26 जनवरी की परेड में झांकी रोकने से विपक्ष आगबबूला
विशेषज्ञ समिति ने की तीन दौर की बैठक
- आप समेत विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा
- रक्षा मंत्रालय ने संभाला मोर्चा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता भगवंत मान ने पंजाब के खिलाफ कथित भेदभाव के लिए हाल में केंद्र सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि पंजाब और दिल्ली दोनों को उन राज्यों की सूची में शामिल नहीं किया गया है जिनकी झांकियों को 26 जनवरी की परेड के लिए चुना गया है। केंद्र ने दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल से गणतंत्र दिवस 2024 की झांकी को अस्वीकार करने के बाद भेदभाव के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वे इस साल की जश्न परेड के व्यापक विषय के साथ संरेखित नहीं हैं।
यह स्पष्ट करते हुए कि गणतंत्र दिवस 2024 की परेड में झांकियों को शामिल क्यों नहीं किया गया, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रस्तावों की समीक्षा विभिन्न उद्योगों के कलाकारों की एक विशेषज्ञ समिति द्वारा की गई थी, और केंद्र द्वारा कोई पक्षपात नहीं किया गया था। सूत्रों ने बताया कि विशेषज्ञ समिति की पहले तीन दौर की बैठकों में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया, लेकिन विषय के अनुरूप नहीं होने के कारण अंतत: इसे खारिज कर दिया गया। पश्चिम बंगाल के स्रोतों को भी इन्हीं कारणों से खारिज कर दिया गया। केंद्र द्वारा गठित झांकियों की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति में कला, संस्कृति, चित्रकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी, मूर्तिकला और अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं।
31 जनवरी तक अपनी झांकियां प्रदर्शित करें: रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड 2024 के लिए चुना नहीं गया है, उन्हें राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के साथ हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार 23-31 जनवरी तक लाल किले में भारत पर्व में अपनी झांकियां प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परेड की कुल अवधि में झांकियों के लिए आवंटित समय के कारण सबसे अच्छी झांकियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञ समिति को झांकियों का चयन करना पड़ता है। उसने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड 2024 के लिए पंजाब और पश्चिम बंगाल समेत 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लेने की इच्छा जतायी।
सत्ता के लालच मेें सब अंधे: प्रियंका
- बोलीं- हमारे बच्चे जश्न मना रहे और गाजा में बच्चों की हत्या हो रही
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 2023 के आखिरी दिन देशभर में लोगों ने जश्न मनाकर नए साल 2024 का स्वागत किया। इस मौके पर एक दूसरे को बधाई संदेश भी दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी देशवासियों को बधाई संदेश दिया लेकिन उनके संदेश में एक इजरायल हमास युद्ध में गाजा के अंदर मारे गए लोगों का भी जिक्र था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर दिए संदेश में कांग्रेस नेता ने लिखा, जैसा कि हम नए साल का जश्न मनाते हैं और एक दूसरे को शुभकामना संदेश देते हैं कि हमार जीवन में प्यार, शांति, हंसी और अच्छाई भरी रहे।
आइए हम गाजा में अपने भाइयों और बहनों को याद करें जो अपने जीवन, सम्मान और स्वतंत्रता के अधिकार पर सबसे अन्यायपूर्ण और अमानवीय हमले का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के तथाकथित नेता चुपचाप देखते रहते हैं और सत्ता के लालच की तलाश में बेफिक्र होकर आगे बढ़ते रहते हैं, फिर ऐसे लाखों लोग हैं जो गाजा में हो रही भयंकर हिंसा को खत्म करने की मांग करते हुए अपनी आवाज उठा रहे हैं और बहादुर दिल वाले वे लाखों लोग हमारे लिए नए कल की आशा लेकर आए हैं, उनमें से एक बनें।
कार की पोल से भीषण टक्कर, 6 की मौत
