भाजपा के लिए काम कर रहा है आयोग

- दिग्विजय सिंह बोले- वोटर लिस्ट में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं, चुनाव आयोग मौन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ग्वालियर। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह देश में निष्पक्ष चुनाव कराए, लेकिन वह एक तरह से भाजपा के अंग के रूप में काम कर रहा है। यदि भाजपा के अलावा कोई दूसरे दल का नेता धर्म के आधार पर भाषण देता है तो आयोग तुरंत नोटिस देता है, लेकिन भाजपा के नेताओं को नहीं। इसी प्रकार जब आयोग से डिजटल फॉर्मेट में वोटर लिस्ट का डाटा मांगा जा रहा है, लेकिन वे दे नहीं रहे हैं। वोटर लिस्ट में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं, लेकिन आयोग की कोई जबावदेही नहीं है और भाजपा इस पर मौन है।
दिग्विजय सिंह ने से पूछा गया कि अगला चुनाव क्या ईवीएम के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। इस पर उनका कहना था कि अभी हम वोटर लिस्ट पर ध्यान दे रहे हैं। वो लिस्ट चाहिए, जो डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक फार्म में हो। हर वोटर लिस्ट को स्कैन करके देश की प्रत्येक लोकसभा और विधानसभा का सर्वे कर सकें। यह काम एक महीने में किया जा सकता है। कनार्टक का उदारहण सामने है, जहां एक विधानसभा के लिए सात फीट का ढेर तैयार हुआ तब जाकर हम यह काम कर सके। देश में चुनाव आयोग निष्पक्ष ढंग से काम करे, इसकी लड़ाई है। दिग्विजय ने कहा कि आयोग को फर्जी वोटर का मामला गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए, और यह एक गंभीर मामला है। राहुल गांधी ने पूरे प्रमाणों के साथ मामला उठाया है, जिस पर आज देश के लोग भी चुनाव आयोग की भूमिका पर सही निर्णय चाहते हैं।
राहुल गांधी के सवालों पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया हास्यास्पद : मनु सिंघवी
राज्यसभा सांसद कांग्रेस कार्यकारिणी सदस्य और के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राहुल की ओर से उठाए गए सवालों पर देश की सबसे बड़ी संस्था चुनाव आयोग शपथ पत्र पेश करने की बात कर रही है, जो हास्यास्पद नजर आती है। उन्होंने कहा कि संसद के संसदीय क्षेत्र की जहां एक या दो असेंबली में अगर ऐसा करें तो संसदीय सीट का पूरा परिणाम बदल जाता है। प्रतिपक्ष नेता कंप्लेंट द्वारा चुनाव के बारे में चुनाव आयोग को लिखते हैं। इसमें जांच करके एक हफ्ते या दस दिन बाद आपको जवाब देना चाहिए, लेकिन ऐसा रिएक्शन आना तो दूर की बात उल्टा राहुल गांधी पर ही आक्रमण शुरू कर दिया गया, जोकि गलत है । आयोग को राहुल द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सही से जवाब देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलतियां हैं तो उसकी जांच करके निरस्त किया जा सकता है।



