एनसीपी में टूट के बाद अब चाचा भतीजे में ताकत दिखाने की बारी

  • पूरे दिन जारी रहा अलग-अलग बैठकों का सिलसिला
  • शरद पवार व अजित पवार दोनों ने कल बुलाई बैठक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। अजित पवार समेत कई विधायकों के महाराष्ट्र की भाजपा-शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अब एनसीपी में भी शिवसेना की तरह दो फाड़ की स्थिति आ गई है। कभी शरद पवार के इशारे पर चलने वाली एनसीपी अब दो गुटों में बंट गई है। एक ओर पार्टी के संस्थापक शरद पवार हैं, तो दूसरी ओर उनके भतीजे अजित पवार अपने कुछ विधायकों के साथ पार्टी में बगावत कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में इस सियासी उलटफेर और एनसीपी के टूट के बाद एक ओर जहां चाचा और भतीजे दोनों अपनी अलग-अलग ताकत दिखा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर आज पूरे दिन अलग-अलग बैठकों का सिलसिला भी जारी रहा।
चाचा-भतीजे दोनों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए कल यानी बुधवार को अलग-अलग बैठक बुलाई हैं। तो वहीं चाचा शरद पवार से अलग होने के बाद अजित पवार ने आज एनसीपी के नए कार्यालय का भी उद्घाटन किया। अजित ने आज मुंबई में मंत्रालय के सामने अपने नए पार्टी दफ्तर का ऐलान किया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कैबिनेट मीटिंग में भी शामिल हुए।

अजित पवार ने कल बुलाई बैठक

अजित पवार ने सभी एनसीपी सांसदों, विधायकों, विधानसभा परिषद के सदस्यों, पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को पहले आज बांद्रा के एमईटी पहुंचने को कहा, जहां उन्होंने बैठक की। इसके बाद नवनियुक्त डिप्टी सीएम अजित पवार ने सभी एनसीपी सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला प्रमुखों और राज्य प्रतिनिधियों को 5 जुलाई को एमईटी बांद्रा में एक बैठक के लिए आने के लिए कहा है। अजित पवार खेमे के एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने दावा किया है कि उनके पास विधायकों के भरपूर नंबर हैं। तो वहीं अजित पवार सरकार में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र कैबिनेट की आज पहली बैठक में भी शामिल।

शरद पवार भी करेंगे बैठक

दूसरी ओर अपनी ताकत दिखाने के लिए शरद पवार ने भी मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर यानी एनसीपी दफ्तर में पार्टी की मीटिंग की। इसमें कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद रहीं। वहीं शरद पवार ने भी कल यानी बुधवार को भी यहीं एक और मीटिंग बुलाई है। एनसीपी के दोनों गुटों के अलावा शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस ने भी बैठकें बुलाईं।

शिवसेना (यूबीटी) महा विकास अघाड़ी के साथ

दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने भी अपनी पार्टी के लोगों की एक बैठक बुलाई। इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि शिवसेना (यूबीटी) महा विकास अघाडी के साथ बरकरार रहेगी। इस बैठक में महाराष्ट्र के वर्तमान सियासी घटनाक्रम के अलावा महा विकास अघाड़ी के भविष्य और चुनाव को लेकर भी चर्चा की गई।

नेता प्रतिपक्ष का पद चाहती है कांग्रेस

बैठकों के बीच महाराष्ट्र विधानभवन के कांग्रेस दफ़्तर में भी कांग्रेस ने एक बैठक की। जिसमें नेता प्रतिपक्ष के मामले पर चर्चा हुई। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जिस दल के ज़्यादा विधायक उनका विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, ये स्पष्ट है। जाहिर है कि कांग्रेस के सबसे ज़्यादा विधायक हैं। तो वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोराट ने भी कहा कि विपक्ष का नेता उस पार्टी से होगा, जिसके पास सबसे ज्यादा विधायक होंगे। हम (एनसीपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट) बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। महा विकास अघाड़ी एकजुट है और राज्य के लोग हमारे साथ हैं।

राहुल गांधी को झारखंड हाईकोर्ट से मिली राहत

  • कोर्ट ने दंडात्मक कार्रवाई पर लगाई रोक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रांची। मानहानि मामले में मुश्किलों का सामना कर रहे कांग्रेस के डिस्क्वालिफाइड सांसद राहुल गांधी को झारखंड हाईकोर्ट से आज एक बड़ी राहत मिली है। झारखंड हाईकोर्ट ने आज इस मामले में सुनवाई करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने पर फिलहाल रोक लगा दी है। हाईकोर्ट अब 16 अगस्त को इस मामले में सुनवाई करेगा। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने साल 2019 में कर्नाटक में जनसभा के दौरान अपने एक बयान में कहा था कि ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों है?’ राहुल गांधी के बयान के बाद उनके खिलाफ देश में अलग-अलग जगह मानहानि के मुकदमे दर्ज हुए थे। आज राहुल के मामले पर सुनवाई करते हुए झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने याचिका दायर करने वाले प्रदीप मोदी को जवाब पेश करने का निर्देश दिया। साथ ही अदालत ने राहुल गांधी को राहत देते हुए अगली सुनवाई तक किसी भी दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है।

गुजरात में भी दर्ज है मामला जा चुकी है सदस्यता

बता दें कि इसी मामले को लेकर गुजरात में भी राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसमें सूरत सेशन कोर्ट से उन्हें दो साल की सजा मिल चुकी है। इसी के चलते जनप्रतिनिधि कानून के तहत राहुल गांधी की संसद सदस्यता भी जा चुकी है। जिसके बाद उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट का रुख किया है। वहीं रांची में भाजपा नेता प्रदीप मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही थी। एमपी एमएलए कोर्ट ने राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। अदालत के इस फैसले को राहुल गांधी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इसी मामले में आज हाईकोर्ट ने सुनवाई की। फिलहाल अब एक जगह तो राहुल को राहत मिल चुकी है।

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