बांग्लादेश में भारत के 4 राजनयिकों पर हमला

बांग्लादेश में बढ़ती अशांति के बीच भारतीय राजनयिक मिशनों पर रात भर हमले हुए। जुलाई विद्रोह के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद बांग्लादेश में रात भर व्यापक अशांति फैली रही। बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों की एक लहर देखी गई जो तेजी से हिंसा में तब्दील हो गई। ढाका, राजशाही और चटगांव में स्थित भारतीय मिशनों को निशाना बनाया गया और उनके द्वारों पर पत्थरबाजी की घटनाएं भी हुईं। हमलों में कोई भी भारतीय राजनयिक या अधिकारी घायल नहीं हुआ और सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं।
हमलों से कुछ दिन पहले भारत ने सुरक्षा संबंधी चिंताएं जताई
ये हमले नई दिल्ली द्वारा ढाका से अपने दूतावासों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुए हैं। भारत ने बुधवार को बांग्लादेश के राजदूत रियाज हामिदुल्लाह को तलब किया था और ढाका स्थित भारतीय दूतावास के आसपास असुरक्षा का माहौल पैदा करने की कुछ चरमपंथी तत्वों की योजनाओं पर अपना विरोध दर्ज कराया था। नई दिल्ली ने बांग्लादेश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर भी अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की थी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत बांग्लादेश में हाल ही में हुई कुछ घटनाओं के संबंध में चरमपंथी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही झूठी कहानी को पूरी तरह से खारिज करता है। हामिदुल्लाह को तलब किए जाने के तुरंत बाद मंत्रालय ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंतरिम सरकार ने न तो गहन जांच की है और न ही इन घटनाओं के संबंध में भारत के साथ कोई ठोस सबूत साझा किए हैं।
बांग्लादेश में क्या हो रहा है?
शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार देर रात बांग्लादेश के दो प्रमुख समाचार पत्रों के कार्यालयों पर धावा बोल दिया और शेख मुजीबुर रहमान के आवास में तोड़फोड़ की। जुलाई विद्रोह के एक प्रमुख नेता हादी को पिछले सप्ताह गोली मार दी गई थी और सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पिछले साल के हिंसक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (एसएडी) के एक बड़े सहयोगी दल, नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने गुरुवार रात भारत विरोधी नारे लगाते हुए आरोप लगाया कि हादी के हमलावर हत्या करने के बाद भारत भाग गए। उन्होंने अंतरिम सरकार से अपील की कि जब तक हमलावरों को वापस नहीं लाया जाता, तब तक भारतीय उच्चायोग को बंद रखा जाए।
भारत सरकार ने एडवाइजरी दी
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय छात्रों से यात्रा से बचने की अपील की है।

Related Articles

Back to top button