लखनऊ कैंट से बृजेश पाठक ने भरा पर्चा, बोले- यहां की जनता भाजपा के साथ

  •  सपा प्रत्याशी गोमती यादव ने बीकेटी से किया नामांकन

लखनऊ। योगी सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ कैंट सीट से आज नामांकन किया है। बृजेश पाठक आज सुबह कलेक्ट्रेट कार्यालय लखनऊ पहुंचे, वहां अपने समर्थकों संग पर्चा दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने से पहले उन्होंने कहा कैंट की जनता हमारे साथ है। अपना वोट बेकार नहीं करेगी, बल्कि भाजपा के पक्ष में ही वोट करेगी। वहीं बख्शी का तालाब विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी गोमती यादव ने भी पर्चा भरा है। इससे पहले कल देर शाम भारतीय जनता पार्टी में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की थी, इस लिस्ट में कई बड़े नामों के गायब होने से राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा है।

जहां भाजपा ने महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह का सरोजिनी नगर से टिकट काट दिया है तो वहीं समाजवादी छोड़कर पार्टी में शामिल हुईं अपर्णा यादव को टिकट नहीं दिया, बल्कि उनकी जगह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक को टिकट दे दिया गया। माना जाता है कि अपर्णा यादव ने लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ने में गहरी दिलचस्पी दिखाई थी। बृजेश पाठक फिलहाल लखनऊ के मध्य विधानसभा से विधायक हैं। खबरों की मानें तो पार्टी बृजेश पाठक जैसे नेता को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहती। पाठक ने 2017 विधानसभा चुनाव के वक्त बसपा छोड़ी थी और भाजपा में शामिल हुए थे। लेकिन तब से अब तक उन्होंने भाजपा के एक बड़े ब्राह्मïण चेहरे के तौर पर अपनी जगह बना ली है।

भाजपा का ब्राह्मïण वोटों पर निशाना

लखनऊ कैंट निर्वाचन क्षेत्र में ब्राह्मïणों का वर्चस्व है, जबकि अपर्णा यादव एक बिष्ट राजपूत हैं, जिनकी शादी मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नीके बेटे से हुई है। इसलिए भाजपा ने ब्राह्मण वोटों को भी ध्यान में रखते हुए लखनऊ कैंट से बृजेश पाठक को टिकट दिया है। कहा जा रहा है कि ब्राह्मणों की एक बड़ी संख्या राजपूतों को कथित रूप से उनसे अधिक महत्व देने के लिए भाजपा से खफा है। इसलिए ब्राह्मण वोट पार्टी से और दूर न हो जाए, भाजपा ने कैंट से पाठक को उतारने का फैसला किया।

आजीवन भाजपा में रहूंगी, पति से कोई विवाद नहीं : स्वाती सिंह

लखनऊ। राजधानी के सरोजनी नगर से टिकट कटने के बाद पहली बार योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वाति सिंह का बयान सामने आया है। स्वाति ने कहा कि वह भाजपा छोड़कर कहीं नहीं जा रहीं हैं। आजीवन भाजपा में ही रहेंगी। स्वाति ने पति के साथ विवादों की खबर का भी खंडन किया। कहा कि उनका पति दयाशंकर सिंह के साथ कोई विवाद नहीं है। कॉन्फ्रेंस में स्वाति सिंह ने कहा मेरे रोम-रोम में भाजपा है। मैं यहीं यूं और यहीं रहूंगी, यहीं मरूंगी। स्वाति सिंह ने साफ किया है कि वह भारतीय जनता पार्टी को नहीं छोड़ रही हैं।

स्वाति सिंह ने पति दयाशंकर सिंह से चल रहे कथित विवाद और टिकट को लेकर चल रही बातों पर कहा कि पति के साथ उनका कोई विवाद नहीं है। वह बोलीं कि मैं भारतीय जनता पार्टी में हूं, यह वह पार्टी है जो कभी गलत निर्णय नहीं देती। मैं बीजेपी परिवार का हिस्सा हूं और रहूंगी उन्होंने कहा कि मैंने 17 साल की उम्र में विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया था और मेरे रोम-रोम में भारतीय जनता पार्टी है। मैं यहीं हूं यहीं रहूंगी, यहीं मरूंगी। बता दें कि स्वाति सिंह लखनऊ की सरोजनी नगर से बीजेपी से टिकट मांग रही थीं। इसी सीट से उनके पति दयाशंकर सिंह भी टिकट मांग रहे थे, बीजेपी ने झगड़ा खत्म करने के लिए ईडी के पूर्व जॉइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को सरोजनी नगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया है।

आजमगढ़ में निषाद पार्टी के प्रत्याशी पर केस दर्ज

लखनऊ। आजमगढ़ जिले की अतरौलिया सीट से निषाद पार्टी के प्रत्याशी बनाए गए प्रशांत सिह उनके समर्थकों सहित अज्ञात 70 लोगों पर आचार-संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। निषाद पार्टी के प्रत्याशी पर आचार-संहिता के उल्लंघन व कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने का आरोप है। एक दिन पूर्व प्रत्याशी ने जनसंपर्क व भीड़ इक_ïा कर नारेबाजी की गई थी, जिसका संज्ञान लेकर यह कार्रवाई की गई। इससे पूर्व भी जिले में बड़ी संख्या में लोगों के विरूद्ध आचार-संहिता के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की जा चुकी है। जिले की अतरौलिया सीट पर उड़नदस्ता टीम प्रथम के प्रभारी राम आशीष सिंह ने अतरौलिया थाने में निषाद पार्टी व अज्ञात 70 लोगों के विरूद्ध आचार संहिता उल्लंघन व कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए इक_ा होकर नारेबाजी करने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज कराया है। भाजपा गठबंधन के तहत यह सीट निषाद पार्टी को मिली है।

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