बिहार चुनाव से पहले मांझी ने बढ़ाई नीतीश की टेंशन, कर दिया बड़ा खेल

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा में पार्टी सदस्यता अभियान चल रहा है... इसी क्रम में केरल की दो पार्टियां मोर्चा में शामिल हो चुकी हैं... जिससे नीतीश कुमार की चिंता बढ़ गई है... पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार ने कहा कि राज्य में सदस्यता अभियान का लक्ष्य जल्द प्राप्त किया जाएगा... देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार में दो हजार पच्चीस में विधानसभा चुनाव होने है… जिसको लेकर सभी दल अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं… और जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास कर रहें है… इस बीच जीतनराम माझी ने बिहार की राजनीति में ट्विस्ट ला दिया है… जिससे नीतीश कुमार की परेशानी बढ़ती हुई दिखाई दे रही है… बता दें कि जीतनराम माझी ने बिहार के बाहर अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा में दो पार्टियों का विलय कर लिया है… और बिहार के बाहर अपनी पार्टी में विस्तार कर रहे है… जो नीतीश कुमार के लिए सही संकेत नहीं है… वहीं जीतनराम माझी के इस पहल से एनडीएम खेमें हलचल मच गई है… बता दें नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव से किनारा कर लिया… और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जनवरी में एनडीए का दामन थाम लिया… इससे पहले तक नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन का हिस्सा थे… वहीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पलटी मारने वाले नीतीश कि अब मुश्किलें खुद बा खुद बढ़ती हुई दिखाई दे रही है… आपको बता दें कि नीतीश कुमार जैसे दूसरों के साथ खेला करते है… और मौका देखते ही पलटी मार जाते हैं… ठीक उसी तरह से जीतनराम माझी ने नीतीश कुमार के साथ खेला कर दिया है… जिससे नीतीश कुमार की परेशानी बढ़ गई है…

बता दें कि जीतनराम माझी बिहार के बाहर अपनी पार्टी का विस्तार करने में जुटे है… हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से) के अध्यक्ष एवं मंत्री डाक्टर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि प्रदेश में पार्टी सदस्यता अभियान चल रहा है….. केरल की दो-दो पार्टियां हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा में शामिल हो चुकी हैं…. अभी कई प्रांतों में छोटी-छोटी पार्टियों से विलय पर बातचीत चल रही है…. और जल्द ही राज्यों की तमाम छोटी-छोटी पार्टियां हिंदुस्तान अवाम मोर्चा में विलय करेंगी… जिससे आने वाले समय में पार्टी को और मजबूती मिलेगा… और पार्टी का नेशनल स्तर पर विस्तार होगा… जो कहीं न कहीं नीतीश कुमार के लिए बड़ी चुनौती है… वहीं मांझी के इस कदम से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की टेंशन बढ़ सकती है…. राज्य के बाहर जिस तरह से मांझी ने पार्टी का विस्तार शुरू कर दिया है…. वह अन्य क्षेत्रीय दलों के लिए चिंता का विषय हो सकता है…. बता दें कि उन्होंने सदस्यता अभियान की बैठक में कहा कि पूरे देश में गरीब-दलित समाज के लोग हमें आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं….. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. अनिल कुमार ने कहा कि राज्य में सदस्यता अभियान का लक्ष्य हम बहुत जल्द प्राप्त कर लेंगे… बैठक में प्रफुल मांझी, राजेश पांडेय, डा वीरेंद्र कुमार, श्याम सुंदर शरण, नंदलाल मांझी गिरधारी सिंह ने भी विचार प्रकट किए…. आपको बता दें कि जीतनराम मांझी एक सामान्य परिवार में जन्मे थे…. ये आज भी अपना प्रेरणास्त्रोत पर्वत पुरूष दशरथ मांझी को मानते हैं…. और जीतनराम मांझी गर्व के साथ कहते हैं कि वे मेरे परिवार के सदस्य… और अग्रज रहे हैं…. जीतनराम मांझी को जब जीत मिली तो वह शानदार तरीके से पहली बार सबसे लोकसभा में पहुंचकर अपनी संघर्ष की गाथा को मंत्री के रूप में परिभाषित किया….

वहीं कुछ दिन पहले जीतनराम माझी ने बिहार में शराब बंदी को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि राज्य में शराब बंदी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है… राज्य के बड़े- बड़े अधिकारी शऱाब का सेवन करते हैं… और शऱाब के केसों में फंसाकर गरीब मजदूरों पर जुल्म किया जा रहा है… वहीं उन्होंने कहा कि शराब तस्कर नहीं पकड़ा जा रहा है…. मेहनत और मजदूर करने वाले मजदूर गिरफ्तार किए जाते हैं…. तो इससे साफ पता चलता है कि शराबबंदी का असर बिहार में दिखाई नहीं दे रहा है…. वहीं जीतनराम माझी के इस तरह के बयान से सियासी पारा हाई हो गया है… आपको बता दें कि जीतनराम माझी के बगावती सुर से नीतीश कुमार की पार्टी के भीतर खलबली मची हुई है… वहीं बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनसुराज पार्टी के अध्यक्ष प्रशांत किशोर एक्टिव हो गए है… और अपनी खोई जमीन को तलाशने की जद्दोजहद में जुटी हुई है…. इस बीच बिहार की राजनीति में अपना सिक्का आजमाने उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बड़ा ऐलान किया है…. और उन्होंने कहा कि अगर उनकी नई राजनीतिक पार्टी सत्ता में आती है…. तो वह एक घंटे के भीतर ही बिहार में शराबबंदी को समाप्त कर देंगे…. मीडिया से बात करते हुए जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी ‘अपनी सरकार बनाने के एक घंटे के भीतर शराबबंदी को समाप्त कर देगी….

आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि शराबबंदी का तरफ से एक ढकोसला है…. प्रशांत किशोर ने मौजूदा शराबबंदी की आलोचना की और दावा किया कि यह अप्रभावी साबित हुई है…..और उन्होंने कहा कि शराबबंदी के कारण अवैध घरेलू शराब वितरण बढ़ गया है…. और राज्य को बीस हजार  करोड़ रुपये के संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व से वंचित कर दिया है….. उन्होंने राजनेताओं और नौकरशाहों पर भी अवैध शराब व्यापार से लाभ उठाने का आरोप लगाया….. किशोर ने यह भी कहा कि वे ‘काबिलियत की राजनीति’ में विश्वास करते हैं…. और शराबबंदी पर बोलने से नहीं हिचकिचाएंगे…. हाल ही में प्रशांत किशोर ने मंच से ऐलान किया था कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम चालीस मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट देगी….. जिससे बीजेपी की भी टेंशन बढ़ गई है… आपको बता दें कि हिंदू-मुसलमान की राजनीति करने वाले मोदी के लिए बहुत बड़े टेंशन की बात है.,.. नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा है… ऐसे में मोदी की नीतियों का सपोर्ट भी करते हैं…. जिससे बिहार के मुसलमानों का वोट नीतीश कुमार से छिटकता जा रहा है…

बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार को बड़े नेता के रूप में जाना जाता है…. लेकिन नीतीश कुमार अपने लाभ को देखते हुए पलटी मारने की कला से बाज नहीं आते हैं… आपको बता दें कि नीतीश कुमार पिछले दस सालों में पांच बार पलटी मार चुके हैं…. वहीं पलटी मारने की दशा में बिहार की जनता नीतीश की हर चाल को समझ चुकी है… और अब पहले जैसी नीतीश की छबि जनता के बीच में नहीं रह चुकी है… बिहार में जड़े जमाने के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की नजर झारखंड पर भी है…. वे आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारकर अपना दम दिखाएंगे…. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने संगठन की मजबूती… और विस्तार को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से चर्चा की थी…. इस मौके पर केरल की लेबर पार्टी का हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा में विलय किया गया…. लेबर पार्टी के अध्यक्ष वीके विक्रमन एवं उपाध्यक्ष के पवित्रन ने विलय का प्रस्ताव दिया था…. मांझी ने कहा कि पार्टी देश भर में गरीब, वंचित और आम लोगों के हक की लड़ाई लड़ेगी और उनके मुद्दे उठाएगी…. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि जल्द झारखंड की पार्टी इकाई का विस्तार होगा….. बैठक में एनडीए की मजबूती पर चर्चा हुई…और उन्होंने कहा कि मजबूत जनाधार वाले क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी पर बातचीत की गई है…… तय किया गया है कि अगले विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा गरीबों… और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे….

हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी का नीतीश कुमार द्वारा उनकी पार्टी को खत्म करने की कोशिश को लेकर एक बार और दर्द छलका है…. मांझी ने कहा कि नीतीश उनकी पार्टी का जेडीयू में विलय करवाना चाहते थे…. मगर उस समय उन्होंने जेडीयू का साथ छोड़ दिया… और एनडीए मेंआ गए थे…. आज वह केंद्र मेंमंत्री बन गए हैं…. साथ ही उनकी पार्टी के पास 10 से 11 फीसदी वोट हो गए हैं…. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने शनिवार को पार्टी सुप्रीमो जीतनराम मांझी का केंद्रीय मंत्री बननेपर अभिनंदन किया…. पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित कार्यक्रम में हम प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने चांदी का मुकुट पहनाकर मांझी को सम्मानित किया…. वहीं गया जिला कमेटी की ओर से भी अपने सांसद को चांदी का मुकुट पहनाया गया… इस मौके पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि अब इस पार्टी को कोई आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है…. ये उनका नहीं बल्कि हम पार्टी के कार्यकर्ताओं का सम्मान है…. मांझी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी का जेडीयू में मर्ज नहीं किया…. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें मर्ज करने का ऑफर दिया था… आज नतीजा यह है कि उनकी पार्टी का वोट बढ़ गया….

मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार कहते थे कि छोटा दल नहीं चल पाएगा…. आज HAM चल नहीं बल्कि दौड़ रही है…. आज वह केंद्र में मंत्री हैं…. उनके बेटे संतोष सुमन पहले एक विभाग में मंत्री थे अब उनके पास दो-दो विभाग हैं…. केंद्रीय मंत्री ने हम कार्यकर्ताओं से आगामी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने को कहा…. बता दें कि पिछले साल जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी को बिहार की महागठबंधन सरकार से अलग कर दिया था…. उनके बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा भी दिया था…. इसके बाद मांझी एनडीए में आ गए…. उस समय उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर HAM को खत्म करने का आरोप लगाया था… हालांकि, इस साल की शुरुआत में खुद नीतीश भी महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आ गए… और बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना दी….और संतोष सुमन फिर से नीतीश कैबिनेट में शामिल हो गए… वहीं हम को खत्म करने वाले नीतीश कुमार को खत्म करने के लिए जीतनराम माझी ने बड़ा दांव चला है… और छोटी पार्टियों का हिंदुस्तान आवाम मोर्चा में विलय कराया है…

 

 

 

 

 

 

Related Articles

Back to top button