जेपीसी अध्यक्ष जगदम्बिका पाल कर रहे मनमानी!
कई सदस्यों ने लगाया आरोप, वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 के लिए बनाई गयी है कमेटी
विधेयक के विरोध में बोलने वालों को नहीं दिया जा रहा है मौका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 को लेकर बनाई गई जेपीसी की बैठक में लगता है बस जूते—लाते चलना बाकी है। बाकी सबकुछ वैसे ही हो रहा है जैसा अक्सर सदन में जनता को देखने को मिलता है। जेपीसी के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। इस तरह के आरोप इससे पहले कभी किसी कमेटी के अध्यक्ष पर नहीं लगे।
दरअसल वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 के विरोध के बाद इस मुददे पर ज्वाइंट पालियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) का गठन किया गया था और उसके अध्यक्ष जगदम्बिका पाल बनाये गये थे। कमेटी काम सभी पक्षों को सुनने के बाद इस विधयेक पर अपनी रिपोर्ट पेश करना था। उसी रिपोर्ट के आधार पर सरकार इस विधेयक के पास कराने या फिर सदन के पटल से हटाने के लिए निर्णय लेगी।
विपक्षी सांसदों ने स्पीकर ओम बिरला से की शिकायत
पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच लगातार जारी तकरार मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तक भी पहुंच गई। जेपीसी में शामिल कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, आप और सपा के विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल के व्यवहार की शिकायत की है। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के दौरान यह आरोप लगाया कि जेपीसी के चेयरमैन मनमाने तरीके से बैठकें बुला रहे हैं और ऐसे लोगों एवं संगठनों को पक्ष रखने का मौका दिया जा रहा है जो इस मामले के स्टेकहोल्डर्स ही नहीं हैं।
प्रस्तावित हैं यह बदलाव
परिषद और बोर्डों की संरचना में बदलाव
वक्फ़ बनाने के मानदंडों में बदलाव
वक्फ़ संपत्ति की पहचान करने में बोर्ड की शक्तियों में बदलाव द्द ट्रिब्यूनल के आदेशों को अंतिम मानने वाले प्रावधानों को हटाना द्द ट्रिब्यूनल के आदेशों के ख़िलाफ़ 90 दिनों के भीतर उच्च न्यायालय में अपील की जा सकेगी
केंद्र सरकार को पंजीकरण, वक्फ़ के खातों का प्रकाशन, और वक्फ़ बोर्ड्स की कार्यवाही का प्रकाशन करने का अधिकार
विरोध में बोलने का नहीं दिया जा रहा है मौका
विपक्षी सांसदों का यह भी आरोप है कि एक तरफ ऐसे लोगों और संगठनों को लगातार बोलने का मौका दिया जा रहा है, जिनका वक्फ से कोई लेना-देना नहीं है, दूसरी तरफ विपक्षी सांसदों को तैयारी करने और बोलने का उचित मौका नहीं दिया जा रहा है।
अति संवेदनशील है विधेयक
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024, वक्फ़ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने का एक विधेयक है। इसका मकसद वक्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन और नियमन में आने वाली समस्याओं को दूर करना है। इस विधेयक के जरिए वक्फ बोर्ड के कामकाज में सुधार लाने और वक्फ संपत्तियों का कुशल प्रबंधन सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
सिद्धारमैया लोकायुक्त पुलिस के समक्ष पेश
मुडा मामले में पूछताछ के लिए कांग्रेस ने समर्थन में रैली निकाली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) साइट आवंटन मामले में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में बुधवार (6 नवंबर) को मैसूर में लोकायुक्त पुलिस के समक्ष पेश हुए हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) साइट आवंटन मामले में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में बुधवार (6 नवंबर) को मैसूर में लोकायुक्त पुलिस के समक्ष पेश हुए हैं। लोकायुक्त पुलिस ने पहले मुख्यमंत्री को एक समन जारी कर मुआवजा स्थलों के विवादास्पद आवंटन में उनकी संलिप्तता पर स्पष्टीकरण मांगा था।
इससे पहले मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धारमैया ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि करते हुए कहा, मैं कल सुबह 10 बजे जा रहा हूँ। उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। पुलिस ने 25 अक्टूबर को उनकी पत्नी से पूछताछ की थी, जिन्हें आरोपी नंबर 2 बनाया गया है। लोकायुक्त पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आरोपी नंबर 1 के रूप में नामित सीएम पर मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (रूष्ठ्र) द्वारा उनकी पत्नी पार्वती बी एम को 14 साइटों के आवंटन में अवैधता के आरोप हैं।
मोदी और शाह के जमाने में राजनीति का स्तर गिरा: राउत
बोले- शरद पवार के चुनाव न लडऩे के पीछे ये है बड़ा कारण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एनसीपी-एसपी नेता शरद पवार ने भविष्य में चुनाव न लडऩे के संकेत दिए हैं। इस पर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है, शरद पवार ने पहले भी कहा था कि वह चुनाव नहीं लडऩा चाहते हैं, लेकिन हमारे जैसे जो लोग हैं, उनके साथी हैं, वह उन्हें आग्रह करते आए हैं कि आप इस तरीके से रिटायर नहीं हो सकते।
