मेघचंद्र को ईडी के समन से कांग्रेस बिफरी
- मणिपुर के कांग्रेस अध्यक्ष के पक्ष में उतरी पार्टी
- कांग्रेस का भाजपा पर प्रहार, बोली- जो डरते हैं वो डराते हैं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित एक मामले में पेश होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय से समन मिला है। मेघचंद्र के वकील, मणिपुर उच्च न्यायालय के वकील और एआईसीसी के कार्यकारी सदस्य, कानून विभाग, निंगोम्बम बुपेंडा मैतेई ने बताया कि चूंकि उन्हें आज (7 अक्टूबर) समन प्राप्त हुआ है और देखा है और उन्हें उसी दिन नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया है। उसके लिए ऐसा करना असंभव है।
यह समन विभाग में सहायक निदेशक अमित कुमार द्वारा जारी किया गया था। और इसमें कहा गया है कि मैं उपर्युक्त/कथित मामले में पीएमएलए, 2002 के तहत जांच या कार्यवाही के संबंध में साक्ष्य देने और रिकॉर्ड पेश करने के लिए एल केसलियाम कुल्लाबिधु सिंह के पुत्र कीशम मेघचंद्र सिंह की व्यक्तिगत उपस्थिति को आवश्यक मानता हूं। इसलिए, अब, पीएमएलए, 2002 की धारा 50 की उपधारा (2) और उपधारा (3) के तहत मुझे प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर रहा हूं। मैं चाहता हूं कि केशम मेघचंद्र सिंह 07/10/2024 को सुबह 10:30 बजे बताए गए पते पर मेरे कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से मेरे सामने उपस्थित होकर सबूत दें और पीएमएलए के तहत जांच या कार्यवाही के संबंध में अनुबंध में बताए अनुसार रिकॉर्ड पेश करें।
सीएम विकास कार्य में राजनैतिक द्वेषता कर रहे: बेनीवाल
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ट्वीट के जरिए निशाना साधते हुए कहा कि विकास कार्यों को राजनैतिक द्वेषता के चलते रोका जा रहा है। जो लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ है। बेनीवाल ने 28 सितंबर 2024 को हुई जिला विद्युत समिति नागौर की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि जहां विद्युत लोड अधिक है, वहां निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाने, सौभाग्य योजना में चयनित ढाणियों से 45,000 रुपये के राइडर शुल्क को हटाने और बिजली से वंचित ढाणियों में विद्युतीकरण करने की मांग भी की गई थी। इसके साथ ही विद्युत दुर्घटनाओं में हुई मौतों के पीडि़तों को सरकारी आर्थिक सहायता देने और आबादी के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइनों को अन्यत्र स्थानांतरित करने जैसे सुधारात्मक कदम उठाने का प्रस्ताव भी भेजा गया था।
चार शब्दों से भाजपा में हडक़ंप क्यों: श्रीनेत
जयपुर। कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कुछ दिन पहले किए अपने राजस्थान, रशियन संबंधी चर्चित ट्वीट को लेकर भाजपा पर फिर हमला बोला है। सोमवार को जयपुर में पत्रकारों ने जब श्रीनेत से ट्वीट के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, मैंने किसी का नाम नहीं लिया, फिर भाजपा कौन सा उड़ता तीर पकड़ रही है? मुझे नहीं पता चार शब्दों से भाजपा में क्यों हडक़ंप मच गया। ये चोर की ढाढ़ी में तिनका नहीं लगता? जब श्रीनेत से उनके ट्वीट को लेकर पूछा गया कि उन्होंने वह किसके लिये लिखा तो सुप्रिया कहा कि रशिया, यूक्रेन युद्ध चल रहा है। मैं दिल्ली में रोजाना ऑफिस जाते वक्त ली मेरेडियन होटल देखती हूं। इसलिए मन में आ गया और मैंने लिख दिया। इसे खोजें और बड़ी कहानी मिल सकती है। मैंने जब किसी पर आरोप नहीं लगाया तो भाजपा किसे क्लीन चिट दे रही है। गौरतलब है कि सुप्रिया के ट्वीट के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने इसे छवि खराब करने की कोशिश बताया था।
यह प्रतिशोध, उत्पीडऩ और बदले की राजनीति : जयराम
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि विधायक और मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. मेघचंद्र सिंह लगातार निर्भीक और आक्रामक तरीके से प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, मणिपुर के मुख्यमंत्री और भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं और उनके तौर-तरीकों को उजागर कर रहे हैं। मई 2023 से मणिपुर को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि आज उन्हें ईडी से समन मिला है। यह प्रतिशोध, उत्पीडऩ और बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है। यह कार्रवाई राज्य में केंद्र सरकार की भारी विफलताओं को छुपाने के लिए है- यह श्री नरेंद्र मोदी के राज्य का दौरा करने से इनकार करने में परिलक्षित होता है क्योंकि 17 महीने पहले विस्फोट हुआ था। जो डरते हैं वो डराते हैं। कांग्रेस कभी चुप नहीं बैठेगी।
मदन राठौड़ और किरोड़ीलाल ने किया था बचाव
दरअसल, सोशल मीडिया पर चल रही चर्चा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को टारगेट करने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बचाव करते हुए कहा था कि उनके बारे में अफवाहें फैलाकर कुछ लोग राजनीति को दूषित कर रहे हैं। दिल्ली के होटल में रशियन महिला विवाद में फैल रही चर्चाओं के सवाल पर मदन राठौड़ ने कहा था, इसमें बीजेपी का कोई नेता नहीं है। न किसी का लेना देना है। केवल चरित्र हनन का काम किया जा रहा है।