यूपी में विकास ठप, हर ओर फैली है अराजकता: अखिलेश
स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त, लोगों को मिल रही महंगी बिजली
न किसानों की आय हुई दोगुनी न नौजवानों को मिला रोजगार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार पांच साल बिना कोई काम किए सिर्फ समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताती रही और जब दोबारा सत्ता में आई तो सिर्फ बुलडोजर की धमक से अपना कार्यकाल पूरा करना चाहती है। भाजपा सरकार ने जनता को दो ही सौगातें दी हैं महंगाई और भ्रष्टाचार। हर तरफ अराजकता और अव्यवस्था का बोलबाला है। बेकारी और सरकारी अन्याय भाजपा की देन है।
उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार में विकास की सभी गतिविधियां अवरूद्ध हैं। अनावश्यक मुद्दों को लेकर भाजपा कलह की राजनीति करने की रणनीति पर जनता का समय बर्बाद कर रही है। राजकोष की लूट हो रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा को भाजपा सरकार ने बदहाल किया है। बिजली की आवाजाही से गर्मियों में जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। भाजपा राज में लोगों को महंगी बिजली और अघोषित कटौती ही मिल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों और नौजवानों को भाजपा से धोखा मिला है। किसानों की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा गया और न ही नौजवानों को रोजगार मिला। किसानों की फसल पूंजी घरानों की पांच कंपनियों ने खरीद लिया।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनकारी 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो गई पर भाजपा सरकार नहीं पसीजी न उन्हें कोई मुआवजा दिया गया। किसानों की आय 2022 में दोगुनी करने का वादा पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि नौकरियों में भर्ती पर घोटाला हो रहा है। 70 लाख सालाना नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने चार लाख नौकरी देने की घोषणा की पर कहां किसको नौकरी मिली यह विवरण देने से मुंह चुराती है। निवेश के नाम पर तमाम झूठे सपने दिखाए जाते हैं पर कहां नए उद्योग लगे और कितने रोजगार सृजित हुए इसका कोई ब्यौरा नहीं मिला है। युवाओं को लैपटॉप, स्मार्टफोन, वाईफाई कनेक्शन के वादे भी झूठे निकले।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बुनकरों, की हालत बहुत खराब है। उनको समाजवादी सरकार ने फ्लैट रेट पर बिजली दी थी। बुनकरों के उत्पाद के लिए समाजवादी सरकार ने बाजार बनाए थे, वे अब वीरान पड़े हैं। नोटबंटी और जीएसटी ने व्यापार चौपट कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिछड़ों, दलितों और गरीबों के नाम की योजनाओं को लूट खसोट का माध्यम बना दिया है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हत्या, लूट, बलात्कार के चलते अपराध में उत्तर प्रदेश नम्बर वन बन गया है। महिलाएं-बच्चियां सर्वाधिक असुरक्षित हैं। पुलिस थानों में पीडि़तों की सुनवाई नहीं, महिला सिपाही और सरकारी महिला अधिवक्ता तक दुष्कर्म की शिकार हुई हैं।