यूपी में पुलिस का भय खत्म, कानून व्यवस्था पर उठा सवालिया निशान
- छात्रा ने किया छेड़छाड़ का विरोध तो बेरहमी से पीटा
- शोहदों की बर्बरता- स्कूल में छात्रों ने लात-घूंसों से पीटकर जमीन पर पटका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा। यूपी में लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले रुकने का नहीं ले रहा है। सबसे बड़ी और चौंकाने वाली बात यह कि छेड़छाड़ की पीडि़ता एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के परिवार से जुड़ी है। ताजा मामला नोएडा के सेक्टर-100 स्थित एक स्कूल में शुक्रवार को छेड़छाड़ का विरोध करने पर पांच छात्रों ने 11वीं की नाबालिग छात्रा को स्कूल परिसर में बेरहमी से पीटा। जमीन पर गिरने के बाद भी आरोपी छात्र उस पर लात घूसे बरसाते रहे। आरोप है कि पहले भी 9 अक्टूबर को आरोपियों ने छात्रा से छेड़छाड़ की थी।
घटना के बाद ई-मेल के जरिए इस घटना की शिकायत प्रिंसिपल से की गई थी। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। सेक्टर-39 थाना पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल करवाने के बाद मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। हालांकि पुलिस का दावा है कि मारपीट एक ही नाबालिग ने की है। पीडि़ता छात्रा के पिता ने पुलिस को शिकायत दी है कि 9 अक्टूबर को उनकी नाबालिग बेटी से उसकी कक्षा में पढऩे वाले पांच छात्रों ने छेड़छाड़ की थी। इसकी शिकायत प्रिंसिपल से कर दी गई थी। इसके बावजूद आरोपियों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे आरोपियों का हौंसला बढ़ गया। छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार दोपहर उनकी बेटी ने कॉल कर जानकारी दी कि पांचो आरोपी छात्र फिर से छेड़छाड़ कर रहे हैं।
पहले भी हो चुकी वारदात, लापरवाही से जा चुकी है छात्रा की जान
यह पहला मामला नहीं है जब शिक्षण संस्थान प्रबंधन ने छात्रा या अभिभावक की शिकायत पर लापरवाही बरती है।
दादरी थाना क्षेत्र के शिव नादर विवि में छात्रा स्नेहा की 18 मई को उसके सहपाठी अनुज ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात के बाद अनुज ने भी वीडियो बनाकर खुदकुशी की थी। छात्रा स्नेहा अपनी जान को खतरा बताते हुए विवि प्रबंधन को ईमेल कर चुकी थी। लेकिन विवि प्रबंधन ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। अब एक बार फिर इसी तरह की लापरवाही के कारण छात्रा पर स्कूल मेें हमला किया गया।
पिता ने प्रिंसिपल से की शिकायत
इसके बाद तत्काल छात्रा के पिता ने प्रिंसिपल को कॉल कर आरोपियों पर कार्रवाई के लिए कहा। आरोप है कि आरोपी छात्रों ने छात्रा की पिटाई शुरू कर दी। छात्रा जमीन पर गिर पड़ी तब भी आरोपी उसे बेरहमी से पीटते रहे। अन्य छात्रों ने हस्तक्षेप कर छात्रा को बचाया। इस घटना के दौरान स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल छात्रा को अस्पताल ले जाकर मेडिकल परीक्षण कराया। पुलिस का कहना है कि मामले में एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। प्रिंसिपल को ईमेल के जरिए शिकायत करने के बाद क्या कार्रवाई की गई, इसकी भी जांच की जा रही है।
कर्ज चुकाने के लिए पड़ोसी ने आठ साल के बच्चे को मार डाला
बदायूं। बदायूं के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के कस्बा मुडिय़ा धुरेकी से आठ साल के छात्र का अपहरण पड़ोसी ने बेटे के साथ मिलकर मकान का कर्ज उतारने के लिए किया था। भेद खुलने के डर से उसने मासूम की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने जो खुलासा किया है कि उसमें कुकर्म के बाद हत्या करने की बात कही है। मुडिय़ा धुरेकी निवासी व्यक्ति पंजाब में काम करता है। उसके तीन बेटे और एक बेटी है। उसका सबसे छोटा बेटा कक्षा तीन में पढ़ता था। वह 11 अक्टूबर को स्कूल से आया। उसके बाद मोहल्ले के कुछ बच्चों ने उसे बुला लिया। दो घंटे बाद पड़ोसी सद्दीक उनके घर आया और परिवार वालों से बच्चे के बारे में पूछा, तब उसकी खोजबीन शुरू की गई। उस दौरान तक उन्हें कोई शक नहीं था। वह शाम तक उसे तलाश करते रहे। 12 अक्टूबर की सुबह तक उसका कुछ पता नहीं चला तो वह फैजगंज बेहटा थाने पहुंचे। फिर सद्दीक ने कहा कि उसके नंबर पर एक कॉल आई है और वह कह रहे हैं कि बच्चा उनके कब्जे में हैं। वह फिरौती मांग रहे हैं। जब सद्दीक बताए नंबर पर बच्चे के बड़े भाई ने कॉल लगाई तो वह खुद हैरान रह गया। उधर से 4.20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। छात्र के परिवार वालों ने सद्दीक को घर बैठा लिया और पुलिस को सूचना दे दी, जिससे पुलिस ने सद्दीक को पकड़ लिया। बाद में छिबऊकला इलाके से सिद्दीक का बेटा शाहरुख भी पकड़ा गया।
