बीजेपी ने ढूंढ निकाला आंबेडकर पर सैम पित्रोदा का पोस्ट, माफी की मांग
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नई दिल्ली। संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर को लेकर सियासी जंग छिड़ी है. विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह से माफी की मांग कर रहा है तो बीजेपी का भी पलटवार जारी है. पार्टी ने गुरुवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा का एक पुराना ट्वीट साझा कर मुख्य विपक्षी दल पर हमला बोला है. पित्रोदा ने इस साल की शुरुआत में एक पोस्ट लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान में सबसे बड़ा सहयोग जवाहरलाल नेहरू का था, ना कि आंबेडकर का.
26 जनवरी, 2024 को किए गए पोस्ट में सैम पित्रोदा ने लिखा, संविधान को बनाने में सबसे ज्यादा सहयोग किसका था? नेहरू का, ना कि आंबेडकर का. उन्होंने आगे लिखा कि बाबासाहब का दिया हुआ संविधान….डॉ आंबेडकर भारतीय संविधान के पिता थे, ये भारतीय आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा झूठ है.
उनके इस पोस्ट को शेयर करते हुए बीजेपी ने लिखा कि बाबासाहब आंबेडकर के बारे में राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा के विचार. सैम ने बाबासाहब को संविधान निर्माता कहे जाने को इतिहास का सबसे बड़ा झूठ लिखा था. राहुल गांधी आप उनसे कहो कि माफी मांगें.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में आंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है.
ममता ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में कहा, मुखौटा उतर गया है. जब संसद संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर विचार कर रही है, गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर इसकी (संविधान की) छवि धूमिल करने का काम किया है, वह भी लोकतंत्र के मंदिर में.
उन्होंने आरोप लगाया, यह बीजेपी की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है. अगर 240 सीटों पर सिमटने के बाद वे इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो कल्पना करें कि अगर उनका 400 सीटों का सपना पूरा हो जाता, तो वे कितना नुकसान पहुंचाते. वे डॉ. आंबेडकर के योगदान को पूरी तरह मिटाने के लिए इतिहास को फिर से लिख देते.