संसद सत्र खत्म होने से पहले ही गठबंधन में दरार! पंजाब-बंगाल में खिंची तलवारें
नई दिल्ली। एक तरफ लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है तो दूसरी ओर अलग-अलग राज्यों में यही इंडिया गठबंधन सवालों के घेरे में है। बंगाल में पहले ही टीएमसी और कांग्रेस के बीच अबनबन चालू थी जो अब बढऩे लगी है। बंगाल से इतर अब पंजाब में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तकरार शुरू हो गई है। पंजाब के कांग्रेस नेताओं ने साफ किया है कि उनकी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने ऐलान किया है कि कांग्रेस पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। ये बयान तब आया है जब आम आदमी पार्टी खुलकर इंडिया के साथ आई है और हाल ही में दिल्ली सेवा बिल को लेकर सभी विपक्षी दलों ने संसद में एकता दिखाई थी। हालांकि इस एकता के बाद भी यह बिल सरकार पास कराने में सफल हो गई थी।
पंजाब में पहले भी कांग्रेस नेताओं और आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग जारी थी। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने पहले भी कहा है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर है, जो सिर्फ केंद्र द्वारा राज्यों के अधिकारों को छीनने के लिए की जा रही कोशिशों के खिलाफ हुआ था।
बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक तरफ केंद्र में इंडिया गठबंधन में साथ है, तो वहीं पंजाब में कांग्रेस राज्य की भगवंत मान सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन भी कर रही है। इसी धरना-प्रदर्शन में प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि 13 की 13 सीटें कांग्रेस के पास होंगी, जिस तरह का माहौल है हम सभी सीटों पर जीत भी हासिल करेंगे। कांग्रेस ने हाल ही में दिल्ली सेवा बिल पर खुलकर आम आदमी पार्टी का साथ दिया था, इसपर गृह मंत्री अमित शाह ने तंज कसा था कि कांग्रेस कुछ भी करे, केजरीवाल जी साथ छोड़ देंगे।
सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि बंगाल में भी इंडिया गठबंधन की पार्टियों में तकरार नजर आ रही है। गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर पहले भी राजनीतिक दलों में अंतर नजऱ आया था, तब नीतीश कुमार और ममता बनर्जी ने कुछ आपत्तियां जताई थीं। अब बंगाल में भी कांग्रेस और टीएमसी की पुरानी लड़ाई फिर सामने आ रही है। ममता बनर्जी ने बीते दिन झारग्राम में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों पर जमकर हमला बोला, ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र गठबंधन होने के बाद ये पहला मौका था जब ममता इस तरह कांग्रेस पर हमलावर थीं।
झारग्राम में ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस और सीपीएम एक हो गई है, राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया है लेकिन बंगाल में सब बीजेपी के साथ आ जाते हैं। इन लोगों के पास सिद्धांत नहीं है, हमारी लड़ाई बंगाल में कांग्रेस और सीपीएम के खिलाफ ही है। बता दें कि ममता की ओर से पहले भी इंडिया गठबंधन की बैठकों में जिक्र किया गया था कि कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी से उनकी सरकार पर हमला ना करने को कहे। हालांकि, अभी भी बंगाल में कांग्रेस-टीएमसी की जंग जारी है। अगर राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन की बात करें तो अभी तक विपक्ष के इंडिया गठबंधन की दो बड़ी बैठकें हो चुकी हैं। इनमें पहली पटना और दूसरी बेंगलुरु में हुई थी, इसी महीने के आखिर में तीसरी बैठक मुंबई में होनी है। यहां भी पार्टियां कुछ बड़ा फैसला ले सकती हैं और अब गठबंधन के संयोजक, चेयरपर्सन पर निर्णय किया जा सकता है। विपक्षी पार्टियां इसके अलावा सीटों के बंटवारे पर भी जल्द चर्चा शुरू करेंगी।