कुछ बातें इस देश में हुई हैं, मोदी और शाह के जमाने में राजनीति का स्तर इतना गिर चुका है कि शरद पवार को राजनीति रास नहीं आती। शायद उनको लगता है कि रुकना चाहिए, लेकिन अब हम उन्हें रुकने नहीं देंगे। वह हमारे मार्गदर्शक हैं। इस देश में उनकी तरह 60 साल का राजनीतिक अनुभव किसी के पास नहीं है। संजय राउत ने कहा कि राजनीति हो, गठबंधन की राजनीति हो, चाहे कृषि क्षेत्र हो, एजुकेशन का फील्ड हो सभी क्षेत्रों में शरद पावर का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है।
हरदोई में भीषण सडक़ हादसा, 10 की मौत
पांच लोगों की हालत गंभीर सीएम योगी ने जताया दुख अधिकारियों को दिए निर्देश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हरदोई। हरदोई जिले के बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र में एक टेम्पो अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में दस लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि हादसा रोशनपुर के पास बिल्हौर-कटरा स्टेट हाईवे पर हुआ है। यहां एक डीसीएम के अचानक सामने आने से टेम्पो अनियंत्रित होकर पलट गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, रोशनपुर गांव के पास सामने से आ रहे डीसीएम के कारण टेम्पो अनियंत्रित होकर पलट गया। टेम्पो में सवार लोगों में से सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया। बिलग्राम क्षेत्र में हुए भीषण सडक़ हादसे का सीएम योगी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही, अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं और घायलो के समुचित उपचार की व्यवस्था करवाने के लिए कहा है।
मृतकों में पांच महिलाएं और दो बच्चियां व एक बच्चा शामिल
घटना में टेम्पो सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए है। मृतकों में पांच महिलाएं, दो बच्चियां, एक बच्चा और दो पुरुष शामिल हैं। घायलों और शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलग्राम भेजा गया है। घटना की जानकारी पर पुलिस अफसर घटनास्थल के लिए जिला मुख्यालय से रवाना हो गए हैं। वहीं, घटना के बाद से डीसीएम का चालक व हेल्पर मौके से फरार हो गए। पुलिस मृतकों की पहचान कराने की कोशिश में जुटी हुई है।
वाह रे यूपी पुलिस! मंत्री की एफआईआर दर्ज करने में लगा दिये दो महीने
दो सितंबर की घटना की 5 नवम्बर को एफआईआर
ओपी राजभर के फ्लैट से लाखों की चोरी, बेटे का ड्राइवर गिरफ्तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी की कानून व्यवस्था किस हाल में है इसको एक खबर से जाना जा सकता है। दरअसल, मंत्री ओपी राजभर के डायमंड अपार्टमेंट पुराना किला सदर स्थित फ्लैट से लाखों की चोरी हो गई। दो सितंबर की घटना की रिपोर्ट हुसैनगंज कोतवाली में 5 नवम्बर को मंगलवार को दर्ज की गई। यह भी तब हुआ जब मंत्री के बेटे अरविंद राजभर के चालक को चोरी के माल के साथ अंबेडकर नगर से पकड़ा गया। इस पूरे मामले में लखनऊ और अंबेडकर नगर की पुलिस कुछ भी बोलने से कतरा रही हैं।
मूलरूप से बलिया निवासी संजय राजभर की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। संजय का कहना है कि वह 10 वर्षों से अरविंद राजभर के यहां चालक की नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने मेदांता अस्पताल में मुंह के कैंसर का ऑपरेशन कराया था। छुट्टी के बाद वह पत्नी संग मंत्री के फ्लैट पर वापस आ गए थे और इलाज करवा रहे थे। संजय के मुताबिक दो सितंबर को सुबह नौ बजे मंत्री के यहां काम करने वाला एक अन्य चालक अंबेडकर नगर में जगदीशपुर के ग्राम मोहिउद्दीनपुर निवासी रामजीत राजभर डायमंड अपार्टमेंट आया था। आरोप है कि रामजीत ने पूछा था कि वह फ्लैट में कब तक रुकेगा। संजय ने बताया था कि वह इलाज के लिए जा रहे हैं और शाम तक आ आएंगे। रात में 09.56 बजे रामजीत ने फोन कर फ्लैट की चाबी के बारे में पूछा था। संजय का कहना है कि जब वह फ्लैट पर लौटे तो सारा सामान बिखरा था।
कैंसर के इलाज के लिए इकट्ठा की थी रकम : संजय
संजय का कहना है कि कमरे से उनके बैग में रखे 2.75 लाख रुपये, पत्नी की सोने की चेन, दो अंगूठी गायब थी। पीडि़त ने रामजीत को फोन मिलाया तो उसका नंबर बंद मिला। पीडि़त ने इसकी सूचना पुलिस को दी। तहरीर भी दी गई थी, लेकिन तब रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। पीडि़त ने रामजीत के साथी धानीगांव, महाराजगंज निवासी गोरख साहनी से संपर्क किया तो उसने रकम और जेवर दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में उसने भी फोन बंद कर लिया। पीडि़त की तहरीर पर अब रामजीत और गोरख के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। गोरख खाना बनाने का काम करता है।