कर्नाटक में कुर्सी की जंग: एकबार फिर ब्रेकफास्ट की टेबल में दिखी जुगलबंदी
सिद्धारमैया-शिवकुमार की दूसरी मीटिंग, दोनों बोले- हम साथ-साथ हैं, भाजपा ने कांग्रेस को घेरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार मंगलवार को शिवकुमार के घर पर ब्रेकफ़ास्ट पर मिले। कर्नाटक में सत्ता की खींचतान के बीच, यह चार दिनों में उनकी दूसरी ऐसी मीटिंग थी। मंगलवार को ब्रेकफ़ास्ट पर हुई मीटिंग शिवकुमार के टीमवर्क पर जोर देने के कुछ ही समय बाद हुई, उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, मैं और सीएम एक टीम की तरह मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
मैंने मुख्यमंत्री को कल ब्रेकफ़ास्ट पर बुलाया है ताकि कर्नाटक से किए गए अपने वादों को पूरा करने के लिए हमारी मिलकर की जाने वाली कोशिशों पर चर्चा की जा सके और उन्हें मज़बूत किया जा सके। यह बातचीत शनिवार को सिद्धारमैया के घर पर हुई एक हाई-लेवल मीटिंग के बाद हुई है। शिवकुमार ने उस चर्चा को काम की बताया था और कर्नाटक की प्राथमिकताओं और आगे के रास्ते पर फ़ोकस किया था। यह टकराव कांग्रेस के 2023 के कार्यकाल के दौरान एक कथित पावर-शेयरिंग एग्रीमेंट से पैदा हुआ है, जिसके बारे में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं का दावा है कि यह शिवकुमार को सरकार के पांच साल के कार्यकाल के दूसरे हिस्से के लिए मुख्यमंत्री बनने का हक़ देता है। हाल के हफ़्तों में, शिवकुमार के कई सपोर्टर्स ने खुले तौर पर उन्हें टॉप पोस्ट पर प्रमोट करने की मांग की है, जिससे पार्टी के अंदर बेचैनी फैल गई है और दोनों नेताओं के बीच कई स्ट्रेटेजिक मीटिंग्स हुईं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के झगड़े की वजह से कर्नाटक की एडमिनिस्ट्रेटिव मशीनरी पूरी तरह से चरमरा गई है। भगवा पार्टी ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस के सात से आठ विधायक और मंत्री सीएम पद की रेस में हैं।
जब आलाकमान कहेगा, डीके मुख्यमंत्री बनेंगे : सिद्धारमैया
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को दोहराया कि कांग्रेस नेता एकजुट हैं और मिलकर कांग्रेस सरकार चलाएँगे। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच, डीके शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने के बारे में पूछे जाने पर, सिद्धारमैया ने कहा,जब आलाकमान कहेगा। सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कोई मतभेद नहीं हैं। डीके शिवकुमार और मैं एकजुट हैं। हम सरकार चला रहे हैं। भविष्य में भी हम एकजुट होकर सरकार चलाएंगे। उन्होंने कहा कि आज डीके शिवकुमार ने मुझे नाश्ते पर बुलाया। मैं आने के लिए तैयार हो गया। आज हम दोनों ने नाश्ता किया और डीके सुरेश भी मौजूद थे… नाश्ते के बाद, हमने विधानसभा सत्र पर चर्चा की। तय हुआ कि 8 दिसंबर को सांसदों की एक बैठक बुलाई जाए। हम किसानों के मुद्दों और राज्य के अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हम दोनों आलाकमान, खासकर राहुल, सोनिया, प्रियंका और मल्लिकार्जुन खरग़े द्वारा उठाए गए कदमों को स्वीकार करेंगे। अगर वे (पार्टी आलाकमान) हमें (दिल्ली) बुलाते हैं, तो हम ज़रूर जाएँगे। कल मैं केसी वेणुगोपाल से एक समारोह में मिलूँगा जहाँ हम दोनों को आमंत्रित किया गया है।
आठ सीनियर विधायक और मंत्री सीएम बनने की होड़ में : विजयेंद्र
