गोरेगांव में एक इमारत में आग लगने से आठ लोग जिंदा जले, 51 लोग झुलसे

नई दिल्ली। मुंबई के गोरेगांव स्थित 6 मंजिला इमारत में आग लगने से 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि इसमें करीब 51 लोग झुलस गए। वहीं, इमारत की पार्किंग में खड़ी 4 कारें और 30 मोटरसाइकिल भी जल गईं। फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं लगा है। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मृत लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही कहा है कि हादसे में झुलसे या घायल हुए अन्य सभी लोगों को सरकार के खर्चे पर इलाज कराया जाएगा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिवार के लिए 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। साथ ही सीएम एकनाथ शिंदे ने मामले की जांच के लिए हाई लेबल कमेटी का भी गठन किया है। यह कमेटी घटना की जांच हर हाल में 15 दिन के अंदर पूरा कर सरकार को रिपोर्ट देगी। बता दें कि इस हादसे में 8 लोगों की मौत के साथ ही 51 लोग झुलस गए हैं। इनमें पांच लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। यह हादसा बुधवार की देर रात का है। अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नगर निगम के अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि वह लगातार म्यूनिसिपल कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के संपर्क में हैं। उन्होंने मृतकों के प्रति शोक जताते हुए कहा कि यह घटना कैसे हुई, इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोधा ने कहा कि यह अचानक घटना हुई है और इसकी क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सभी घायलों को सरकारी खर्च पर बेहतर इलाज कराया जाएगा। वहीं हादसे के दौरान मौके पर मौजूद रही बीजेपी विधायक विद्या ठाकुर ने बताया कि अचानक आग लगी और पूरी इमारत में धुंआ भर गया। यह घटना इसलिए भी बड़ी हो गई कि उस समय सभी लोग सोए थे और उनके घरों में धुंआ भर गया। उन्होंने बताया कि वह खुद पूरे समय तक नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ मिलकर राहत कार्य में जुटी रहीं। सभी प्रभावित लोगों को यहां से निकाल कर फिलहाल एक स्कूल में शिफ्ट किया गया है।
उन्होंने सरकार से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की मांग की। बता दें कि गोरेगांव पश्चिम के आजाद नगर स्थित जय भवानी बिल्डिंग में बुधवार गुरुवार की रात करीब 3 बजे यह हादसा हुआ। इसकी चपेट में आए लोगों को जोगेश्वरी के एक ट्रॉमा सेंटर और जुहू के कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दो नाबालिग और दो महिलाओं समेत छह लोगों को तुरंत मृत घोषित कर दिया था।
उधर, अभिनेता मनीष चतुर्वेदी ने इस हादसे का आंखो देखा हाल बताया है। कहा कि घटना करीब ढाई तीन बजे रात की है। दरअसल उस समय वह एक पार्टी से वापस लौट कर सोने के लिए जा ही रहे थे कि उन्हें आग की गंध का एहसास हुआ। उठकर देखा तो आग की लपटें निकल रही थीं। ऐसे में तत्काल फायर ब्रिगेड को फोन किया, जब वहां से कोई रिस्पांस नहीं आया तो पुलिस को फोन किया।
दमकल विभाग के मुताबिक, घटनास्थल पर दमकल की गाडिय़ों के पहुंचने से पहले पूरी इमारत में आग फैल चुकी थी। इसकी चपेट में आने की वजह से दुकानें, कबाड़ और वाहन जल गए। उन्होंने बताया कि दमकल की आठ गाडिय़ों की मदद से तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया।

 

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