राहुल गांधी ने कर दिया मोदी के नारे का पोस्टमार्टम, ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का दिखाया कांग्रेसी वर्जन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगरमी जोरों पर है... सभी पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए है...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगरमी जोरों पर है… सभी पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए है… और आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है… बीजेपी के नेता नफरती नारों के साथ चुनाव प्रचार कर रहें है…. तो वहीं महाविकास अघाड़ी किसानों, गरीबों, महिलाओं और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में डटी है… इस बीच नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चुनाव प्रचार की बागडोर संभाल रखी है…. और बीजेपी की नीतियों को लेकर मोदी को जमकर घेरा है… बता दें कि पीएम मोदी के नारे एक हैं… तो सेफ का हैं पोस्टमार्टम करते हुए राहुल गांधी ने मोदी की सारी सच्चाई और उनकी सोंच को जनता के सामने लाकर रख दिया है..,.. और राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा कि उनको (मोदी) को जनता को यह बताना चाहिए कि एक रहने से कौन सेफ है… यह प्रधानमंत्री को बताना चाहिए…. वहीं राहुल ने जोर देते हुए कहा कि पूरे देश को पता है कि मोदी के संरक्षण में कौन सेफ है… कौन सेफ नहीं है… मोदी किसी भी चुनाव प्रचार में जनता के हित को लेकर बात नहीं करते हैं…. वो सिर्फ जनता को तोड़ने की बात करते हैं…. बता दें कि इन सभी के बीच कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे हमला बोला है…. राहुल ने बीजेपी के चुनावी नारे ‘एक हैं तो सेफ हैं’ को लेकर बीजेपी को घेरा है…. और इसका धारावी प्रोजेक्ट से कनेक्शन जोड़ा….. राहुल ने एक तिरोजी खोली और पोस्टर लहराए…. राहुल का कहना था, धारावी का भविष्य सेफ नहीं है….. सवाल ये है कि सेफ कौन है….. वहीं इस प्रोजेक्ट से धारावी की जनता को नुकसान होगा….
आपको बता दें कि राहुल गांधी मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे….. राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान एक अलमारी से पर्दा उठाया…. और उसका लॉक खोला…. इस अलमारी से राहुल ने पोस्टर निकाले…. पोस्टर में धारावी का नक्शा बना था…. राहुल गांधी ने तस्वीर दिखाकर धारावी प्रोजेक्ट पर सवाल खड़े किए…. बता दें कि राहुल गांधी का कहना था…. कि महाराष्ट्र चुनाव विचारधाराओं का चुनाव है…. और एक- दो अरबपतियों और गरीबों के बीच का चुनाव है…. अरबपति चाहते हैं कि मुंबई की जमीन उनके हाथ में जाए… अरबपति चाहते हैं कि मुंबई की ज़मीन उनके हाथ में चली जाए…. अनुमान है कि एक अरबपति को एक लाख करोड़ रुपये दिए जाएंगे…..
बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सोच है कि महाराष्ट्र को, महाराष्ट्र के किसानों को, गरीबों को, बेरोजगारों को, युवाओं को मदद की जरूरत है…. हम हर महिला के बैंक खाते में तीन हजार जमा करेंगे…… महिलाओं और किसानों के लिए बस यात्रा मुफ्त होगी…. तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा….. सोयाबीन के लिए सात हजार रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी दी जाएगी…. अभी हम तेलंगाना, कर्नाटक में जाति जनगणना करवा रहे हैं…. हम महाराष्ट्र में भी कराएंगे…. जिससे राज्य की जनता का देश में भागीदारी तय की जाएगी… बता दें कि देश की जनता को बराबर का लाभ नहीं मिल पा रहा है… सभी की बराबर की भागीदारी नहीं है…. वहीं जनता की बराबर की भागीदारी के लिए जाति जनगणना कराना सबसे जरूरी मुद्दा है… बिना गणना के सभी की बराबर भागीदारी संभव नहीं है….
