मुझे शंकर देव मंदिर जाने से रोका गया: राहुल गांधी

बोले- मैंने क्या अपराध किया है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गुवाहाटी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी असम में मौजूद हैं। सोमवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाए कि उन्हें आज मंदिर जाने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि पहले उन्हें मंदिर जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन आज मना किया जा रहा है। राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही है भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम के नागांव जिले में पहुंची हुई है। यहां बताद्रवा थान इलाके में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली है।
राहुल गांधी को कार्यक्रम के तहत आज शंकरदेव के मंदिर जाना था, लेकिन अब राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया है कि उन्हें आज मंदिर जाने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि हम मंदिर जाना चाहते हैं। मैंने क्या अपराध किया है जो मैं मंदिर नहीं जा सकता? गौरतलब है कि मंदिर की प्रबंध समिति ने राहुल गांधी को सोमवार को दोपहर तीन बजे के बाद आने की जानकारी रविवार को ही दे दी थी। प्रबंध समिति के प्रमुख जोगेंद्र देव महंत ने बताया कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अवसर पर कई संगठनों ने मंदिर परिसर में भक्ति कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मंदिर आएंगे, ऐसे में राहुल गांधी को दोपहर तीन बजे के बाद मंदिर आने को कहा गया है।

कई दिनों से मांग रहे थे अनुमति : जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी मंदिर (बताद्रवा मंदिर) जाना चाहते थे..हम 11 जनवरी से इसकी कोशिश कर रहे हैं। हमारे दो विधायकों ने मंदिर समिति से मुलाकात भी की थी। हमने उन्हें बताया था कि हम 22 जनवरी को सुबह 7 बजे आएंगे, लेकिन कल हमें अचानक बताया गया कि तीन बजे के बाद आएं। यह राज्य सरकार के दबाव में हो रहा है। हम मंदिर जाने की कोशिश करेंगे, लेकिन तीन बजे के बाद जाना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि हमें आगे भी दूरी तय करनी है।

विपक्षी दल भाजपा से लड़ें राम से नहीं : प्रमोद कृष्णम

संभल। राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। राम तो भारत की आत्मा हैं। विपक्षी दल भाजपा से लड़ें लेकिन राम से नहीं लड़ें। यह कहना है ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का।रविवार को उन्होंने मीडिया से कहा कि राम राज्य का सपना तो महात्मा गांधी ने देखा था। कांग्रेस पार्टी जो महात्मा गांधी की पार्टी है, वह राम विरोधी नहीं हो सकती। राम के बिना तो भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भारत के लोकतंत्र की कल्पना नहीं की जा सकती।

जनेश्वर मिश्र ने हमेशा गरीबों, पिछड़ों दलितों के लिए किया संघर्ष: अखिलेश

पूर्व समाजवादी नेता को पुण्यतिथि पर दी पुष्पांजलि
बोले- राम की कल्पना का बने राज्य

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आज हम सब समाजवादी लोग जनेश्वर मिश्र जी को याद करते हैं। पूरे जीवन भर जनेश्वर जी गरीब, पिछड़े, दलित, जिनका जीवन अभाव में रहा उनके लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने हमेशा समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ये बातें पूर्व समाजवादी चिंतक व नेता जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि देते हुए कही। यह कार्यक्रम जनेश्वर मिश्र पार्क में हुआ। इस अवसर पर कहा कि भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का जो कार्यक्रम है, जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान का रूप ले लेगी। भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहे गए। सपा मखिया ने कहा कि जो मर्यादा पुरुषोत्तम जी ने रामराज्य की कल्पना की थी जहां गरीब दु:खी ना रहे, नौजवान खुशहाल हो आगे बढ़े और सब प्रसन्न हो, उस रास्ते पर चलेंगे सब।

देश को हिंदू राष्ट्रवाद नहीं, द्रविड़ तमिल मॉडल की जरूरत: ए.राजा

द्रमुक ने भाजपा-आरएसएस पर साधा निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। द्रमुक के सांसद ए राजा ने रविवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्रविड़ मॉडल के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मॉडल की पूरे देश को जरूरत है। उन्होंने सलेम में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज वे हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं।
पहले हिंदू धर्म के नाम पर कोई राष्ट्र नहीं था। पाकिस्तान भारत से इसलिए अलग हो गया, क्योंकि (विनायक दामोदर) सावरकर ने कहा था कि यह एक हिंदू राष्ट्र है। इसलिए, जिन्ना ने भी कहा कि वे एक अलग इस्लामी राष्ट्र चाहते हैं और फिर (भारत से) अलग हो गए। धर्म कभी राष्टï्रीयता नहीं बन सकता, लेकिन भाषा राष्ट्रीयता बन सकती है। उन्होंने आगे कहा, कि हम जाति के नाम पर बंटे हुए हैं और आप धर्म के नाम पर हमें एक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम कानून के अनुसार धर्म के नाम पर एकजुट होना चाहते हैं। लेकिन, हम हिंदू नहीं बनना चाहते, जैसा कि आप कहते हैं। हम हिंदू राष्ट्रवाद नहीं चाहते हैं।

