सडक़ों पर उतरे प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थी
शांति से प्रदर्शन कर रहे छात्रों की पुलिस से झड़प
यूपीपीएससी की परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में ही कराने की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री 2024 और आरओ/ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में प्रतियोगी अभ्यर्थियों का जबरदस्त विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। हजारों की संख्या में अभ्यार्थी राज्य के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। लखनऊ के चारबाग में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस से हल्के बल प्रयोग से भगाया। वंही प्रयागराज में लोक सेवा आयोग चौराहे पर इक_ा हुए और जमकर नारेबाजी की।
प्रतियोगी छात्र हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। गुस्साए छात्रों ने पुलिस की बैरिकेटिंग तक तोड़ डाली, जिसके बाद पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई। बता दें कि पीएससी प्री 2024 परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को प्रस्तावित है। जबकि आर ओ/एआरओ प्रारंभिक 2023 परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को कराई जाएगी। छात्रों के विरोध के चलते इन परीक्षाओं पर भी असर पड़ सकता है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अलर्ट है।
विरोध प्रदर्शन अनिश्चितकालीन
प्रतियोगी छात्र नॉर्मलाइजेश की प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि एक दिन में एक शिफ्ट में ही पीसीएस प्री 2024 और आर ओ और ए आर ओ प्री 2023 की परीक्षाएं कराई जाए, प्रतियोगी छात्रों ने 2 दिन पहले ही लोक सेवा आयोग पर गांधी वादी तरीके से शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है। जब तक कि आयोग की ओर से उन्हें एक दिन और एक शिफ्ट में ही परीक्षा कराने का आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
अभ्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से यूपी लोक सेवा आयोग दफ़्तर के सामने भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। आयोग के चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस फोर्स लगाई गई है। मौके पर वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड और आरएएफ को भी तैनात किया गया है, वहीं छात्रों में भी जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है, छात्र लगातार उग्र होते जा रहे हैं, ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी स्थिति को संभालने की पूरी तैयारी की है. दोनों तरफ से संघर्ष देखने को मिल रहा है।
जस्टिस संजीव खन्ना बने देश के 51वें सीजेआई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
डीवाई चंद्रचूड़ हुए रिटायर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। डीवाई चंद्रचूड़ के सीजेआई से रिटायरमेंट के बाद संजीव खन्ना देश के नए मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। जस्टिस खन्ना देश के 51वें चीफ जस्टिस हैं। उनका कार्यकाल 13 मई 2025 तक यानी लगभग 6 महीने का होगा। वो चुनावी बॉन्ड योजना खत्म करने और अनुच्छेद 370 निरस्त करने जैसे कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं।
जस्टिस संजीव खन्ना ने दिल्ली के मॉडर्न स्कूल और सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई की। दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद 1983 में उन्होंने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट से वकालत की प्रैक्टिस शुरू की. वह 2005 में दिल्ली हाई कोर्ट के जज बने। जनवरी 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए। उन्हें आपराधिक, सिविल, टैक्स और संवैधानिक कानूनों का बड़ा जानकार माना जाता है।
