उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की कर दी बोलती बंद, पूछा- अब विश्वगुरू कहां हैं ?
संसद का शीतकालीन शत्र चल रहा है... विपक्ष लगातार बुनियादी मुद्दों पर सदन पर चर्चा करना चाहता है... लेकिन बीजेपी चर्चा करने से भाग रही है... और पीएम मोदी सदन में आने से डर रहें हैं...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः संसद का शीतकालीन शत्र चल रहा है… विपक्ष लगातार बुनियादी मुद्दों पर सदन पर चर्चा करना चाहता है… लेकिन बीजेपी चर्चा करने से भाग रही है… और पीएम मोदी सदन में आने से डर रहें हैं… और विपक्ष के सवालों से भागते नजर आ रहें हैं…. इसी कड़ी में पीएम मोदी पर महत्वपूर्ण विषयों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए…. शिवसेना (ऊद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में ऐसा दिखाया जा रहा है….. जैसे देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीर चर्चा हो रही हो…. लेकिन सच्चाई यह है कि मुख्य विषयों को दरकिनार कर बेवजह के मुद्दों पर बहस की जा रही है…. हिंदुत्व जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भी सरकार गंभीर नहीं लग रही है…. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर मोदी सरकार चुप्पी साधे हुए है…. ऐसा जोरदार हमला उद्धव ठाकरे ने ‘मातोश्री’ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर किया….
आपको बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हमलों को लेकर उन्होंने सवाल उठाया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिर जलाए जा रहे हैं…. हमारे विश्वगुरु इन अत्याचारों को देखकर चुप क्यों बैठे हैं…. उद्धव ठाकरे ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं…. इस्कॉन के मंदिर को जला दिया गया…. और वहां के प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया गया…. इसके बावजूद सरकार कुछ नहीं कर रही है…. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि जैसे आपने एक फोन कॉल पर यूक्रेन का युद्ध रुकवा दिया था…. वैसे ही बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचारों के खिलाफ कदम उठाइए….. यहां सिर्फ नारे देने और दिखावा करने से काम नहीं चलेगा…. जहां अत्याचार हो रहे हैं…. वहां भारत की ताकत दिखाने की जरूरत है….
और उन्होंने कहा कि जो सरकार छाती फुलाकर खुद को ताकतवर दिखाने का दावा करती है…. वह बांग्लादेश में हो रहे इन अत्याचारों पर चुप क्यों है…. क्या हम केवल अपनी छवि बनाने के लिए ही काम करते रहेंगे…. या जरूरत पड़ने पर सच में कदम उठाएंगे…. उद्धव ठाकरे ने तमाम हिंदुओं की तरफ से प्रधानमंत्री से अपील की कि इस मुद्दे को हल्के में न लिया जाए… और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं…. आपको बता दें कि भाजपा का हिंदुत्व केवल चुनावों तक सीमित है…. हिंदू उनके लिए केवल वोट बैंक हैं…. चुनाव जीतने के बाद वही सरकार मंदिर तोड़ने लगती है…. ऐसे गंभीर आरोप लगाते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तगड़ा प्रहार किया है… और उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और भारत में मंदिरों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार मौन हैं…. और उन्होंने भाजपा के हिंदुत्व पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी हिंदुत्व करार दिया….
आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने दादर रेलवे स्टेशन के पास अस्सी साल पुराने हनुमान मंदिर को लेकर भाजपा…. और रेलवे प्रशासन पर तीखा हमला किया…. और उन्होंने कहा कि हमालों की मेहनत से बने इस मंदिर को अतिक्रमण बताकर नोटिस भेजी गई है…. भाजपा सरकार में मंदिर तोड़े जा रहे हैं…. क्या यही हिंदुत्व है…. वहीं उद्धव ठाकरे ने भाजपा की वन नेशन, वन इलेक्शन नीति पर तंज कसते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल सत्ता पर काबिज रहना है…. भाजपा की ओर से हिंदुत्व का इस्तेमाल सिर्फ वोट पाने के लिए किया जा रहा है…. चुनाव के बाद न तो मंदिर सुरक्षित हैं और न ही हिंदू….
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी के सांसदों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा था…. लेकिन वह समय नहीं दिया गया…. प्रधानमंत्री देश-विदेश में भाषण देने और यात्रा करने में व्यस्त हैं…. और उन्हें शायद बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार की खबर नहीं है…. जैसे मणिपुर की घटनाओं का पता नहीं चला था…. और उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए…. और संसद में इस पर चर्चा होनी चाहिए… वहीं मोदी सरकार भले ही बड़ी-बड़ी बातें कर रही है….. लेकिन देश और जनता के हालात हर क्षेत्र में खराब हो चुके हैं…. महंगाई दूर करने की शेखी बघारते हुए मोदी सरकार पहली बार सत्ता में आई थी…. आज दस साल बाद क्या स्थिति है…. मोदी की पार्टी ने उस समय जो ‘महंगाई डायन’ का हौवा बनाया था…. वह ‘महंगाई डायन’ और भी ज्यादा उग्र रूप में जनता की गर्दन पर बैठी है…. सरकार एक तरफ ‘पांच ट्रिलियन’ की अर्थव्यवस्था की पतंगबाजी कर रही है… और दूसरी तरफ देश की ‘जीडीपी’ गिरती जा रही है….
