बिहार चुनाव: दूसरे चरण में जमकर हो रहा मतदान
सभी दलों ने अपनी- अपनी जीत के दावे किए

अब तक 47.62 फीसदी वोटिंग
बिहार में परिवर्तन की बड़ी लहर : मनोज झा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में दूसरे चरण में भी जमकर वोटिंग हो रही है। इस वोटिंग केआधार पर सभी अपनी दन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। दूसरे चरण में अब तक 47.62 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने मंगलवार को बिहार चुनाव में महागठबंधन की जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि पहले चरण के मतदान में जो बदलाव देखने को मिला, वह एक बड़ी लहर में बदल गया है, जो राज्य से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को उखाड़ फेंकेगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौकरियों, पलायन और सामाजिक सुरक्षा के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कई चुनावी हथकंडे अपनाए हैं, लेकिन बिहार के लोगों ने इन्हें नकार दिया है और अब असली मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
राजद नेता ने बताया कि पहले चरण में जो बदलाव हमारे दरवाज़े पर दस्तक दे रहा था, वह अब बदलाव की एक बड़ी लहर में बदल रहा है… प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अनगिनत अन्य मंत्रियों ने बिहार में माहौल बदलने की पूरी कोशिश की ताकि कोई भी रोजग़ार, पलायन या सामाजिक सुरक्षा पर चर्चा न कर सके। लेकिन बिहार अपने रुख़ से नहीं हटा है। मनोज झा ने हाल ही में दिल्ली में हुए बम धमाकों में हुई मौतों पर भी शोक व्यक्त किया और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि घरेलू राजनीतिक मामलों में राष्ट्रीय सुरक्षा को न घसीटा जाए; कड़ी कार्रवाई की जाए।
दोपहर एक बजे तक 47.62 फीसदी मतदान
दूसरे चरण में बंपर वोटिंग जारी है। दोपहर एक बजे तक 47.62 फीसदी मतदान हुआ है। निर्वाचन आयोग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम चंपारण में 48.91फीसदी , पूर्वी चंपारण में 48.01फीसदी , शिवहर में 48.23फीसदी, सीतामढ़ी में 45.28फीसदी, मधुबनी में 43.39फीसदी, सुपौल में 48.22फीसदी, अररिया में 46.87फीसदी, किशनगंज में सबसे अधिक 51.86फीसदी, पूर्णिया में 49.63फीसदी, कटिहार में 48.50फीसदी, भागलपुर में 45.09फीसदी, बांका में 50.07फीसदी, कैमूर (भभुआ) में 49.89फीसदी, रोहतास में 45.19फीसदी, अरवल में 47.11फीसदी, जहानाबाद में 46.07फीसदी, औरंगाबाद में 49.45फीसदी, गया में 50.95फीसदी, नवादा में 43.45फीसदी, तथा जमुई में 50.91फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट करने की अपील की
कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान प्रक्रिया में भाग लेने का आग्रह किया। बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण आज सुबह 7:00 बजे राज्य के 20 जिलों के 122 निर्वाचन क्षेत्रों में शुरू हुआ। बिहार चुनाव के दूसरे चरण में कुल 3,70,13,556 मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 1,95,44,041 पुरुष मतदाता और 1,74,68,572 महिला मतदाता शामिल हैं। 943 तृतीय लिंग मतदाता भी चुनाव में अपना वोट डालेंगे।
रोहतास में लोगों ने किया वोट बहिष्कार
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान के बीच रोझईं गांव के ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय की मांग को लेकर वोट का बहिष्कार किया है। बच्चे भी गांव में नारे लगाते हुए बहिष्कार में शामिल हैं। प्रशासन की टीम ग्रामीणों को मनाने में जुटी है, लेकिन दोपहर दो बजे तक किसी ने वोट नहीं डाला। पिछले चुनाव में भी इसी मुद्दे पर बहिष्कार हुआ था, जब प्रशासन के आश्वासन पर मतदान हुआ था, लेकिन विद्यालय का निर्माण अब तक नहीं हुआ। ग्रामीण इस बार अपने फैसले पर अडिग हैं और पहले की तरह आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं।
जीतन राम मांझी बोले- 160 सीटों पर एनडीए की जीत तय
गया के महकार में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मतदान के बाद कहा कि महागठबंधन की सरकार की संभावना दूर-दूर तक नहीं है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर बयान देते हुए कहा कि वह ख्याली पुलाव बना रहे हैं और हर चीज में कमाई की तलाश कर रहे हैं। मांझी ने विश्वास जताया कि 14 नवंबर को एनडीए को कम से कम 160 सीटों पर एनडीए की जीत तय है। नीतीश कुमार अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए गए हैं, और उनकी कोशिशों को विफल किया गया है। मांझी के कहा कि नीतीश कुमार की वापसी सभी की पहली पसंद है।
दिल्ली धमाके के बाद गृहमंत्री अमित शाह पर चौतरफा वार
