भाजपा का फोकस झूठे प्रोपेगेंडा पर : पवार
- आक्रामक राष्ट्रवाद व गलत प्रचार कर रही मोदी सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने भाजपा पर कटाक्ष किया और कहा कि पार्टी हिटलर के प्रचार तंत्र की तरह काम कर रही है। पवार ने यह भी कहा कि जिनके पास सत्ता है उन्हें सिर्फ गोमूत्र दिखता है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए और भाजपा का जिक्र करते हुए, पवार ने कहा कि केवल आरएसएस के कार्यक्रम ही उन्हें दिखाई देते हैं।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि निजीकरण, गलत प्रचार फैलाना, मुस्लिम समुदाय के प्रति नफरत और आक्रामक राष्ट्रवाद ये भाजपा के एजेंडे के मूल में मुद्दे हैं। पवार ने कहा कि भाजपा सत्ता में है, उन्होंने आक्रामक प्रचार प्रणाली स्थापित की है। यह जर्मनी में हिटलर के प्रचार तंत्र की तरह काम कर रहा है। उधर पत्रकारों से बात करते हुए यूबीटी शिवसेना के संजय राउत ने कहा, शरद पवार ने जो कहा, उसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह देश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शिक्षा की मदद से बढ़ेगा और आगे बढ़ेगा। भाजपा पर शरद पवार के बयान के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि अगर कोई इसका विरोध करता है, तो इसका मतलब देश को 5000 साल पीछे ले जाने और धर्म के आधार पर संघर्ष पैदा करने की इच्छा है।
शरद के पोते पर ईडी का शिकंजा
मुम्बई। एनसीपी के विधायक और शरद पवार के कट्टर समर्थक रोहित पवार मुश्किल में हैं। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत राकांपा विधायक रोहित पवार की स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और संबंधित संस्थाओं के परिसरों की तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। सूत्रों ने बताया कि बारामती, पुणे, औरंगाबाद और अमरावती में लगभग छह स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। बारामती शहर में बारामती एग्रो के कार्यालय को भी कवर किया जा रहा है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मुंबई पुलिस आर्थिक अपराध विंग की अगस्त, 2019 की एफआईआर से उपजा है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने 22 अगस्त, 2019 को महाराष्टï्र सहकारी क्षेत्र में कथित धोखाधड़ी वाले तरीकों से चीनी मिलों को बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया और इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज हुई। कोर्ट ने यह भी कहा कि चीनी मिलों को औने-पौने दाम पर बेचा गया था। रोहित पवार के चाचा अजित पवार सत्ता में हैं और वह राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। फिलहाल, रोहित पवार य उनकी पार्टी की ओर से इस छापेमारी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।