समाजवाद को नकारने वाले संविधान विरोधी

शिवपाल बोले-प्रस्तावना में है समाजवाद का उल्लेख

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुपस्थिति में और उनका नाम लिए बगैर शिवपाल सिंह यादव ने विधान सभा में उन पर निशाना साधा। यह कहते हुए कि जो लोग कहते हैं कि समाजवाद की जरूरत नहीं है, वो संविधान विरोधी हैं। गौरतलब है कि योगी ने समाजवाद को पाखंड बताया था।
विधान सभा में शिवपाल उठे तो थे जलशक्ति विभाग की बजट मांगों पर कटौती प्रस्ताव पेश करने के लिए लेकिन इस मौके पर योगी पर तंज कसने से नहीं चूके। शिवपाल ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद का उल्लेख है। हम सभी विधायकों ने संविधान की शपथ ली है। यह कहना कि समाजवाद की जरूरत नहीं है, संविधान विरोधी कथन है। उन्होंने कहा कि समाजवादी डॉ. राम मनोहर लोहिया, जय प्रकाश नारायण और आचार्य नरेंद्र देव जैसे राष्ट्रनायकों का सपना था। अटल बिहारी वाजपेयी ने भाजपा को समाजवाद अपनाने की लिखित सलाह दी थी। शिवपाल ने राजधानी लखनऊ की गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि सपा सरकार ने इसका 95 प्रतिशत काम पूरा कर लिया था। इस परियोजना की निगरानी के लिए 25 अफसरों की कमेटी थी। उस कमेटी के सदस्य अफसर आज भी सरकार के साथ काम कर रहे हैं। सरकार चाहती तो सच्चाई उनसे भी मालूम कर सकती थी। किसी अधिकारी ने स्वार्थ में झूठ बोल दिया तो भाजपा सरकार ने परियोजना का काम रुकवा दिया। उन्होंने जलशक्ति मंत्री से कहा कि गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का काम तो पूरा करा देते। सत्ता पक्ष को जवाब दिया कि मेरे सिंचाई रहते प्रदेश में एक भी बांध नहीं टूटा था लेकिन पिछले एक साल में चार बांध टूटे।

समाजवाद ही होता है रामराज्य का प्रस्थान बिंदु : अखिलेश

रामचरितमानस पर टिप्पणी के बाद सपा व भाजपा में शुरू राजनीति अब रामराज्य व समाजवाद पर आ गई है। रामराज्य की परिकल्पना को साकार किए जाने में समाजवाद की भूमिका पर वाद- प्रतिवाद होने लगा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवाद पर हमला बोलते हुए इसे बहरूपिया ब्रांड बता दिया था। समाजवाद दुनिया के अंदर कहीं भी समृद्धि नहीं लाया है। वहीं, अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रामराज की कल्पना को एक बार फिर समाजवाद से जोड़ते हुए ट्वीट किया रामराज्य का प्रस्थान बिंदु समाजवाद ही होता है।

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