पिता रह चुके हैं दिल्ली हाई कोर्ट के जज
जस्टिस संजीव खन्ना एक प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं. उनके पिता देव राज खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के जज रह थे, उनके चाचा देश के सबसे सम्मानित जजों में से एक जस्टिस हंस राज खन्ना थे। जस्टिस एच आर खन्ना ने 1976 में इमरजेंसी के दौरान सरकार के खिलाफ जाने वाला ऐतिहासिक फैसला दिया था,वह 5 जजों की बेंच के इकलौते जज थे, जिन्होंने कहा था कि नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार इमरजेंसी में भी बाधित नहीं किया जा सकता।
केजरीवाल को अंतरिम जमानत समेत दिए कई फैसले
जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में अपने अब तक के कार्यकाल में कई बड़े फैसले किए हैं। उन्होंने दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत दी। मनीष सिसोदिया को बेल देते समय यह कहा कि पीएमएलए कानून के सख्त प्रावधान किसी को बिना मुकदमा लंबे समय तक जेल में बंद रखने का आधार नहीं हो सकते। लोकसभा चुनाव के दौरान 26 अप्रैल को उन्होंने मतगणना में वीवीपैट और ईवीएम के 100 प्रतिशत मिलान की मांग ठुकराई, हालांकि, उन्होंने इसके साथ यह भी आदेश दिया कि चुनाव परिणाम के 7 दिन के भीतर उम्मीदवार दोबारा जांच की मांग कर सकता है। ऐसी स्थिति में माइक्रो कंटोलर मेमोरी की जांच इंजीनियर करेंगे। इस प्रक्रिया का खर्च उम्मीदवार उठाएगा। जस्टिस संजीव खन्ना इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार देने वाली बेंच के सदस्य रहे। उन्होंने यह फैसला भी दिया कि अगर किसी शादी को जारी रखना असंभव हो, तो सीधे सुप्रीम कोर्ट अपनी विशेष शक्ति का इस्तेमाल कर तलाक का आदेश दे सकता है, उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफिस के सूचना अधिकार कानून के दायरे में होने का भी फैसला दिया।
वायनाड के लोगों ने मेरी पूरी राजनीति बदली : राहुल गांधी
बहन प्रियंका के साथ कांग्रेस सांसद ने किया रोड शो
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वायनाड। वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड के सुल्तान बाथरी में रोड शो किया। लोकसभा नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी मौजूद रहे। इस दौरान अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि जब मैं पहली बार भारत जोड़ो यात्रा पर गया तो मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि यह एक राजनीतिक पदयात्रा थी।
पदयात्रा का उद्देश्य राजनीतिक था। लेकिन यात्रा की शुरुआत में ही मैंने देखा कि मैं लोगों को गले लगा रहा था और लोग मुझे चूम रहे थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं कह रहा था, मैं आपसे प्यार करता हूँ। वे कह रहे थे, हम आपसे प्यार करते हैं। आज जब मैं विमान में था तो मुझे एहसास हुआ कि कई सालों से मैंने राजनीति में प्रेम शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। मुझे एहसास हुआ कि वायनाड के लोगों ने मुझे इतना प्यार और स्नेह दिया कि मेरी पूरी राजनीति बदल गई।
दुखद: सिफ्सा के पूर्व कर्मी ने किया सुसाइड
अधिकारियों की प्रताडऩा से तंग आकर उठाया दर्दनाक कदम, वीआरएस लेने के बाद भी बनाते थे काम का दबाव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी लखनऊ से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है। यहां ऐ सरकारी कर्मचारी ने अधिकारियों के शोषण के चलते अपनी जान दे दी है। कर्मचारी के परिजनों ने अधिकारियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है।
