स्वस्थ मस्तिष्क अच्छी जीवन शैली और आहार जरूरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हमारा मस्तिष्क पूरे शरीर को गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करता है। यही कारण है कि इसे स्वस्थ रखने के लिए निरंतर उपाय करते रहने की आवश्यकता होती है। मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और इसके कार्यों को सुचारू तरीके के जारी रखने के लिए जरूरी है कि हमारी जीवनशैली और आहार भी स्वस्थ रहे। दुर्भाग्यवश इन दोनों में होने वाली गड़बड़ी के कारण वैश्विक स्तर पर तेजी से मस्तिष्क से संबंधित रोगों का खतरा काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। मस्तिष्क की सेहत के लिए आहार की विशेष भूमिका होती है। हम क्या खाते हैं, इसका सीधा असर शरीर के इस महत्वूर्ण अंग को प्रभावित करता है। कुछ चीजें आपके मस्तिष्क के लिए हानिकारक हो सकती हैं, यहां तक कि इससे डिमेंशिया जैसी बीमारियों के बढऩे का भी खतरा हो सकता है।

ब्रॉकली

भले ही आम घरों में बहुत ज़्यादा यूज़ न होता हो, मगर ये हरी सब्ज़ी सेहत से भरपूर होती है। इसे बॉयल करके खाना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। ब्रॉकली, एंटीऑक्सीडेंट सहित शक्तिशाली प्लांट बेस्ड यौगिकों से भरपूर होती है। इसमें विटामिन-के पाया जाता है, जो ब्रेन सेल्स को स्वस्थ रखने और बीमारियों को कम करने में सहायक है। वयस्कों पर किए गए कुछ अध्ययनों में पाया गया कि जो लोग विटामिन-के का सेवन करते हैं उनकी स्मृति और संज्ञानात्मक शक्ति मजबूत होती है।

अल्कोहल बहुत हानिकारक

शराब की थोड़ी भी मात्रा शरीर के लिए नुकसानदायक होती है, इसे संपूर्ण शारीरिक, विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया है। लंबे समय तक शराब का सेवन आपके मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर संचार को बाधित कर सकता है। समय के साथ स्मृति हानि, चीजों को समझने की शक्ति भी कम हो सकती है।

धूम्रपान-सबसे बड़ा दुश्मन

मस्तिष्क की सेहत के लिए जिन चीजों को सबसे हानिकारक दुष्प्रभावों वाला पाया गया है, धूम्रपान उनमें से एक है। शोधकर्ताओं ने पाया कि धूम्रपान करने वालों का सेरेब्रल कॉर्टेक्स, धूम्रपान न करने वालों की तुलना में पतला हो जाता है। सेरेब्रल कॉर्टेक्स मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो स्मृति और सीखने सहित सोचने के कौशल के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें होने वाली क्षति न सिर्फ आपके सामाजिक कौशल को कम करती है साथ ही मस्तिष्क से संबंधित कई गंभीर बीमारियों को बढ़ाने वाली भी हो सकती है।

हल्दी

हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को लाभ पहुंचा सकता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी यौगिक के रूप में काम करता है जिससे याददाश्त की समस्याओं का जोखिम कम होने के साथ मस्तिष्क कोशिकाओं में होने वाली क्षति के कारण बीमारियों का खतरा कम होता है।

ज्यादा मीठी चीजें नुकसानदायक

मीठी चीजें सिर्फ ब्लड शुगर ही नहीं बढ़ाती हैं, इनसे आपके मस्तिष्क को भी क्षति पहुंचती है। अगर आप ऐसी चीजें खाते हैं तो आपका ब्लड शुगर बढ़ सकता है जिससे हृदय रोग और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। अधिक चीनी खाने से मस्तिष्क में इंसुलिन प्रतिरोध भी बढऩे लगता है, जो सीखने, स्मृति और न्यूरॉन विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

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