कर्नाटक बीजेपी प्रेसिडेंट बीवाई विजयेंद्र ने कहा, मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए मुकाबला दिन-ब-दिन तेज़ होता जा रहा है। मेरे पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक, रूलिंग पार्टी के कम से कम सात से आठ सीनियर विधायक और मंत्री किसी तरह सीएम बनने की होड़ में हैं। उन्होंने आगे कहा, राज्य के वोटर्स ने कांग्रेस को साफ़ जनादेश दिया है और बीजेपी को अपोज़िशन में बैठाया है। बीजेपी एक असरदार अपोजिशन के तौर पर काम करेगी और उसका सरकार बनाने का कोई इरादा नहीं है।
प्रेम कुमार बने बिहार विस केअध्यक्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के स्पीकर चुने गए हैं। मंगलवार (02 दिसंबर, 2025) को उन्होंने शपथ ली और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उन्हें आसन तक लेकर गए। इस मौके पर नीतीश कुमार ने प्रेम कुमार को अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।
सदन में नीतीश कुमार ने कहा, बहुत खुशी की बात है कि आज प्रेम कुमार जी को बिहार विधानसभा का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। मैं पूरे सदन की ओर से उनका अभिनंदन करता हूं. मैं सभी दल के नेताओं और सदस्यों को अध्यक्ष के निर्विरोध निर्वाचन में सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को भी बधाई देता हूं, डॉ. प्रेम कुमार जी मंत्री के रूप में अच्छा काम करते रहे हैं, उनका अनुभव लंबा है।
उन्होंने सदन के सदस्यों से कहा, मैं तो अनुरोध करूंगा कि खड़ा होकर इनको प्रणाम कर दीजिएज् खड़ा हो न भाई। इसके बाद प्रेम कुमार को सबने प्रणाम किया. प्रेम कुमार ने भी हाथ जोड़ा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रेम कुमार से कहा, आपके साथ सब अनुभव है। विरोध दल के नेता के तौर पर भी आपने काम किया है. पार्टी में भी संगठन की संरचना में आपने लगातार काम किया है। इसलिए मैं बिहारवासियों की तरफ से अध्यक्ष चुने जाने के लिए आपको बधाई देता हूं।
हादसे का मंगलवार: यूपी में असमय छह की गई जान
बलरामपुर में भीषण सडक़ हादसा, बस-ट्रक की टक्कर, आग लगने से 3 नेपाली यात्रियों की मौत, 24 झुलसे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मंगलवार को यूपी में हादसों ने कई की जान ले ली। जहंा बलरामपुर में एक दर्दनाक सडक़ हादसे में पैसेंजर बस के ट्रक से टकराने और बिजली की लाइन से छू जाने के कारण आग लगने से तीन नेपाली नागरिकों की जान चली गई और 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासन द्वारा घायलों के इलाज और उनके परिवारों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि बस चालक और कंडक्टर का अभी भी पता नहीं चल पाया है।
बलरामपुर में एक ट्रक और पैसेंजर बस की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई और 24 दूसरे घायल हो गए। घायलों में से छह की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। गौरतलब है कि यह हादसा फुलवरिया बाईपास पर हुआ, जहां सुनौली से दिल्ली जा रही एक पैसेंजर बस को गर्म कपड़े ले जा रहे एक ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बस हाई-टेंशन लाइन से टकरा गई, जिससे शॉर्ट सर्किट हो गया और गाड़ी में आग लग गई। टक्कर के कारण कपड़ों से लदे ट्रक में भी आग लग गई, जिसे फायर ब्रिगेड ने काफी मशक्कत के बाद बुझाया। बस में सवार ज्यादातर यात्री नेपाल के थे। बस ड्राइवर और कंडक्टर का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सोमवार देर रात करीब दो बजे सोनौली से दिल्ली जा रही नेपाली यात्रियों से भरी एक बस फुलवरिया बाईपास पर एक कंटेनर से टकराने के बाद अनियंत्रित होकर बिजली के ट्रांसफार्मर से जा टकरायी। इससे बस में आग लग गई। इस घटना में तीन यात्रियों की झुलसकर मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि घटना में 24 अन्य यात्री भी झुलस गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें से छह की गंभीर हालत के मद्देनजर उन्हें लखनऊ रेफर किया गया है।
