जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत! स्वप्नदीप के कपड़े उतरवाकर दौड़ाया था… दोस्तों ने सुनाई रैगिंग की दर्दनाक कहानी
कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र की मौत को लेकर राज्य में हंगामा मचा हुआ है। बंगाली स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले स्वप्नदीप कुंडू की मौत की जांच को लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने एक जांच पैनल का गठन किया है। पुलिस ने गुरुवार की पूरी रात छात्रों से पूछताछ की है। छात्रों से पूछताछ में मौत के पीछे रैगिंग के आरोप सामने आ रहे हैं। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि मृत छात्र को नंगाकर दौड़ाया गया था। उसे ‘गे’ कहकर पुकारा गया था। उसके बाद मृत छात्र ने अपनी मां को कई बार फोन किया था। उसके कुछ सहपाठियों ने कहा कि स्वप्नदीप ने रैगिंग के बारे में चर्चा की थी और पूछा था कि यह रैगिंग कब रूकेगी। स्वप्नदीप ने उन्हें बताया था कि वह सो नहीं पा रहा है। संभवत: रैगिंग के कारण वह परेशान था।
कोलकाता पुलिस ने जादवपुर घटना में छात्र के पिता की शिकायत के आधार पर धारा 302 यानी हत्या और 34 जोडक़र जांच शुरू की। जांच टीम नादिया गई है और उनके परिवार और दोस्तों से बात कर रही है जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के एक अन्य छात्र ने स्वप्नदीप की मौत के बाद फेसबुक पर कहा कि छात्रावास में उनकी भी रात भयानक थी। रैगिंग का आरोप लगाते हुए उन्होंने लिखा, शाम 6 बजे तक हॉस्टल में प्रवेश करने का आदेश देना, ‘इंट्रो’ लेने के लिए पूरी रात जागना आदि हुआ है। मुझे भी डर लग रहा है। स्वप्नदीप के पिता ने पुलिस को बताया कि स्वप्नदीप ने बुधवार शाम को अपनी मां को कई बार फोन किया था और अपने जीवन को लेकर भय जताया था।
कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि स्वप्नदीप को बुधवार की देर रात हॉस्टल की छत पर नग्न होकर दौड़ाया गया था। जांचकर्ताओं को गुरुवार शाम स्वप्नदीप की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी गई और मौत के कारण गिरने को बताया है। स्वप्नदीप की मौत कैसे हुई, उस रात वास्तव में क्या हुआ था, इसका पता लगाने के लिए जादवपुर थाने की पुलिस ने जांच शुरू की है। अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। गुरुवार को पुलिस के साथ लालबाजार खुफिया विभाग के अधिकारी भी हॉस्टल गये। वहां छात्रों से पूछताछ की गई। हॉस्टल के तीन छात्रों को थाने बुलाया गया। वहां उनके बयान दर्ज किए गए। स्वप्नदीप के परिवार ने मौत का कारण हॉस्टल में ‘रैगिंग’ को बताया। उसके चाचा ने बताया कि भतीजा रैगिंग का शिकार हुआ है। बाद में थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी।
उसके चाचा अरूप कुंडू ने कहा, उन्होंने आत्महत्या नहीं की। वह अच्छा लडक़ा, अचानक कैसे मौत हो गई। वह पागल नहीं था। रैगिंग हुई होगी। अगर रैगिंग नहीं होगी तो क्या होगा? लेकिन स्वप्नदीप के परिवार ने विश्वविद्यालय अधिकारियों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की। स्वप्नदीप ने अपने पिता को फोन किया और बताया कि उन्हें बंगाली कक्षाएं करना पसंद है। ज्वाइंट सीपी (क्राइम) शंख शुभ्रा चक्रवर्ती ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम से पता चलता है कि उसके बायीं ओर फ्रैक्चर और अन्य चोटें आईं थी। सिर, पसली और उसकी रीढ़ की हड्डी में भी फ्रैक्चर हुआ था। जादवपुर यूनिवर्सिटी मौत के कारणों की जांच के लिए एक जांच कमेटी का गठन किया गया है। उस कमेटी में विश्वविद्यालय के शिक्षक हैं। मौत कैसे हुई, रैगिंग हुई या नहीं, छात्र पर मानसिक दबाव बनाया गया या नहीं, इसकी जांच की जाएगी।