पिछड़ों-दलितों के साथ भेदभाव कर रही भाजपा : गंगवार

2022 में बनेगी सपा सरकार

लखनऊ। पूर्व एमएसएमई मंत्री और सपा नेता भगवत सरन गंगवार आश्वस्त हैं कि उत्तर प्रदेश में अबकी बार उनकी पार्टी की ही सरकार बनेगी। वे समाजवादी पार्टी की सरकार के काम और मौजूदा सरकार की विफलताओं को बताते हैं। वह मानते हैं कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसा नेता पूरे हिंदुस्तान में ढूंढे से नहीं मिलेगा। भाजपा की सरकार तो पिछड़ों और दलितों के साथ भेदभाव कर रही है। उनका कहना है कि अखिलेश यादव ने 400 पार का नारा दिया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में यह नारा सच साबित होगा। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ऐसा करके दिखा भी चुकी है। इसलिए यूपी में भी यह नामुमकिन नहीं है।

उन्होंने कहा भाजपा 2017 में झूठ बोलकर चुनाव जीती थी। अपने घोषणापत्र का एक भी वादा पूरा नहीं किया। कहा था कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे, लेकिन बाद में एक लाख रुपये की कैपिंग लगा दी। बैंकों ने कुछ ऐसा खेल किया कि उसका लाभ भी बड़ी तादाद में किसानों को नहीं मिला। एक लाख की कैपिंग में भी किसानों को योजना के दायरे से बाहर करने के तरीके ढूंढे गए। वर्ष 2014, 17 और 2019 के चुनाव में जो वादे किए थे, उनमें से कोई भी पूरा किया हो तो बताइए। सर्वे कर लीजिए, सामने आ जाएगा कि गांवों, कस्बों और शहरों के लोग अब इनकी बातों पर भरोसा नहीं करते हैं।

भाजपा और उसकी सरकार, दोनों अपना भरोसा खो चुकी हैं। आने वाले चुनाव में यह साबित भी हो जाएगा। भगवत सरन गंगवार बताते हैं कि अखिलेश की रैलियों ने यह साबित कर दिया है कि अगली सरकार सपा की है। लोग तड़के ही सपा अध्यक्ष की रैलियों में पहुंच जाते हैं, ताकि अगली पंक्तियों में जगह मिल सके। सपा सामाजिक न्याय की बात करती है। सभी को उनकी आबादी के अनुपात में हक मिलना चाहिए। वे कहते हैं कि मेरा जीना-मरना सपा के साथ है और सपा के साथ ही रहेगा।

कन्नौज में मंच पर बैठने को लेकर आपस में ही भिड़े भाजपा नेता

जनविश्वास यात्रा के मंच पर ही गाली गलौज और हाथापाई

लखनऊ। विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सरगर्मी तेज हो गई है। हर दिन राज्य में कई रैलियां और जनसभा हो रही है। ऐसे में विपक्षियों को जवाब देने की जगह कन्नौज में बीजेपी कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए। मंच पर बैठने को लेकर ऐसा बवाल हुआ कि लोग एक दूसरे पर टूट पड़े और मारपीट करने लगे। दरअसल यह घटना कन्नौज में बीजेपी के जनविश्वास यात्रा के दौरान हुई। छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र के नेहरू कॉलेज में जनविश्वास यात्रा के तहत जनसभा के लिए मंच तैयार किया गया था। वर्तमान विधायक और बीजेपी जिला उपाध्यक्ष के समर्थकों में मंच पर बैठने को लेकर विवाद हो गया।

वर्तमान बीजेपी विधायिका अर्चना पांडे के समर्थकों पर बीजेपी जिला उपाध्यक्ष और उनके समर्थकों पर हमला करने का आरोप है। नगर भ्रमण के बाद नेहरू महाविद्यालय में जनसभा का आयोजन किया गया था। मंच पर बैठने को लेकर विधायिका के समर्थकों और जिला उपाध्यक्ष के समर्थकों के बीच विवाद हुआ। स्थानीय बीजेपी नेता विपिन द्विवेदी से मंच पर बैठने को लेकर यह नोकझोंक शुरू हुई थी। मामले ने इतना तूल पकड़ गया, कि गाली-गलौज के साथ हाथापाई भी शुरू हो गई।

इससे वहां कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई। इस मामले में विपिन द्विवेदी वर्तमान भाजपा विधायिका अर्चना पांडे के समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अरविंद यादव इस मामले को बीजेपी नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई करार दे रहे हैं। बता दें कि यूपी में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी जनविश्वास यात्रा निकाल रही है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते पांच सालों में किए गए विकास कार्यों का लेखाजोखा जनता के बीच रखते हैं।

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