बीजेपी का राजनीतिक यूटर्न! मुस्लिमों को भाजपा की सौगात विपक्ष ने उठाए सवाल

- किट में मिलेंगे सेवाइयां, चीनी, बेसन सूजी, मेवे, कपड़े
- ईद पर 32 लाख मुसलमानों में बांटेगेमोदी किट
- पहली बार खास मुसलमानों के लिए पीएम मोदी की सौगात-ए-मोदी किट
- सलमान की फिल्म सिकंदर और पीएम मोदी की सौगात इस ईद को बना रही है खास
- बिहार चुनाव को फोकस कर बनाया गया है प्रोग्राम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में इस ईद कुछ नया होने जा रहा है, ईद पर सलमान खान की फिल्म सिकंदर के साथ चर्चा पीएम मोदी की गरीब मुसलमानों को बंटने जा रही सौगाते मोदी किट की है। दोनों ही चीजों ने पब्लिक डोमेन में तहलका मचा रखा है। जितनी चर्चा सलमान की फिल्म सिंकदर की हो रही है उतनी ही चर्चा मोदी किट की भी हो रही है। जानकारी के मुताबिक इस किट में मुस्लिम समाज की महिलाओं और पुरूषों के लिए 500—600 रूपये कीमत का सामान है। इस कार्यक्रम को बिहार चुनाव को फोकस करते हुए बनाया गया है। इस किट को 32 लाख मुसलमानों के बीच वितरण किया जाएगा। विपक्ष ने सवाल पूछा है कि पीएम मोदी की सौगात सिर्फ मुसलमानों को ही क्यो? दूसरे अन्य त्योहारों मानाने वाले लोगों को इस तरह की किट का वितरण क्यों नहीं किया जा रहा है।
कुछ भी कर सकती है बीजेपी : अखिलेश
विपक्षी ने सौगात-ए-मोदी किट वितरण कार्यक्रम को वोट पाने की रणनीति करार दिया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी वोट के लिए कुछ भी कर सकती है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और उसके लोगों को हर त्योहार मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजवादियों का हमेशा से मानना रहा है कि सभी त्योहार मनाए जाने चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म के हों। अखिलेश यादव ने कहा कि यह खुशी की बात है कि बीजेपी अब बड़े पैमाने पर त्योहार मना रही है। उन्होने कहा कि बीजेपी ऐसी पार्टी है जो एक वोट पाने के लिए कुछ भी कर सकती है।
500 से 600 रुपये की कीमत
ईद के मौके पर जो सौगात-ए-मोदी किट दी जा रही है, उसमें ईद के त्योहार के लिए मुस्लिम परिवारों को किट में सेवाइयां चीनी, बेसन, सूजी, मेवे और परिवार की एक महिला के लिए कपड़े दिए जा रहे हैं। सिख और ईसाई परिवारों के लिए किट अभी तैयार नहीं हुई है, क्योंकि उनके पर्वों में अभी समय शेष है। उनकी किट में त्योहार के लिए जरूरी चीजों को शामिल किया गया है। सूत्रों के अनुसार, तैयार की गई प्रत्येक किट की कीमत लगभग 500-600 रुपये है।
राजद ने बताया ठगी की किट
जिस बिहार को फोकस कर किट बांटी जा रही है। उसी बिहार से सबसे पहले इस किट पर बड़ा आरोप लगा है। राजद नेता और पूर्व मंत्री चंन्द्रशेखर ने इसे ठगी की किट बताया है। राजद नेता और पूर्व मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने ईद के मौके पर दिए जाने वाले सौगाते-ए-मोदी को ठगी किट बताया है। उन्होंने कहा, यह ठगी किट होगा। वे लोग घूस देने में माहिर हैं।
ऊंट के मुह में जीरा
सौगातें मोदी किट वितरण कार्यक्रम की शुरूआत दिल्ली के निजामुददीनऔलिया क्षेत्र से हो चुकी है। अब इस कार्यक्रम को बिहार पहुंचना है जहां चुनाव सर पर है। विपक्ष ने इस वितरण कार्यक्रम पर उंगलिया उठाई है और इसे सीधे राजनीतिक हित को साधने वाला कार्यक्रम बताया है। जबकि बीजेपी इसे सबका साथ सबका विकास वाले बीजेपी के मूल नारे से बता रही है। मुस्लिम बुद्धजीवी इसे ऊंट के मुह में जीरा जैसा बता रहे है क्योंकि देश में संख्या ज्यादा है और सिर्फ 32 लाख लोगों को किट दी जाएगी। उसमें कितने लोगों को मिल पाती है यह देखने वाली बात होगी।
वक्फ संशोधन बिल के विरोध में धरने पर बैठे लालू-तेजस्वी
- नेता प्रतिपक्ष बोले- नागपुरिया कानून नहीं चलेगा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। पटना में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन जारी है। मुस्लिम संगठनों के लोग गर्दनीबाग धरनास्थल पर प्रदर्शन कर रहे। इससे राष्टï्रीय जनता दल ने अपना समर्थन दिया। इस प्रदर्शन में राष्टï्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे और मुस्लिम संगठन के नेताओं के धरने पर बैठ गए। इधर, तेजस्वी यादव ने मुस्लिम संगठनों के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे नेता लालू प्रसाद यादव आपके साथ खड़े होने के लिए धरनास्थल पर आए हैं। चाहे हमारी पार्टी सत्ता में हो या नहीं। हमलोग इस बिल के विरोध में रहेंगे। विपक्ष ने विधानसभा और विधान परिषद में वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया है। हमलोग इस बिल को गैर संवैधानिक और अलोकतांत्रिक मानते हैं। कुछ लोग देश को तोडऩे की साजिश कर रहे हैं, और उनकी पार्टी इस कानून को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
आप एक कदम उठाएंगे तो हम चार : तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि उन्होंने आज सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर इस बिल पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन सदन को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हमलोगों किसी भी हाल में नागपुरिया कानून को लागू नहीं होने देंगे। राष्ट्रीय जनता दल इस बिल के विरोध में मुस्लिम संगठनों के साथ मजबूती से खड़ा है और यदि वे एक कदम उठाएंगे, तो राजद के लोग चार कदम आगे बढ़ेंगे।