कांग्रेस ने साधा निशाना बोली-इस्तीफा देकर घर जाना चाहिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले के सामने हुए धमाके को लेकर सियासत भी तेज हो गई हैं, कांग्रेस पार्टी ने इन धमाकों को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वो तो कहते हैं कि कोई घुसपैठिया नहीं घुस रहा तो ये घटनाएं कैसे हो रही हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह दावा करते हैं कि कोई घुसपैठिया नहीं घुस रहा है, तो फिर ये घटनाएं कैसे हो रही हैं? कुछ दिन पहले पहलगाम में हमारे बच्चों की हत्या कर दी गई। वो देख रहे हैं कि क्या हो रहा है। फिर भी कहते रहते हैं कि वो सब ठीक कर देंगे। इससे पहले, 2019 के चुनावों से ठीक पहले पुलवामा में घटना हुई थी, इसकी हमले की भी कोई जांच नहीं हुई। पूरा देश तनाव में है, कई निर्दोष लोग मारे गए हैं। अब इस घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा? इसके लिए सीधे तौर पर अमित शाह जिम्मेदार हैं। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी इस घटना पर चिंता जताई और कहा कि कल सुबह ही फरीदाबाद से 2900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ था, काश उस समय सरकार प्रिकॉशन लेती। वो तो जम्मू कश्मीर की पुलिस ने यहां आकर इसे बरामद किया है। ये घटना बेहद दुखद हैं। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और जो घायल हैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने पूछे सवाल
प्रमोद तिवारी ने कहा कि क्योंकि यह घटना भारत की राजधानी दिल्ली में हुई है इसलिए सरकार को इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए, दोषियों का जल्द से जल्द पता लगाया जाना चाहिए, कोई साजिश है तो उसे भी सामने लाया जाना चाहिए और भविष्य में ऐसी कोई घटना ना हो इसके भरपूर प्रयास किए जाने चाहिए।
विपक्ष मिलकर मुद्दे को संसद में उठाएंगे
जहां तक सवाल है विस्तृत रूप से तो लोकसभा और राज्यसभा का सत्र 1 दिसंबर से बुलाया गया है। मुझे पूरा भरोसा है कि हम और विपक्ष मिलकर इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे और सरकार इस पर विस्तार से जवाब देगी और विस्तृत जानकारी देगी। फिलहाल हम इस ओर अपनी संवेदना व चिंता व्यक्त करते हैं।
एनआईए को सौंपी मामले की जांच
दिल्ली पुलिस ने लाल किले के पास हुए विस्फोट के मामले में मंगलवार को यूएपीए के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की और राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर छापे मारे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लाल किले के पास जिस कार में सोमवार शाम को विस्फोट हुआ उसके चालक का कथित तौर पर फरीदाबाद स्थित आतंकवादी मॉड्यूल से संबंध था। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार शाम हुए विस्फोट के मद्देनजर आज एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस हमले में 12 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, आसूचना ब्यूरो (आईबी) के निदेशक तपन डेका, दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते शामिल हुए। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात डिजिटल माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए।
पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत आतंकवादी हमला मामले की साजिश एवं ऐसे मामलों में सजा से संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है। दिल्ली पुलिस कई जगहों पर छापेमारी कर रही है और राष्ट्रीय राजधानी को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है तथा हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सपा नेता आजम खां को कोर्ट से राहत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रामपुर। सिविल लाइंस थाने में छह साल पहले सपा नेता आजम खां पर दर्ज भडक़ाऊ भाषण के मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया है। मंगलवार को हुई सुनवाई में साक्ष्य के अभाव में आजम खां को बरी कर दिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन एसडीएम सदर पीपी तिवारी की ओर से सपा नेता आजम खां के खिलाफ भडक़ाऊ भाषण का मामला दर्ज कराया गया था।
यह मामला कोर्ट में विचाराधीन था। इस मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष की ओर से अंतिम बहस पूरी हो चुकी थी। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के लिए सपा नेता आजम खां दोपहर में कोर्ट पहुंचे, जहां पर मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद एमपी एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट शोभित बंसल ने साक्ष्य के अभाव में सपा नेता को बरी कर दिया।
निठारी हत्याकांड केआरोपी सुरेंद्र कोली को ’सुप्रीम‘ राहत
सुप्रीम कोर्ट ने किया रिहाई का रास्ता साफ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। निठारी हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट से सुरेन्द्र कोली को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने आखिरी मामले में उसकी उम्रकैद की सजा का फैसला वापस ले लिया है। तीन जजों की बेंच ने ये फैसला सुनाया है। बता दें कि नौकर सुरेन्द्र कोली 12 मामलों में पहले ही बरी हो चुका है।