जिलाधिकारी विपिन जैन ने बताया कि घायलों का इलाज कराया जा रहा है। इसके अलावा कुछ लोग मामूली तौर पर जख्मी थे उन्हें दिल्ली एवं नेपाल के लिए रवाना किया जा रहा है। हादसे में घायल लोगों को ले जाने के लिए वाहन एवं टिकट की व्यवस्था करा दी गई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन घायलों के परिवारों से संपर्क बनाए हुए है। उन्हें हरसंभव सहायता दी जा रही है।
बिजनौर में भीषण हादसा कंटेनर ने बाइक व पिकअप को रौंदा, तीन की दर्दनाक मौत
शेरकोट में मंगलवार सुबह नेशनल हाईवे पर मुबारकपुर कुंडे के पास हुए भयावह सडक़ हादसे ने इलाके को झकझोर दिया। सुबह लगभग 6 बजे एक तेज रफ्तार कंटेनर ने पहले बाइक सवारों को टक्कर मारी और फिर सामने से आ रही पिकअप वाहन को रौंद दिया। हादसा इतना गंभीर था कि तीनों लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतकों में रंजीत पुत्र रामशंकर और लाला पुत्र भैया लाल, दोनों निवासी बिछवी गांव, लखीमपुर खीरी, बाइक पर सवार थे। जबकि तीसरा मृतक फिरोज पुत्र मोहम्मद उमर, निवासी नई बस्ती जसपुर (उत्तराखंड), पिकअप वाहन चला रहा था। टक्कर का प्रभाव इतना भीषण था कि कंटेनर बाइक और पिकअप को करीब 30 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया। हाईवे की रेलिंग टूटकर बिखर गई, पिकअप पलट गई और बाइक पूरी तरह चकनाचूर हो गई। हादसे के बाद कंटेनर चालक मौके से फरार बताया गया है।
पांच अवैध शरणार्थियों के गायब होने केमामले में सुप्रीम कोर्ट नाराज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पुलिस की हिरासत में मौजूद 5 रोहिंग्या शरणार्थी अचानक लापता हो गए हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने से भी साफ इनकार कर दिया है।
दरअसल 16 दिसंबर को रोहिंग्या शरणार्थियों पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इसी बीच सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई, जिसमें पांच गुमशुदा रोहिंग्या शरणार्थियों के मामले पर भी 16 दिसंबर को सुनवाई की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि केंद्र सरकार को नोस जारी करते हुए इसका जवाब मांगा जाए, लेकिन कोर्ट ने इस याचिका को सिरे से खारिज कर दिया है। आपको पता है कि वो (रोहिंग्या) घुसपैठिए हैं। हमारी उत्तरी सीमा बहद संवेदनशील है। आपको अच्छी तरह से पता है कि देश में क्या हो रहा है। इसके बावजूद अगर कोई अवैध तरीके से देश में आता है, तो क्या आप चाहते हैं कि हम उनके लिए रेड कार्पेट बिछाएं? सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा, रोहिंग्या टनल के रास्ते अवैध तरीके से भारत में घुस आते हैं और आप चाहते हैं कि हम उन्हें खाना दें, रहने के लिए जगह दें और उनके बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाएं। क्या आप हमसे ऐसे कानून की अपेक्षा करते हैं? यह कहते हुए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है।
हवा में मार्ग प्रकाश विभाग में ट्रांसफर आदेश
