उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में नाराजगी, तीन विधायक लिट्टी-चोखा भोज में नहीं पहुंचे

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के अंदर नाराजगी की खबर सामने आई है। बुधवार को आयोजित लिट्टी-चोखा भोज में पार्टी के तीन विधायक शामिल नहीं हुए।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के अंदर नाराजगी की खबर सामने आई है। बुधवार को आयोजित लिट्टी-चोखा भोज में पार्टी के तीन विधायक शामिल नहीं हुए।

सूत्रों के अनुसार, तीनों विधायकों ने मंगलवार को पटना में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को लेकर पार्टी में अटकलें तेज हो गई हैं कि विधायकों की नाराजगी पार्टी नेतृत्व के साथ बढ़ती जा रही है। पार्टी के अंदरूनी हालात और विधायकों की नाराजगी के कारण आगामी राजनीतिक गतिविधियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

तीनों विधायकों ने कल पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन से मुलाकात की थी. उपेंद्र कुशवाहा अपनी पार्टी के विधायक दल का नेता अपनी पत्नी को बनाना चाहते थे. विधायकों की नाराजगी को देखते हुए माधव आनंद को विधायक दल का नेता बनाया गया था.

पार्टी के अंदर नाराजगी
पुत्रमोह के कारण उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के अंदर नाराजगी चल रही है. इसके पहले भी उपेंद्र कुशवाहा ने कई इकाइयों को भंग किया था. रामेश्वर महतो लगातार उम्मीद कर रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा उन्हें मंत्री पद के लिए आगे बढ़ाएंगे, लेकिन इसके बजाय कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया गया. दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पत्नी को एमएलए का टिकट देकर विधायक बनवा दिया और वहीं बेटे को मंत्री बनाने में भी सफल रहे.

महतो ने फेसबुक पर क्या लिखा था?
बीते दिनों विधायक रामेश्वर महतो की नाराजगी की खबर सामने आई थी. रामेश्वर महतो ने फेसबुक पर लिखा था,
राजनीति में सफलता केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सच्ची नीयत और दृढ़ नीति से मिलती है. जब नेतृत्व की नीयत धुंधली हो जाए और नीतियां जनहित से अधिक स्वार्थ की दिशा में मुड़ने लगें, तब जनता को ज्यादा दिनों तक भ्रमित नहीं रखा जा सकता. आज का नागरिक जागरूक है- वह हर कदम, हर निर्णय और हर इरादे को बारीकी से परखता है.

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