दरअसल 7 अक्टूबर को एक मामले में दोषी सुरेन्द्र कोली का क्यूरेटिव याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा गया था. सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की बेंच ने फैसला सुरक्षित रखा था. हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा पर सुप्रीम कोर्ट को फैसला करना था। सीजेआई बी आर गवई, जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस विक्रम नाथ की बेंच ने सुनवाई के दौरान अहम टिप्पणियां की थीं। सीजेआई गवई ने कहा कि ये मामला एक मिनट में अनुमति देने वाला है। अगर इस मामले में बाकी मामलों में बरी होने के बाद भी उसे दोषी ठहराया जाए तो एक अजीब स्थिति पैदा हो जाएगी। क्या यह न्याय का उपहास नहीं होगा? जस्टिस विक्रम नाथ ने भी कहा दोषसिद्धि बयान और रसोई के चाकू की बरामदगी पर आधारित है। क्या यह संभव है कि रसोई के चाकू से हड्डियां काटी जाएं। सुरेंद्र कोली 12 मामलों मे बरी हो चुका है लेकिन एक मामले में उसे उम्रकैद की सजा मिली है. उम्रकैद की सजा के खिलाफ दाखिल कोली की पुनर्विचार याचिका खारिज हो चुकी थी. अब कोली ने सुप्रीम कोर्ट मे क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल कर उम्रकैद की सजा को चुनौती दी। कोली पर 2005 और 2007 के बीच हुए इस चौंकाने वाले अपराध में बलात्कार और हत्या के 13 मामले थे। लेकिन 12 मामलों में वो बरी हो हो चुका है. एक मामले में 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैद की सजा पर मुहर लगाई थी। जस्टिस विक्रम नाथ ने फैसला सुनाते हुए कहा, 2011 के पुनर्विचार फैसले को वापस लिया जाता है. सुप्रीम कोर्ट की अपील स्वीकार की जाती है. इलाहाबाद हाईकोर्ट का आदेश रद्द किया जाता है। याचिकाकर्ता बरी किया जाता है। सभी सज़ाएं रद्द की जाती हैं। कोली को तत्काल रिहा किया जाए।
निर्वाचन आयोग से सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब
शीर्ष अदालत ने 2 हफ्ते का दिया समय, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एसआईआर के खिलाफ याचिका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एसआईआर के खिलाफ द्रमुक, माकपा, पश्चिम बंगाल कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस नेताओं की याचिकाओं पर निर्वाचन आयोग से जवाब मांगा।
सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग से तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एसआईआर कवायद को चुनौती देने वाली द्रमुक, कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई और तृणमूल कांग्रेस की अलग-अलग याचिकाओं पर दो सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा। शीर्ष अदालत बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण करने के निर्वाचन आयोग के फैसले की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर पहले से ही सुनवाई कर रही है। निर्वाचन आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की कवायद को ‘सटीक’ बताते हुए न्यायालय से 16 अक्टूबर को कहा था कि याचिकाकर्ता राजनीतिक दल और गैर सरकारी संगठन इस प्रक्रिया को केवल बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाकर संतुष्ट हैं।
आयोग ने न्यायालय से यह भी कहा था कि अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद से नाम हटाने के खिलाफ किसी मतदाता ने एक भी अपील दायर नहीं की है। उसने याचिकाकर्ताओं के इस आरोप का खंडन किया था कि महीनों तक चली एसआईआर प्रक्रिया के बाद तैयार की गई राज्य की अंतिम मतदाता सूची में ‘‘मुसलमानों को अनुपातहीन तरीके से बाहर’’ किया गया। निर्वाचन आयोग ने 30 सितंबर को बिहार की अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करते हुए कहा था कि इसमें मतदाताओं की कुल संख्या लगभग 47 लाख घटकर 7.42 करोड़ रह गई है जो निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण से पहले 7.89 करोड़ थी। अंतिम संख्या हालांकि एक अगस्त को जारी की गई मसौदा सूची में दर्ज 7.24 करोड़ मतदाताओं से 17.87 लाख अधिक है। मृत्यु, प्रवास और मतदाताओं के दोहराव सहित विभिन्न कारणों से 65 लाख मतदाताओं के नाम मूल सूची से हटा दिए गए थे। मसौदा सूची में 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए जबकि 3.66 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए जिससे कुल मतदाताओं की संख्या में 17.87 लाख की वृद्धि हुई है। बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा की 121 सीट पर पहले चरण का चुनाव बृहस्पतिवार को हो गया, जबकि शेष 122 निर्वाचन क्षेत्रों में 11 नवंबर को मतदान होगा। मतों की गिनती 14 नवंबर को होगी।



