अयोध्या रेप केस मामले में अखिलेश यादव ने की बड़ी मांग, चर्चाएं तेज
उत्तर-प्रदेश में वारदात और अपराध की समस्याएं थमनें का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच यूपी के अयोध्या में नाबालिग बच्ची के रेप का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है...
4PM न्यूज नेटवर्कः उत्तर-प्रदेश में वारदात और अपराध की समस्याएं थमनें का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच यूपी के अयोध्या में नाबालिग बच्ची के रेप का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। अयोध्या में 12 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हुए गैंगरेप की घटना को लेकर रविवार (4 अगस्त) को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक बड़ी मांग की है। अखिलेश ने अपनी मांग में पीड़िता को अच्छी चिकित्सीय प्रबंध कराने, पीड़िता की हर संभव और सुरक्षा सुनिश्चित करवाने के साथ ही राजनीतिक बयानबाजी को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
सपा मुखिया की प्रतिक्रिया आई सामने
अखिलेश ने इससे पहले कहा कि अयोध्या के भदरसा मामले में बिना DNA टेस्ट के भाजपा का आरोप दुराग्रह पूर्ण माना जाएगा। कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका DNA टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हैं, उन्हें कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए। लेकिन अगर DNA टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इसके अलावा सपा मुखिया ने मांग की है कि सरकार पीड़ित परिवार को तत्काल 20 लाख रुपये की सहायता प्रदान करे। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। ऐसे में हर दिन हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है। भाजपा सरकार घटनाओं को रोकने में विफल है। भाजपा सरकार असली अपराधियों को बचाती रही है। सत्ता के संरक्षण में भाजपा समर्थक भी तमाम अपराधों में संलिप्त पाए गए हैं।
आपको बता दें अखिलेश ने आगे कहा कि वैसे भी अपराधियों में भाजपा सरकार का खौफ नहीं रह गया है। वह भाजपा नेता की बेटी का अपहरण करने से भी नहीं डर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री जी के प्रदेश में कानून व्यवस्था की बेहतरी के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। निकम्मी भाजपा सरकार से लोग ऊब गए हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- शिवपाल यादव ने एक्स पर जवाब देते हुए अयोध्या की घटना की निंदा की और नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन किया।
- उन्होंने सुझाव दिया कि मौर्य को भी नार्को टेस्ट से गुजरना चाहिए
- ऐसे में यह स्पष्ट हो सके कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण कौन कर रहा है?