Ahmedabad Plane Crash: सरकार ने जारी किया आंकड़ा, इतने लोगों की हुई मौत

गुजरात सरकार ने अहमदाबाद विमान हादसे में मरने वाले लोगों के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है... गुजरात सरकार के प्रवक्ता मंत्री...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एक भयानक विमान हादसे ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया…… एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171……. जो सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भर रही थी…… टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई……. इस हादसे में 260 लोगों की जान चली गई…… जिसमें 241 यात्री और 19 गैर-यात्री शामिल थे……. वहीं इस त्रासदी ने न केवल कई परिवारों को उजाड़ दिया…… बल्कि विमानन सुरक्षा और आपदा प्रबंधन पर भी कई सवाल खड़े किए…… गुजरात सरकार और केंद्रीय एजेंसियों ने इस हादसे के बाद तेजी से कार्रवाई की……. और 18 दिन बाद स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या…… और जांच प्रक्रिया की जानकारी दी……

आपको बता दें कि 12 जून 2025 को दोपहर करीब 1:30 बजे……. एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी…… अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन-गैटविक के लिए उड़ान भर रही थी……. इस विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे……. जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे……. यात्री सूची में 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे, और 2 नवजात शामिल थे…….. विमान ने टेकऑफ के लगभग 30 सेकंड बाद ही असामान्य व्यवहार दिखाना शुरू किया…… और रनवे से मात्र 1.5 किलोमीटर दूर मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की मेस बिल्डिंग पर जा गिरा……

आपको बता दें कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के साथ ही एक जोरदार धमाका हुआ……. और विमान आग के गोले में तब्दील हो गया…… विमान में मौजूद 1.25 लाख लीटर ईंधन ने आग को और भयावह बना दिया……. जिसके कारण तापमान इतना बढ़ गया कि तत्काल बचाव कार्य शुरू करना असंभव हो गया……. हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की तुरंत मौत हो गई…….. जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल भी शामिल थे…….. केवल एक यात्री, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार……. जो सीट नंबर 11A पर बैठे थे…… चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाए……

बता दें कि हादसे का असर केवल विमान तक सीमित नहीं रहा……. विमान के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरने से वहां मौजूद मेडिकल छात्रों…… और स्टाफ पर भी भारी संकट आया…….. मेस में खाना खा रहे 19 गैर-यात्री, जिनमें 5 एमबीबीएस छात्र शामिल थे…….. इस हादसे की चपेट में आ गए और उनकी भी मृत्यु हो गई…….. कुल मिलाकर, इस हादसे में 260 लोगों की जान गई…….. जिसमें 181 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई, और 19 गैर-यात्री शामिल थे…….

वहीं हादसे की सूचना मिलते ही गुजरात सरकार, स्थानीय प्रशासन और केंद्रीय एजेंसियों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किए…….. अहमदाबाद सिविल अस्पताल को आपातकालीन केंद्र बनाया गया……. जहां घायलों का इलाज और शवों की पहचान का काम शुरू हुआ……. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे के कुछ घंटों बाद ही स्थिति का जायजा लिया…… और बचाव कार्यों की निगरानी की……. और उन्होंने बताया कि विमान में मौजूद ईंधन के कारण तापमान इतना अधिक था कि तत्काल बचाव संभव नहीं था…….

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू भी तुरंत अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचे…… स्वास्थ्य विभाग ने ट्रॉमा सेंटर में ऑर्थोपैडिक, न्यूरो, मेडिसिन, प्लास्टिक सर्जरी और बर्न्स विशेषज्ञों की 5 टीमें तैनात कीं……… इसके अलावा, पोस्टमॉर्टम और डीएनए जांच के लिए 32 विशेषज्ञों और 20 सहायकों की एक विशेष टीम बनाई गई……….

वहीं हादसे में घायल हुए 71 लोगों को सिविल अस्पताल लाया गया…….. जिनमें से 42 को बाद में छुट्टी दे दी गई…….. जबकि 9 मरीजों का इलाज आईसीयू में जारी रहा……. एकमात्र जीवित बचे यात्री……. रमेश विश्वास कुमार को गंभीर चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया……. जहां उनकी स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ…..

