़, बलिया, फैजाबाद व गोंडा में राहत सामग्री भेजी जा रही है, राहत सामग्री में एक जार मास्क, एसार्टेड क्लाथ-200, किचन सेट-75, तारपोलिन-100, मच्छरदानी-100, प्लास्टिक बाल्टी-100, जेन्टस धोती-50, काटन कम्बल-50 व 25 साड़ी हैं। दूसरे व तीसरे चरण में शेष सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत सामग्री भेजी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि रेडक्रास द्वारा कोरोना महामारी के समय में भी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलो में मास्क, सेनेटाइजर, फेंस शील्ड, ग्लब्स आदि राहत सामग्री भेजने का कार्य किया गया जो आज तक निरन्तर जारी है। महासचिव डा. हिमाबिन्दु नायक ने इस अवसर पर जनता से अपील की है कि ऐसे सामाजिक सहायता के कार्यो में स्वेच्छा से अपना योगदान दें और अधिक से अधिक लोग रेडक्रास से जुड़े, जिससे सामाजिक कार्यो को गति मिल सके। इस अवसर पर संस्था के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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