हमारी पहचान मिटाने का प्रयास कर रही भाजपा : स्टालिन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक प्रमुख ने कहा किभाजपा हमारी भाषा, तमिल संस्कृति, राज्य के अधिकारों को नष्ट करने की योजना बना रही है। हमारी पहचान को मिटाने का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर, अन्नाद्रमुक ने राज्य को दस साल तक बर्बाद किया। एडप्पाडी पलानीस्वामी सोचते हैं कि जो कुछ नष्ट करेंगे, लोग उसे भूल जाएंगे। भाजपा और अन्नाद्रमुक को रोकना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, आज के पीएम कभी सीएम थे। मोदी सभी राज्यों को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र द्वारा जो भी कानून पेश किए जाते हैं, उसके बारे में राज्य सरकारों के साथ कोई चर्चा नहीं की जाती है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोई चर्चा नहीं होती।

सवाल पूछने पर भेजते हैं आईटी सीबीआई और ईडी

कार्यक्रम में द्रमुक सांसद कनिमोझी ने कहा, कि हमें उनसे सवाल नहीं करने चाहिए? अगर हम सवाल करते हैं, तो वे हमारे पास आईसीई भेजते हैं। आईसीई का मतलब है- आयकर (इनकम टैक्स), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)। सवाल पूछेंगे तो ये तीनों आपके पास आ जाएंगे। लेकिन, हम डरने वाले नहीं है।

प्रभु राम भारत के सर्वोत्तम आयामों के प्रतीक: मुर्मू

राष्ट्रपति का शुभकामना संदेश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने भारत की आध्यात्मिक चेतना और संस्कृति में रचे-बसे भगवान राम के प्रभुत्व का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के सर्वोत्तम आयामों का प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हैं। तीन पन्नों के विस्तृत पत्र में राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जो 11 दिवसीय अनुष्ठान किया है, वह त्याग की भावना से प्रेरित सर्वोच्च आध्यात्मिक कृत्य है। उन्होंने इसे प्रभु श्रीराम के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव भी करार दिया। वहीं, राष्ट्रपति  मुर्मू के पत्र के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ऐतिहासिक क्षण भारतीय विरासत और संस्कृति को समृद्ध करेगा और देश की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। राष्ट्रपति के पत्र को रीपोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, माननीय राष्ट्रपति जी, अयोध्या धाम में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर शुभकामनाओं के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। मुझे विश्वास है कि यह ऐतिहासिक क्षण भारतीय विरासत एवं संस्कृति को और समृद्ध करने के साथ ही हमारी विकास यात्रा को नए उत्कर्ष पर ले जाएगा।

भारतवर्ष के पुनर्निर्माण अभियान की शुरुआत : मोहन भागवत

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर राममंदिर का निर्माण और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारतवर्ष के पुनर्निर्माण अभियान की शुरुआत है। यह सद्भाव, एकता, प्रगति, शांति और सभी के कल्याण के लिए है। राम मंदिर निर्माण के लिए हिंदू समाज के संघर्ष का जिक्र्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे लेकर अब विवाद, कड़वाहट और संघर्ष खत्म होना चाहिए। आरएसएस की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक लेख में उन्होंने लिखा कि 9 नवंबर 2019 को 134 वर्षों के कानूनी संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सत्य और तथ्यों को परखने के बाद एक संतुलित फैसला दिया। धार्मिक दृष्टि से श्रीराम बहुसंख्यक समाज के आराध्य देव हैं और श्री रामचंद्र का जीवन आज भी संपूर्ण समाज द्वारा स्वीकृत आचरण का आदर्श है। इसलिए अब अकारण विवाद को लेकर जो पक्ष-विपक्ष खड़ा हुआ है, उसे समाप्त कर देना चाहिए। इस बीच में उत्पन्न हुई कड़वाहट भी खत्म होनी चाहिए। समाज के प्रबुद्ध लोगों को यह अवश्य देखना चाहिए कि विवाद पूर्णत: समाप्त हो जाए।

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