हादसे के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी शवों की पहचान करना……. विमान में लगी आग के कारण अधिकांश शव बुरी तरह जल चुके थे……. जिसके चलते चेहरों से पहचान करना मुश्किल था……. गुजरात सरकार ने डीएनए जांच की प्रक्रिया शुरू की…….. जिसमें मृतकों के परिजनों से डीएनए सैंपल लिए गए……… अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया अत्यंत संवेदनशील थी…… और इसे पूरी सटीकता के साथ किया गया…….

वहीं 18 दिन बाद 30 जून 2025 को गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने एक वीडियो संदेश में बताया कि कुल 260 शवों की पहचान पूरी हो चुकी है……. इनमें से 254 शवों की पहचान डीएनए मिलान के जरिए की गई…….. जबकि 6 शवों की पहचान चेहरों के आधार पर हुई……. सभी 260 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए……. जिनमें 31 शव हवाई मार्ग से और 229 शव सड़क मार्ग से उनके गंतव्य तक पहुंचाए गए……

डीएनए जांच के लिए गुजरात सरकार ने 1000 से अधिक सैंपल एकत्र किए…….. जिसमें विदेश में रहने वाले परिजनों से भी संपर्क किया गया…… कुछ मामलों में जहां एक ही परिवार के कई सदस्यों की मृत्यु हुई थी……. परिजनों ने सभी डीएनए सैंपल मिलान होने तक इंतजार किया……. इस प्रक्रिया में फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन और स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई……

आपको बता दें कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो…… और अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की…….. हादसे के अगले दिन 13 जून 2025 को AAIB ने विमान का ब्लैक बॉक्स…….. जिसमें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर शामिल थे…….. मलबे से बरामद किया……. यह ब्लैक बॉक्स हॉस्टल की छत पर मिला था……

जिसको लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि ब्लैक बॉक्स की जांच भारत में ही की जा रही है…….. और इसे विदेश भेजने की अटकलों को खारिज कर दिया……. और उन्होंने कहा कि जांच अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के प्रोटोकॉल के अनुसार हो रही है……. केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की गई……. जिसमें DGCA और IB के अधिकारी शामिल हैं…… इस समिति को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया…….

एयर इंडिया के एमडी और सीईओ कैंपबेल विल्सन ने बताया कि विमान का रखरखाव नियमित रूप से किया गया था…….. इसकी आखिरी बड़ी जांच जून 2023 में हुई थी……. और अगली जांच दिसंबर 2025 में निर्धारित थी……. दाहिने इंजन की मरम्मत मार्च 2025 में और बाएं इंजन का निरीक्षण अप्रैल 2025 में किया गया था…….. इसके बावजूद, हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स का डेटा महत्वपूर्ण होगा…….

वहीं इस हादसे ने न केवल अहमदाबाद बल्कि पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया……. मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल थे……. जिनके निधन पर गुजरात सरकार ने राजकीय शोक की घोषणा की……. उनके अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए……

हादसे में मारे गए 19 गैर-यात्रियों जिनमें मेडिकल छात्र शामिल थे….. उनके परिवारों में गहरा आक्रोश था…….. एयर इंडिया ने मृतकों के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये के अंतरिम मुआवजे की घोषणा की……. और एक ट्रस्ट बनाने का प्रस्ताव रखा……… हालांकि, जांच के कारण उड़ानों में देरी और नाइट कर्फ्यू वाले हवाई अड्डों पर लंबी दूरी की उड़ानों में समस्याएं बढ़ने की आशंका जताई गई……

यह हादसा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का पहला बड़ा हादसा था…….. जिसे 2011 में कमर्शियल सर्विस में लॉन्च किया गया था…….. वायु सुरक्षा विशेषज्ञ वंदना सिंह ने कहा कि इस हादसे ने विमानन सुरक्षा पर नए सवाल खड़े किए हैं……. DGCA ने बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की सघन जांच के आदेश दिए……. जिसके कारण उड़ानों में देरी की संभावना बढ़ गई……

 

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