- कार के चिथड़े उड़ गए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जमशेदपुर। नए साल का जश्न मनाने जा रहे आदित्यपुर के युवकों की कार बिष्टुपुर सर्किट हाउस क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस घटना में छह युवकों की मौत हो गई तथा दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी लोग कार में सवार होकर पिकनिक मनाने जा रहे थे। घटना बिष्टुपुर के सर्किट हाउस एरिया स्थित साई मंदिर गोल चक्क्र के समीप की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक इंडिगो कार में आठ युवक मरीन ड्राइव की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अनियंत्रित होकर कार की पोल से टक्कर हो गई, जससे गाड़ी में सवार आठों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना में कार के चिथड़े उड़ गए। इस घटना में पांच युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक की एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतको में छोटू यादव, हेमंत कुमार, सूरज कुमार, मोनू महतो, शुभम कुमार ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया। एक अन्य मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
कोहरे की चादर से ढकी आई नये साल की सुबह
लखनऊ। आज से 2024 का आगाज हो गया है। नये साल की शुरुआत लोगों को कोहरे व गलन के साथ करना पड़ा। प्रदेश के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला। नये साल को चढ़ते दिन के साथ धूप खिलने के आसार हैं मगर सुबह कोहरे में लिपटी रहेगी। सोमवार को हवा में गलन बढऩे की संभावना जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह और मोहमद दानिश के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की वजह से फिलहाल गलन बनी रहेगी। साल के अंतिम दिन रविवार को घना कोहरा कई इलाकों में छाया रहा। लखनऊ में सुबह धूप खिली मगर शाम होते ही गलन बढ़ी। रविवार को कोहरे का असर कुछ कम रहा। कानपुर में दृश्यता 50 मीटर से कम तो वहीं झांसी में 40 मीटर से कम रही। कई अन्य इलाकों में दृश्यता 100 से 200 मीटर तक रही। सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.5 नजीबाबाद का रहा।
ब्लैक होल-न्यूट्रॉन स्टार की स्टडी करेगा इसरो
- एक्सपोसैट मिशन की श्रीहरिकोटा से हुई लॉन्चिंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीहरिकोटा। नए साल का आगाज हो चुका है और इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने साल के पहले स्पेस मिशन को लॉन्च कर दिया है। इसरो ने एक्स-रे पोलेरिमीटर सैटेलाइट (एक्सपोसैट) मिशन को एक जनवरी की सुबह 9.10 बजे लॉन्च किया। 2023 में चंद्रयान-3 मिशन के जरिए चांद पर पहुंचने और आदित्य एल-1 मिशन के जरिए सूर्य तक सफर की शुरुआत के बाद इसरो ने इस साल स्पेस सेक्टर में अपना पहला कदम बढ़ाया है।
इसरो बताया कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से साल का पहला मिशन लॉन्च किया गया। मिशन की लॉन्चिंग के साथ ही भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जिसने ब्लैक होल और न्यूट्रॉन स्टार्स की स्टडी के लिए स्पेशलाइज्ड एस्ट्रोनॉमी ऑब्जर्वेट्री को स्पेस में भेजा है। एक्सपोसैट एक तरह से रिसर्च के लिए एक ऑब्जर्वेट्री है, जो अंतरिक्ष से ब्लैक होल और न्यूट्रॉन स्टार्स के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाएगी। मिशन के विजन के बारे में बात करते हुए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे के एस्ट्रोफिजिसिस्ट डॉ. वरुण भालेराव ने कहा, नासा के 2021 के इमेजिंग एक्स-रे पोलेरिमीटरी एक्सप्लोरर नामक मिशन के बाद ये अपनी तरह का दूसरा मिशन है।
पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित होगा सैटेलाइट
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 2021 में इमेजिंग एक्स-रे पोलेरिमीटरी एक्सप्लोरर नाम से मिशन लॉन्च किया था। इसके जरिए वर्तमान में ब्लैक होल समेत अंतरिक्ष में मौजूद अन्य चीजों की स्टडी हो रही है। एक्सपोसैट को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया है। पीएसएलवी रॉकेट के जरिए एक्सपोसैट सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा गया है. ये सैटेलाइट पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जहां से पृथ्वी की दूरी 650 किमी है।