दरअसल अलीगंज निवासी पूर्व स्टेनो राजेंद्र कुमार जोशी ने राज्य परिवार नियोजन सेवा नवाचार परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) के अधिकारियों की प्रताडऩा से परेशान होकर 11 मई को वीआरएस ले लिया था। जबकि उनका रिटायरमेंट इसी माह था। बार-बार कंपनी की ओर से नोटिस आने पर वह डिप्रेशन में चले गए थे। ये आरोप राजेंद्र के छोटे भाई बृजमोहन जोशी ने सिफ्सा के अधिकारियों पर लगाए हैं। वहीं, रविवार को परिजनों ने देर शाम राजेंद्र के शव का अंतिम संस्कार गुलाला घाट पर कर दिया। दिल्ली निवासी ब्रजमोहन जोशी केंद्र सरकार में असिस्टेंट इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया कि बड़े भाई सिफ्सा में स्टेनो थे। नौकरी के दौरान कंपनी के अधिकारियों से कुछ विवाद हो गया था। इसके बाद से उन्होंने, भाई को मानसिक रूप से प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था। इस कारण उन्होंने वीआरएस ले लिया था।
बृजमोहन ने बताया कि भाई की नौकरी के दौरान करीब तीन वर्ष पहले कंपनी का कार्यालय हुसैनगंज से चारबाग स्थित एपीसेन रोड पर शिफ्ट हो गया था। शिफ्टिंग के कारण भाई राजेंद्र की रिसीव की गईं 50 में से 30 फाइलें कहीं गायब हो गईं थी।
बार-बार कंपनी की ओर से नोटिस आने पर डिप्रेशन में थे जोशी
सिफ्सा के अधिकारियों ने राजेंद्र को पहला नोटिस छह अक्टूबर को भेजा था। दूसरा नोटिस शनिवार सुबह भेजा गया। नोटिस देखते ही राजेंद्र परेशान हो गए। वे पत्नी निकिता को मंदिर जाने की बात कहकर सैरपुर के छठामील पहुंचे। ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। छोटे भाई ने बताया कि वह कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ थाने में तहरीर देंगे।
अचानक कार्यालय पहुंचीं मेयर, मचा हडक़ंप
कर्मचारी व अधिकारियों की कार्यशैली से हुईं नाराज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मेयर सुषमा खर्कवाल सोमवार को अचानक जोन चार कार्यालय पहुंच गई। उनके साथ नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और बाकी अधिकारी भी मौजूद रहे। मेयर ने इस दौरान सफाई, सडक़, सीवर और स्ट्रीट लाइट की समस्याओं को लेकर अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक।
उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ प्रदेश को उत्तर प्रदेश बनाने की तैयारी कर रही है, दूसरी तरफ आप लोगों की कार्य शैली से जनता की परेशानियां बढ़ती जा रही है। दरअसल, दिवाली के बाद से ही शहर में सफाई और स्ट्रीट लाइट की समस्या बढ़ गई है।
डोर टू डोर कूड़ा उठाने को लेकर शिकायत
पिछले दिनों सदन और कार्यकारिणी में पार्षदों ने सफाई और डोर टू डोर कूड़ा उठाने की समस्या को 4पीएम ने प्राथमिकता से छापा था। इसमें कहा गया था कि जनता की नाराजगी जनप्रतिनिधियों को झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस समस्या का जल्द से जल्द निपटारा होना चाहिए।
4पीएम की खबर का लिया संज्ञान
4पीएम की खबर का मेयर ने लिया संज्ञान जोनल अधिकारी चीफ इंजीनियर को दिया निर्देश बोला 1महीने में समस्या समाधान निकाला जाए।अवैध तरीके से लगी सब्जी मंडी खबर का महापौर ने संज्ञान लिया। सडक़ की शिकायत भी हुई तो चीफ इंजीनियर महेश वर्मा को भी बैठक में बुला लिया गया। अभी शहर की कई सडक़ें जो निगम निगम के कोटे में आती हैं खराब पड़ी है।
टैक्स वसूली पर दें जोर
टैक्स वसूली में जोन चार पिछले साल नंबर एक पर था लेकिन इस साल उसकी स्थिति खराब हो गई है। टैक्स वसूली के मामले में जोन चार इस बार अपने पिछले लक्ष्य से भी पीछे चल रहा है। इसको लेकर कई वार्ड के टैक्स इंस्पेक्टर को और मेहनत करने की जरूरत है पिछले दिनों नगर निगम के 39 इंस्पेक्टर को नोटिस भी दिया गया था। मेयर ने कहा कि टैक्स वसूली को लेकर लगातार अभियान तेज किया जाए।
सुएज कंपनी को लगाई फटकार
मीटिंग में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान सीवर को लेकर सुएज कंपनी के अधिकारियों को भी फटकार लगी है। बैठक में जलकल के अधिकारी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि उन लोगों ने ही सुएज को लेकर फीडबैक दिया था।