लॉरेन्स मामले में डेढ़ साल बाद एक्शन, अधिकारियों पर गिरी गाज
नई दिल्ली। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में बड़ा एक्शन लिया है। भगवंत मान सरकार ने डेढ़ साल के बाद एक बड़ा कदम उठाया है। भगवंत मान सरकार ने डीएसपी गुरशेर सिंह संधू समेत छह अन्य पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया है। लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू आयोजित करने में ये सभी अधिकारी दोषी पाए गए है। 3 अप्रैल 2022 को ये इंटरव्यू लिया गया था।
इन सभी आरोपियों को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू आयोजित करने के मामले में दोषी पाया गया है। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई उस समय पुलिस स्टेशन सीआईए, खरड में सजा काट रहा था। वहीं इन अधिकारियों को सरकार ने ड्यूटी में कोताही बरतने, लापरवाही करने के आरोप में बर्खास्त किया है।
लगभग डेढ़ साल पहले लॉरेंस का इंटरव्यू हुआ था, जो एक टीवी चैनल पर आया था। ये इंटरव्यू काफी वायरल हुआ था। पंजाब सरकार ने इस इंटरव्यू के बाद काफी शर्मिंदगी झेली थी। ऐसा ही हाल पुलिस महकमे का भी हुआ था। इस मामले में अब पंजाब सरकार ने एक्शन लेते हुए डीएसपी स्पेशल ऑपरेशन सेल गुरशेर सिंह संधू, समर वनीत, पीपीएस, डीएसपी, सब इंस्पेक्टर रीना, सीआईए, खरड़, सब इंस्पेक्टर (एलआर) जगतपाल जांगू, एजीटीएफ, सब इंस्पेक्टर (एलआर) शगनजीत सिंह, एएसआई मुख्तियार सिंह, एचसी (एलआर) ओम प्रकाश शामिल है।
पंजाब के गृह विभाग ने पंजाब मानवाधिकार आयोग के विशेष डीजीपी परबोध कुमार के नेतृत्व में बनाई गई विशेष जांच दल की रिपोर्ट में सात पुलिस कर्मियों को दोषी पाया था। पंजाब सरकार ने रिपोर्ट आने के बाद ही अधिकारियों के सस्पेंशन के आदेश जारी किए है।