छह महीने बाद भी कुर्सी से चिपके सहायक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम लखनऊ में ट्रांसफर आदेशों की अनदेखी का मामला एक बार फिर चर्चा में है। मार्ग प्रकाश विभाग में तैनात सहायक अभियंता ईशान कुमार को शासन द्वारा 14 जून 2025 को आगरा नगर निगम स्थानांतरित किया गया था।
वहीं आगरा नगर निगम से सहायक अभियंता अभिजीत यादव का स्थानांतरण लखनऊ किया गया, जिन्होंने नगर निगम लखनऊ में मार्ग प्रकाश विभाग में विधिवत कार्यभार ग्रहण भी कर लिया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि ट्रांसफर के छह महीने बीत जाने के बाद भी सहायक अभियंता ईशान कुमार ने न तो आगरा के लिए कार्यमुक्ति ली और न ही विभाग छोडऩे की जहमत उठाई। निदेशक के आदेश के बावजूद वह अपनी कुर्सी छोडऩे को तैयार नहीं हैं। सूत्र बताते हैं कि मार्ग प्रकाश विभाग में ईशान कुमार की पकड़ इतनी मजबूत है कि ठेकेदारों से मिलीभगत कर उन्होंने करोड़ों की संपत्तियाँ तक खड़ी कर ली हैं, जिसके चलते उनकी पोस्टिंग क्षेत्र में लगातार बनी हुई है। इसी वजह से वे आगरा स्थानांतरण को मानने से टालमटोल कर रहे हैं। नगर निगम में यह चर्चा भी तेज है कि जब एक निदेशक अनुज झा का आदेश लागू नहीं होता, तो फिर शासन की कार्रवाई और मुख्यमंत्री की ज़ीरो टॉलरेंस नीति कहाँ लागू होती है? प्रशासनिक कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं कि एक इंजीनियर महीनों तक आदेश की अवहेलना करता है और अधिकारी मूकदर्शक बने रहते हैं।
यूपी में एसआईआर में लगे एक और बीएलओ की हुई मौत
हाथरस की तहसील सिकंदराराऊ में थे तैनात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में लगे एक बूथ लेबल अधिकारी (बीएलओ) की मंगलवार सुबह अचानक मौत हो गई। यह घटना हाथरस जिले की है। मृतक बीएलओ के परिवार ने आरोप लगाया है कि एसआईआर के दौरान अधिकारियों द्वारा लगातार दबाव और मानसिक प्रताडऩा दी जा रही थी।
मिली जानकारी के मुताबिक 40 साल के बीएलओ कमलकांत शर्मा की मंगलवार सुबह अचानक मौत हो गई। वो हाथरस की तहसील सिकंद्राराऊ के ब्राह्मणपुरी मोहल्ले के निवासी थे। बताया जा रहा है कि सुबह छत से सीढय़िों से नीचे उतरते समय उन्हें अचानक चक्कर आया और वे नीचे गिर पड़े। इसके बाद परिजन उन्हें तत्काल पास के अस्पताल ले गए।
वहां से डॉक्टरों ने उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। कमलकांत शर्मा पुत्र देवेंद्र कुमार शर्मा गांव नावली लालपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। वर्तमान में वो बीएलओ की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। बीएलओ की पत्नी नीलम शर्मा ने बताया कि उनके पति पर काम का अत्यधिक दबाव था। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लगातार फोन आ रहे थे। नीलम शर्मा के मुताबिक मैंने कई बार समझाया कि काम का इतना प्रेशर मत लो, लेकिन वे मानते नहीं थे। सुबह अचानक चक्कर आकर गिर पड़े और फिर वापस नहीं लौटे। शर्मा के परिवार पत्नी के अलावा चार बच्चे हैं। बीएलओ की मौत की सूचना मिलते ही प्रशासन में हडक़ंप मच गया। Zकंद्राराऊ के एसडीएम और सीओ तुरंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों से पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद डीएम अतुल वत्स और एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा भी मृतक के घर पहुंचे। अधिकारियों ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया. प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना की विस्तृत जानकारी लेने के साथ परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारणों की आधिकारिक पुष्टि होगी।



