एसएचओ और सीओ के सामने कथित भाजपाइयों ने टीआई को पीटा, फाड़ी वर्दी
अलीगढ़। अलीगढ़ में मोडिफाइड बुलेट को रोककर चेकिंग करने पर भाजपाइयों द्वारा पीटे गए ट्रैफिक इंस्पेक्टर पुलिस विभाग पर जमकर बरसे। ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने यहां तक कह दिया कि अलीगढ़ पुलिस नपुंसक है। ट्रैफिक इंस्पेक्टर का गुस्सा इलाके की एसएचओ और सीओ पर फूटा।
इंस्पेक्टर ने बताया कि उनके सामने ही भाजपाइयों ने उनकी वर्दी तक फाड़ दी और एसएचओ और सीओ ने कुछ नहीं किया। इंस्पेक्टर की पिटाई का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद ही पुलिस ने दो भाजपाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने कहा कि जब तक मेरी नौकरी रहेगी तब तक याद रहेगा कि एसएचओ और सीओ की मौजूदगी में मेरी पिटाई हुई है। बताया कि उन्हें पीआरओ साहब का फोन आया था कि एक गाड़ी संदिग्ध है चेक कीजिए। एक मोडिफाइड बुलेट जिसके साइलेंसर की बहुत तेज आवाज आ रही थी। उसे रोका और चेक किया तो मेरे साथ अभद्रता की गई। एसएसओ और सीओ की मौजूदगी में मेरे कपड़े फाड़े गए।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश कुमार को सीयूजी नंबर से अवगत कराया गया कि एक कार कंट्रोल रूम 112 के बाहर संदिग्ध हालत में खड़ी है। वह और टीएसआई जगवीर सिंह ने गाड़ी चेक की तो पता चला वाहन पास में रहने वाले व्यक्ति का है। इसी दौरान पटाखा साइलेंसर लगी एक बुलेट मोटर साइकिलतेज आवाज करते हुए स्पीड में निकली।
इंस्पेक्टर ने रसलगंज चौराहे पर बुलेट रुकवाकर चेक की तो उसका ई-चालान एप पर ऑनलाइन विवरण नहीं खुला। कागज मांगे तो चालक नहीं दिखा सका। चालक को यातायात लाइन चलने के लिए कहा, जिससे वाहन की जांच की जा सके। ऐसे में बाइक सवार ने फोन कर अपने तमाम साथियों को मौके पर बुला लिया और इंस्पेक्टर के साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्हें गाड़ी से खींचकर मारा गया। कपड़े भी फाड़ दिए गए।
यातायात इंस्पेक्टर की पिटाई करने के बाद जब वहां बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गई तो आरोपियों ने यातायात निरीक्षक पर शराब पीकर वाहन चलाने व बुलेट को टक्कर मारकर रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि इंस्पेक्टर का मेडिकल कराया गया। मेडिकल कराया गया तो जांच में वह नशे में नहीं पाये गये। मारपीट के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें एक विशाल गुप्ता भाजपा के महावीरगंज मंडल का मंत्री है। विशाल गुप्ता, सोनू के साथ ही 10-12 अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ है। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि निरीक्षक यूनिफार्म में नहीं था। मामले की जांच की जा रही है।