निवर्तमान रिजर्व बैंक गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास ने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी है…. एक तरफ महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी की चक्की में लोग फंसे पड़े हैं…. किसानों की हालत भी कुछ अलग नहीं है…. दस साल पहले कृषि उपज के लिए ‘न्यूनतम उचित मूल्य’ का वादा करने वाले मोदी आज भी इसे पूरा करने के मामले में आगा-पीछा कर रहे हैं…. इसलिए, दिल्ली की सीमाओं पर देश के किसान कड़ाके की ठंड में फिर से एक नई लड़ाई का बिगुल बजाने पर मजबूर हो गए हैं….. मोदी राज में देश के हर क्षेत्र और हर सामाजिक समूह में अशांति है…. महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी और अन्य आर्थिक नीतियां, केंद्रीय एजेंसियों का आतंकवाद, धार्मिक-सामाजिक अशांति देश की मौजूदा तस्वीर है…. समस्याएं सुलझने के बजाय बढ़ती जा रही हैं…. इससे लोगों का सरकार और शासकों पर से भरोसा उठता जा रहा है…. ‘लोगों के हाथ में कानून सौंप दो’…. मोदी सरकार की समग्र नीतियों और शासन को देखते हुए, यह वक्त आ भी सकता है….
आपको बता दें कि ठाकरे ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री को संसद को बताना चाहिए कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए उनकी सरकार ने क्या कदम उठाए हैं….. पिछले कुछ महीनों में मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है… और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हिंसा की गई है…. जबकि भारत ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सुरक्षित रखा है….. हमारे पड़ोसी देश में हिंदुओं की सुरक्षा के बारे में क्या? इस्कॉन पुजारी की सुरक्षा क्यों नहीं की गई…. मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध में हस्तक्षेप करने का दावा करते हैं…. और उन्हें बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार रोकने के लिए भी कदम उठाना चाहिए….
बता दें कि ठाकरे ने दादर रेलवे स्टेशन के बाहर अस्सी साल पुराने मंदिर को गिराने के लिए रेलवे द्वारा हाल ही में जारी नोटिस की भी आलोचना की… और इसे “अतिक्रमण” करार दिया…. बता दें कि चार दिसंबर की तारीख वाले इस नोटिस में मंदिर के ट्रस्टी और पुजारी को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा गया है कि मंदिर का निर्माण बिना पूर्व अनुमति के किया गया है….. इसमें कहा गया है कि इससे वाहनों और यात्रियों की आवाजाही प्रभावित हो रही है…., साथ ही दादर स्टेशन पर चल रहे बुनियादी ढांचे के काम भी प्रभावित हो रहे हैं…. मंदिर का निर्माण रेलवे स्टेशन के कुलियों ने किया है, जो इसे बहुत महत्व देते हैं…. हालांकि रेलवे ने मंदिर हटाने के लिए सात दिन का नोटिस दिया था…. लेकिन कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई….
बता दें रेलवे ने दादर स्टेशन के कुलियों द्वारा बनाए गए अस्सी साल पुराने हनुमान मंदिर को हटाने के लिए ‘फतवा’ जारी किया है…. महाराष्ट्र नगर एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड मंदिर की ज़मीन पर नज़र गड़ाए हुए है… यह किस तरह का हिंदुत्व है? चुनाव प्रचार के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने एक है तो सुरक्षित है के नारे लगाए, लेकिन भाजपा के शासन में मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं….. केंद्र और राज्य सरकार इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है… वहीं शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने भी शुक्रवार को इस मुद्दे को उठाया…. एक्स पर एक पोस्ट में, आदित्य ठाकरे ने कहा कि उद्धव ठाकरे जी ने आज बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए…. मणिपुर हिंसा की तरह, जो हमारे अपने देश में है… और भारत सरकार की जिम्मेदारी है….. प्रधानमंत्री और सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं की दलीलों को नजरअंदाज करते दिख रहे हैं….
और उन्होंने कहा कि जबकि भाजपा का सोशल मीडिया इकोसिस्टम वीडियो (कुछ वास्तविक और कुछ नकली) के माध्यम से नैरेटिव चलाता है…. और भाजपा कार्यकर्ता बांग्लादेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हैं….. तो केंद्र सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए दृढ़ता से क्यों नहीं बोलती? कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों द्वारा उस देश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का क्या मतलब है…. जिसमें वे प्रवेश भी नहीं कर सकते, जबकि भाजपा की सरकार जो दो देशों के युद्धों को रोक सकती है…. वह बांग्लादेश के बारे में कुछ भी नहीं बोलती? भाजपा ने अपने राजनीतिक नैरेटिव में उनका इस्तेमाल किया…. लेकिन जब उनकी मदद करने की बात आती है, तो सरकार कुछ नहीं बोलती….