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में बेरोजगारी और महंगाई मुख्य मुद्दा है…. हमारा ध्यान महिलाओं, युवाओं और किसानों पर है…. कर्नाटक और तेलंगाना में जाति जनगणना को महाराष्ट्र में भी दोहराया जाएगा…. पचास फीसदी आरक्षण की बाधा हम दूर करेंगे…. पच्चीस लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा हमारी सरकार देगी…. दो लाख पचास हजार सरकारी नौकरियों में भर्ती की जाएगी…. ये देश के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं….. हमने सोयाबीन की फसल की एमएसपी… और दरों के लिए सभी गणनाएं कर ली हैं…. हम वही देंगे जो वादा किया गया है…. राहुल का कहना था कि मोदी जी ने नारा दिया ‘एक है तो सेफ हैं’. उसके बाद राहुल ने धारावी पुनर्विकास का नक्शा दिखाया…. राहुल का आरोप है कि नारे का मतलब है मुंबई की किस्मत निशाने पर है…. आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि धारावी पुनर्विकास अनुचित है…. और यह सिर्फ एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है….. टेंडर प्रक्रिया कैसे शुरू की जा रही है…. सिर्फ एक व्यक्ति को भारत के सभी बंदरगाह, एयरपोर्ट और पैसा दिया जा रहा है…. हमें इस पर आपत्ति है…. सभी बड़े प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से छीनकर दूसरों को दे दिए गए हैं…. कुल सात लाख करोड़ के प्रोजेक्ट… और पांच लाख नौकरियां आपसे छीन ली जाती हैं….
आपको बता दें कि राहुल गांधी के विचार को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है…. जिसको देखकर बीजेपी बौखलाई हुई है…. और बीजेपी नेता अपनी सभाओं में खाली कुर्सियां देखकर पबेलियन वापस आ गए है…. और उनके कारिंदे चुनाव प्रचार करने में जुटे है,… मोदी, योगी और शाह से जनता ने किनारा कर दिया है… योगी आदित्यनाथ के बयान का महाराष्ट्र में कोई असर देखने को नहीं मिला… और उनके द्वारा दिए गए नारे का बड़े पैमाने पर विरोध होने लगा… बीजेपी के नता भी योगी के नारे का जमकर विरोध करने लगे…. और डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी योगी के नारे से दूरी बना ली थी… जिसको देखते हुए बीजेपी आलाकमान ने योगी की चुनावी सभाओं पर रोक लगा दिया… बीजेपी आलाकमान को पता चल गया कि योगी के नारे से महाराष्ट्र की राजनीति पर बहुत गहरा असर पड़ेगा…. लेकिन बीजेपी ने फैसला लेने में देर कर दिया… और महाराष्ट्र की सत्ता बीजेपी के हाथ से निकल गई… जनता ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है… जिससे मोदी शाह की नींद उड़ी हुई है….
इस बीच धारावी का मुद्दा भी महाराष्ट्र में तूल पकड़ चुका है… मुंबई क्या महाराष्ट्र से अलग हो जाएगा… महाराष्ट्र की सियासत में इस बात की चर्चा फिलहाल जोरों से चल रही है…. शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने इसको लेकर बड़ा वादा किया है…. और उन्होंने कहा है कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश रची जा रही है…. मगर हम इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे…. इस दौरान उन्होंने नीति आयोग पर भी निशाना साधा…. मुंबई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की जो नीति आयोग की चाल है…. उसे हम कभी फलीभूत नहीं होने देंगे…. और उन्होंने कहा कि नीति आयोग बीएमसी को महत्व को कम करना चाहती है…. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के विकास को लेकर जो नीति आयोग का ब्लूप्रिंट है… वह ठीक नहीं है…. उससे BMC का महत्व कम होगा….
ठाकरे ने कहा कि सत्ता में आने पर हम यानी महा विकास अघाड़ी उस समझौते को रद्द कर देंगे…. जिसको लेकर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट ऑथरिटी के बीच समझौता हुआ था…. ठाकरे ने कहा इस समझौते का उद्देश्य बीएमसी के महत्व को कम करना है…. यह मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की एक चाल है…. उद्धव ने आगे कहा कि MMRDA और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन को ग्लोबल इकोनॉमिक हब बनान के लिए सितंबर में एक MoU साइन किया था…. और उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे…. ठाकरे ने कहा कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के विकास को लेकर नीति आयोग ने एक रिपोर्ट तैयार किया था…. ठाकरे ने रैली में कहा कि एमवीए का पहला फैसला महायुति सरकार की नीतियों को खत्म करना होगा…. और उन्होंने कहा महायुति विकास-विरोधी नहीं बल्कि विनाश-विरोधी हैं….