पंजाब पुलिस ने किये लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार
- दो आईईडी-हैंड ग्रेनेड, डेटोनेटर-बैटरी भी बरामद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे आतंकी मॉड्यूल को बड़ा झटका लगा है। अमृतसर पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी के साथ एक संयुक्त अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। डीजीपी गौरव यादव ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपियों से दो आईईडी, दो हैंड ग्रेनेड, दो मैगजीन के साथ एक पिस्तौल, 24 कारतूस, एक टाइमर स्विच, आठ डेटोनेटर और चार बैटरी बरामद की गई हैं। इस आतंकी मॉड्यूल को लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट संभालता है। उसकी शह पर ही पंजाब को त्योहारों में दहलाने की प्लानिंग की गई थी। पंजाब में आने वाले दिनों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की प्लानिंग चल रही थी।
भाजपा बहुत बड़ी कलाकार: ललन
- पूछा- मोदी जी यह बताइए कि आपने किस स्टेशन पर चाय बेची
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री जी की पूरी पार्टी तो कलाकार है ही, वह खुद भी बहुत बड़े कलाकार हैं। उन्होंने 2014 में कहा कि मैं अति पिछड़ा का बेटा हूं।
ललन सिंह ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री जी आपमें साहस है तो बताइए आप किस समाज में पैदा हुए? जिस समाज में आप पैदा हुए वह पिछड़ा वर्ग कब घोषित हुए। 1999 में वह समाज पिछड़ा वर्ग घोषित हुआ तो आप अति पिछड़ा कैसे हो गए। गुजरात में कोई अति पिछड़ा वर्ग नहीं है। बिहार ही ऐसा राज्य है जहां पिछड़ा वर्ग से अति पिछड़े वर्ग कर्पूरी ठाकुर जी ने अलग किया। बिहार में अति पिछड़े वर्ग के लिए न्याय का प्रारंभ किया।
प्रयागराज में सामने आया हृदय विदारक दृश्य, महिला के शव को डंडे से लटकाकर ले जा रहे थे श्मशान
- लोगों का दिल पसीजा की आर्थिक मदद
- अंतिम संस्कार कराने जा रहे थे पिता और पति
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। प्रयागराज में ह्दय विदारक मामला सामने आया है। यहां झूंसी में महिला की मौत के बाद पिता और पति उसके शव को बांस में लटकाकर अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे। वह जहां से भी गुजर रहे थे उधर लोग उन्हें आश्चर्य भरी नजरों से देख रहे थे। रास्ते से गुजर रहे कुछ राहगीरों का दिल पसीज गया।
उन्होंने रोककर उनसे जानकारी ली और कुछ पैसों की मदद कर ई-रिक्शा से पार्थिव शरीर को गंगा घाट तक भेजने की व्यवस्था की। मौके पर झूंसी पुलिस भी पहुंच गई। इस बीच किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। जो तेजी से वायरल हो गया। करीब 30 सेकेंड के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो लोग एक डंडे पर कपड़ा बांधकर उसमें शव रखकर ले जा रहे हैं। इसी बीच उन पर कुछ लोगों की नजर पड़ती है। पूछने पर वो अपना दर्द बयां करते हैं। इस पर कुछ लोग उनकी मदद को आगे भी आते हैं।
वनवासी समाज के है लोग
वाराणसी के रहने वाले वनवासी समाज के दो लोग बांस में महिला के शव को लटकाकर दारागंज गंगा घाट ले जा रहे थे। यह दोनों महिला के पति और पिता हैं। पत्तल बेचकर जीवन यापन करते हैं। महिला की मौत के बाद इनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वाहन से शव को ले जा सकें। झूंसी में नीबी गांव में रहकर पत्तल बेचकर जीवन यापन करते हैं। महिला के पति नखड़ू ने बताया कि पत्नी कई दिनों से बीमार थी, जिसकी मृत्यु शुक्रवार को हो गई। पैसा की व्यवस्था नहीं होने मजबूरी में बांस में बांध कर दारागंज पुल के नीचे बसे रिश्तेदारों के पास ले जाकर अंतिम संस्कार करना चाहते थे। मृतका अनीता (26) के पिता मैनेजर ने बताया कि पैसा नहीं होने के कारण मजबूरी में पैदल बांस में बांधकर ले जाना पड़ रहा था। मुंशी का पूरा निवासी सुभाष यादव और ओम प्रकाश ने तत्काल 500-500 रुपये की मदद की। इस दौरान भीड़ जुट गई। सभी ने कुछ न कुछ मदद किया। सूचना पाकर पहुंची झूंसी पुलिस ने जानकारी हासिल की। झूंसी थाने के इंस्पेक्टर नवीन सिंह ने ई रिक्शा से पार्थिव शरीर को दारागंज घाट भेजवाने की व्यवस्था की।