उद्योगपतियों के हिसाब से बना बजट: बघेल

  • पूर्व सीएम बोले- असलीयत लोग जान चुके हैं और सबको केंद्रीय बजट से हो रही निराशा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। केंद्रीय बजट के संबंध में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्रीय बजट आया है मीडिया में खूब छाया हुआ है। जैसे-जैसे समय बीतते जा रहा है और बजट का असलीयत लोग जान चुके है और सबको निराशा हो रही है। देश का अर्थव्यवस्था अब निर्मला सीतारमण के हाथ में नहीं रहा। अब जो कुछ भी है अंतर्राष्ट्रीय जो घटनाक्रम है उससे देश के अर्थव्यवस्था संचालित होगी। कल ही अमेरिकी सरकार ने स्टील की 25 प्रतिशत टैक्स लगाया है।
सेंसेक्स भी एक दम ही नीचे गिरा गया है और लोगो के 10 लाख करोड़ डूब गया, तो ऐसी कितनी घटनाये हुयी है इस दौरान जो शेयर मार्केट लगातार गोते लगाये जा रहा है। उद्योगपति केन्द्रीय बजट आने लगा है, जनता के हिसाब से नहीं आने लगा। इस बजट में मजदूरों के लिये कुछ भी नहीं है। मनरेगा के दर तक नहीं बढ़ाया है प्रति माह महंगाई बढ़ गया लेकिन मनरेगा का दर बढ़ा नही और छत्तीसगढ़ में यह स्थिति है जो 13 लाख जो मनरेगा मजदूर थे उनका नाम काट दिया गया। किसानों के लिये भी बजट में कुछ नहीं, जो किसान लगातार एमएसपी की मांग कर रहे थे, वो भी नहीं मिला। नौजवानों के लिये कुछ भी नहीं है रोजगार कैसे मिले।

नगरीय निकाय के चुनाव में हुई गड़बड़ी

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नगरीय निकाय के चुनाव संपन्न हुए और शांतिपूर्ण तरीके से हुए पर मतदाताओं को तकलीफ हुई। उन्होंने कहा कि वोटर कहीं का और मतदान कहीं पर और नाम इस प्रकार से काटा गया कि पत्नी का अलग बूथ में और पति का अलग बूथ में। कई तो ऐसे है घर कहीं पे है और पांच बूथ क्रास करके छठवे बूथ में मतदान करना पड़ा। परिसीमन गलत हुआ है इस मामले में हम लोगों ने शिकायत भी किया गया था। इसके कारण मतदान प्रतिशत में कमी आई है वह देखने को मिला। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 90 से 100 जगह ईवीएम बंद पाया गया। ईवीएम बंद हुए तो कुछ जल्दी बन गये और कुछ ईवीएम को घंटो लग गये बनने के लिये।

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