आंगनबाड़ी केंद्रों में नदारद 60 कार्यकत्रियों पर कार्रवाई, अब वेतन काटने की तैयारी में विभाग

हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सैकड़ों आंगनबाड़ी केंद्र रामभरोसे चल रहे हैं। बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के ड्यूटी से गायब रहने के मामले में डिपार्टमेंट ने ऑनलाइन चेकिंग की तो इसमें 60 कार्यकत्री केंद्र से गायब मिलीं। अब डिपार्टमेंट ने सभी को नोटिसें जारी कर जवाब तलब किया है। इन लापरवाह कार्यकत्रियों की पगार काटने की तैयारी भी शुरू हो गई है, जिससे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में हडक़ंप मचा हुआ है।
हमीरपुर जिले में डेढ़ हजार आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हो रहे हैं। इनमें 1200 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां तैनात है। इसके अलावा इन केन्द्रों में सहायिकाएं भी काम करती है। डेढ़ हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में हर माह सैकड़ों बच्चों को पोषाहार भी मुहैया कराया जाता है। इसके बाद भी बच्चे कुपोषण की गिरफ्त में देखे जा रहे है। इधर डीपीओ (जिला कार्यक्रम अधिकारी) शैलेन्द्र सिंह ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में कर्मियों की तैनाती शत प्रतिशत कराए जाने के लिए बड़ी पहल की है।
कन्ट्रोल रूम से लैंड लाइन फोन से प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के फोन कर कार्यकत्रियों की मौजूदगी होने की जानकारी ली जा रही है। शिक्षक अपने फोन से ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में तैनात कार्यकत्रियों से कन्ट्रोल रूम में बात कराते है। ऑनलाइन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हाजिरी लेने की इस पहल में 60 कार्यकत्रियां केन्द्रों से नदारत पाई गई जिनके खिलाफ अब कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। डीपीओ ने बताया कि ड्यूटी से नदारत मिलने पर 60 कार्यकत्रियों को नोटिसें जारी कर जवाब मांगा गया है। जल्द ही इन सभी के पगार काटने की कार्रवाई की जाएगी।
डीपीओ शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों और वहां के स्टाफ की मौजूदगी की जांच के लिए वीडियो कालिंग रोजाना की जाती है। अभी तक 200 आंगनबाड़ी केन्द्रों की ऑनलाइन जांच कराई गई जिसमें साठ कार्यकत्रियों के खिलाफ ड्यूटी से नदारत पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। ऑनलाइन जांच में दो सुपरवाइजर भी नदारत पाए गए हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। बताया कि इस मामले की जानकारी विभागीय उच्चाधिकारियों को भी दी गई है।
डीपीओ ने बताया कि डिपार्टमेंट के पास न तो वाहन है और ना ही संसाधन है। इसीलिए इन केन्द्रों की स्टाफ और बच्चों की मौजूदगी की जांच कराने के लिए ऑनलाइन जांच कराने का अभिनव अभियान शुरू किया गया है। बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की आनलाइन से जांच बड़े ही आसानी से होती है। जिससे अब इन केन्द्रों की स्थिति भी सुधरने लगी है। बच्चों की मौजूदगी का ग्राफ अब बढऩे लगा है। बताया कि यह अभिनव प्रयोग अब अन्य जिले में भी चलाए जाने की तैयारी है।

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