बिना सपा के चुनाव जीतकर दिखाए कांग्रेस
अखिलेश यादव का दावा- एमपी में पहले से ज्यादा सीटें जीतेगी सपा
- जयंत बोले- सहयोगी दलों को साथ लेकर चले कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कटनी, मध्य प्रदेश। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बना विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन लगता है, चुनाव से पहले ही अधर में लटक गया है। बीच में मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव आ जाने के कारण इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है। क्योंकि गठबंधन के कई दलों के बीच लगातार असंतोष बना हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा तनातनी देखने को मिल रही है गठबंधन के दो प्रमुख घटक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच। दोनों की ओर से आए दिन एक-दूसरे पर हमला बोला जा रहा है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सपा के प्रत्याशियों के सामने कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी उतारे जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव अब मुखर नजर आ रहे हैं और मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते दिख रहे हैं।
इस दौरान मध्य प्रदेश के कटनी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सपा चीफ ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा। कटनी जिले की बहोरी बन्द विधानसभा में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी शंकर लाल महतो के समर्थन में आयोजित जनसभा में बोलते हुए अखिलेश ने लोगों से समाजवादी पार्टी का समर्थन करने की मांग की। इस दौरान उन्होंने भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी हमला किया और कहा कि कांग्रेस ने उन्हें बहुत घुमाया है और इस बार वह पहले से भी ज्यादा विधानसभा सीटें मध्य प्रदेश में जीतेंगे और कांग्रेस उनके चक्कर काटेगी। अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उसे खुला चैलेंज देते हुए कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी के बिना सरकार बनाकर दिखाए।
इसके अलावा मध्य प्रदेश की दमोह विधानसभा में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दृगपाल सिंह लोधी के समर्थन में आयोजित जनसभा में अखिलेश ने कहा कि ऐसा भी समय रहा जब समाजवादी पार्टी के 8-8 विधायक यहां से जीते हैं। कोई चुनाव ऐसा नहीं गया जिसमें सपा ने खाता न खोला हो। इसलिए इस बार फिर मैं आप लोगों से निवेदन और अपील करने आया हूं कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दृगपाल सिंह लोधी को एक-एक वोट देकर के जिताकर विधानसभा में पहुंचाएं।
देश को नई विचारधारा की जरूरत
सपा प्रमुख ने बीजेपी और कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दो लोगों के बीच में राजनीति चल रही है। कभी बीजेपी, कभी कांग्रेस, कभी कांग्रेस, कभी बीजेपी। मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं जिन-जिन प्रदेशों में किसानों, गरीबों, पिछड़े, दलित और आदिवासियों की ताकत एक हो गई वहां भारतीय जनता पार्टी का और कांग्रेस का सफाया हो गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश को नई विचारधारा की जरूरत है, नए दल की जरूरत है, नए गठबंधन की जरूरत है और हमें उम्मीद है कि हमारी जनता का पीडीए का गठबंधन बनेगा और एनडीए भी हारेगा और कांग्रेस भी हारेगी।
अखिलेश को मिला जयंत का साथ
इस बीच अखिलेश यादव को अब राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का भी समर्थन मिला है। संभल में हुए किसान-कमेरा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए जयंत चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी को कांग्रेस की ओर से दरकिनार करने और उनके प्रत्याशियों के सामने अपने प्रत्याशी उतारने पर अपना पक्ष रखा। इस दौरान कांग्रेस के खिलाफ अखिलेश की बयानबाजी को लेकर आरएलडी चीफ सपा प्रमुख के लिए नरम पड़ते नजर आए। जयंत का कहना है कि अब यह उनको (अखिलेश यादव) मालूम है कि किन परिस्थितियों में उन्होंने ऐसा कहा है। बात तो नाराजगी की है। कांग्रेस जिस राज्य में बड़ी पार्टी है, यह जिम्मेदारी कांग्रेस की बनती है कि जो सहयोगी दल हैं उन्हें साथ लेकर चले। इंडिया गठबंधन में तकरार के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा कि मुझे लगता है कि अखिलेश ने ऐसा मध्य प्रदेश के संदर्भ में कहा है, जहां गठबंधन नहीं हो सका। फिलहाल वह लगातार कह रहे हैं कि हम इंडिया गठबंधन के साथ हैं।