एक और रेल हादसा, विपक्ष ने एनडीए सरकार को घेरा
- विपक्ष का रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर हमला, नेता बोले- रेल नहीं रील मंत्री हैं
- शिवसेना यूबीटी, टीएमसी व सपा ने उठाए सवाल
- झारखंड में पटरी से उतर गए 18 डिब्बे
- 2 लोगों की मौत और 20 अन्य लोग घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार तड़के मुंबई-हावड़ा मेल के कम से कम 18 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य लोग घायल हो गए। महीने भर के अंदर घटे चौथे रेल हादसे को लेकर विपक्ष के निशाने पर भी एनडीए सरकार आ गई है। सपा, कांग्रेस, टीएमसी से लेकर सभी विपक्षी पार्टियों ने रेल मंत्री पर जोरदार हमला करते हुए उन्हें रील मंत्री बता दिया।
उधर अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि यह दुर्घटना तड़के पौने चार बजे दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसईआर) के चक्रधरपुर मंडल के अंतर्गत जमशेदपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर बड़ाबम्बू के पास हुई। एसईआर के प्रवक्ता ओम प्रकाश चरण ने बताया कि पास में एक मालगाड़ी भी पटरी से उतर गई, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या ये दोनों दुर्घटनाएं एक साथ हुई हैं।
शर्मनाक है उदासीनता, अब तक जवाबदेही नहीं : प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रेल संबंधी दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर सरकार की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाया और उस पर शर्मनाक उदासीनता का आरोप लगाया। चतुर्वेदी ने कहा, कई मौतों और आज तक कोई जवाबदेही नहीं होने के कारण, मुझे लगता है कि इसका भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मुआवजे की घोषणा करें, जांच का वादा करें और दूसरे पीआर इंस्टाग्राम रील पर आगे बढ़ें। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर हमला करते हुए उन्हें रील मिनिस्टर कहा और ट्रेनों में भीड़भाड़ की आलोचना करते हुए कहा, लोग शौचालयों में यात्रा कर रहे हैं लेकिन सरकार को शर्म नहीं आती।
हर हफ्ते हो रहीं ये घटनाएं, क्या यही है शासन: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को घेरा है। झारखंड में हुए रेल हादसे के बाद ममता बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट किया कि आखिर भारत सरकार की संवेदनहीनता का अंत कब होगा? ममता बनर्जी ने पोस्ट किया कि ट्रेन हादसे अब नियमित से हो गए हैं। हर हफ्ते घटनाएं हो रही हैं। क्या यही शासन है? सुबह एक और विनाशकारी रेल दुर्घटना हुई। हावड़ा-मुंबई मेल झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में पटरी से उतर गई। कई मौतें और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। यह बेहद दुखद है। हर सप्ताह रेल हादसों की दुखद शृंखला सी चल रही है। रेलवे ट्रैक पर मौत और यात्रियों के घायल होने का यह सिलसिला कब तक चलेगा? हम इसे कब तक बर्दाश्त करेंगे? क्या भारत सरकार की संवेदनहीनता का कोई अंत नहीं होगा? टीएमसी विधायक सागरिका घोष ने भी केंद्र सरकार पर वार किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि ट्रेनों की सुरक्षा में अनदेखी के चलते लोगों को रोज परेशानी उठानी पड़ रही है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहां हैं? वह केवल अंशकालिक रेल मंत्री हैं।
ट्रेन दुर्घटना का रिकॉर्ड बनाने जा रही सरकार : अखिलेश
झारखंड में ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, लगता ये है कि सरकार हर चीज में रिकॉर्ड बनाना चाहती है अभी कुछ दिन पहले पेपर लीक रिकॉर्ड चल रहा था लगता है उसी तरह ट्रेन दुर्घटना का भी रिकॉर्ड बनने जा रहा है। उनके पास इतना बड़ा बजट है फिर भी दुर्घटना क्यों हो रही हैं? लोगों को सुविधाएं क्यों नहीं मिल रही हैं। आज की घटना में जिन लोगों की जान गई उनके लिए सरकार कुछ करें और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो उस के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करें।
वायनाड में भूस्खलन ने निगलीं 60 जानें
- सैकड़ों के फंसे होने की आशंका, बचाव कार्य के लिए सेना बुलाई गई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोच्चि। भारी बारिश के बीच केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ और सेना समेत कई एजेंसियों को तैनात किया गया है। मंगलवार की सुबह भारी बारिश की वजह से यह हादसा हुआ।
उधर प्रधानमंत्री मोदी व केरल के सीएम विजयन ने एक-दूसरे से बात की और हालात पर चर्चा की। वहीं इस हादसे को संसद में उठाया गया। ज्ञात हो कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से हैं। एक बयान में, भारतीय सेना ने कहा कि उन्होंने चिकित्सा टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। दो वायु सेना के हेलीकॉप्टर, एक एमआई-17 और एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर को भी सेवा में लगाया गया है। केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय नौसेना की एक टीम भी बचाव प्रयासों में सहायता करेगी। सांसद राहुल गांधी व प्रियंका गांधी कल वायनाड जाएंगे।
पीएम ने की सीएम से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक बयान में कहा, वायनाड में भूस्खलन पर हर संभव बचाव अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, जब से हमें घटना के बारे में पता चला है, सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गए हैं। मंत्री वायनाड का दौरा करेंगे और गतिविधियों का नेतृत्व करेंगे। इस बीच, भूस्खलन के मद्देनजर एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं। कई परिवारों को विभिन्न शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया है।
यूडीएफ कार्यकर्ता बचाव और राहत कार्यों में जुटें : राहुल
वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह भूस्खलन और इसके कारण हुई जानमाल की हानि से बहुत दुखी हैं। राहुल गांधी ने कहा, मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान चल रहा है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।