बीजेपी के नापाक इरादे सफल नहीं होंगे : तेजस्वी
- कहा-सोची समझी राजनीतिक साजिश कर रही भाजपा
- अपने नेताओं पर भी जमकर बरसे बिहार के डिप्टी सीएम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। तेजस्वी यादव दिल्ली से पटना पहुंचते ही बीजेपी नेताओं पर जमकर बरसे। उन्होंने अपने नेताओं को भी नहीं छोड़ा। हालांकि इस दौरान तेजस्वी यादव ने जेडीयू नेताओं के बारे में बहुत कुछ कहा, लेकिन उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। तेजस्वी यादव ने ये जरूर कहा कि एड़ी अलगा कर बयान देने से थोड़े होता है। हम सभी लोग को जानते हैं। कुछ होने वाला नहीं है।
बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी एक सोची समझी राजनीतिक साजिश के तहत कार्य कर रही है। सब जानते हैं यह साजिश एक-डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुई। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अफवाह फैलाई जा रही थी, कभी राज्यपाल बनाने की, कभी केंद्रीय मंत्री बनाने खबरें बनाई जा रही थी। यह सब बीजेपी, भाजपा समर्थित मीडिया और बीजेपी माइंडेड लोग कर रहे थे। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि अब जब से बिहार में महागठबंधन बना है। महागठबंधन सरकार ने अपने एजेंडे के तहत नौकरियां दे रही है। जातिगत जनगणना कराने का कार्य शुरू किया है। वही लोग फिर से साजिशें कर रहे हैं। नीतीश कुमार और हम सब इन सभी बातों को समझते हैं और उन लोगों को पहचानते भी हैं। इस दौरान तेजस्वी यादव ने किसी का नाम तो नहीं लिया। लेकिन बयान से साफ लगता है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को भी बीजेपी एजेंट बता रहे हैं। इससे पहले कुछ इसी तरह का बयान देकर सुधकर सिंह को बीजेपी एजेंट बताया था। तेजस्वी यादव ने कहा कि धर्म को राजनीति से दूर रखना चाहिए, तभी हम जनता के असल मुद्दों पर बात कर पाएंगे। मंदिर -मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम ये सब बीजेपी और बीजेपी समर्थित मीडिया के पसंदीदा मुद्दे है।
सब जानते हैं, जनता किसके साथ है
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन के शीर्ष नेता आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। सब जानते हैं, जनता किसके साथ है। बिहार की जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ है, ना की बयानवीर चर्चित नेताओं के पास। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि हम सबों को सभी जाति-धर्मों और ग्रंथों का सम्मान करना चाहिए। ग्रंथों और धर्म की उसकी बजाय वास्तविक मुद्दों पर बहस होनी चाहिए।