हर बात पर पंजाब को कोसना ठीक नहीं: मान
- सीएम बोले- यूपी और हरियाणा में कानून व्यवस्था के हालात ज्यादा बदतर
- एनएचएआई मामले में सियासत तेज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) प्रोजेक्टों को लेकर अब सियासत गर्माने लगी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार को करीब पौने तीन साल हो गए हैं। इस बीच प्रदेश के किसी भी जिले या कस्बे में दंगा या कफ्र्यू नहीं लगा। हरियाणा के नूंह में चार महीने तक कफ्र्यू रहा और यूपी में भी यही हालात हैं।
सीएम ने कहा कि पंजाब को लेकर कोई भी बात होती है तो हर बात में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठाए जाते हैं। मान का इशारा एनएचएआई प्रोजेक्ट मामले में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ओर से बीते दिनों प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देते हुए लिखी चि_ी की ओर था। सीएम ने कहा कि जालंधर और लुधियाना में दो मामले सामने आए थे, दोनों में ही एनएचएआई के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच का आपसी विवाद था। वहीं, एनएचएआई के प्रोजेक्ट को सिरे चढऩे में जहां किसानों को लेकर विरोध की जो बात सामने आ रही है। वहीं स्वतंत्रता दिवस पर सीएम भगवंत मान ने बुलेटप्रूफ ग्लास शील्ड के पीछे से लोगों को संबोधित किया था। इसको लेकर विरोधी दल के नेताओं ने सीएम पर निशाना साधा है। पीपीसीसी प्रधान अमरिंदर वडिंग, पूर्व मंत्री परगट सिंह व विधायक सुखपाल खैरा ने कहा है कि चुनाव से पहले सीएम मान कहते थे कि अगर लोगों के बीच जाने से डर लगता है तो मुर्गीखाना खोल लेना चाहिए। अब सीएम मान खुद डर रहे हैं।
पंजाब की जमीन का मूल्य ओडिशा और बिहार की तर्ज पर नहीं लगाया जा सकता
सीएम ने कहा कि केंद्र और एनएचएआई के अधिकारियों को यह बात समझने की जरूरत हैं कि पंजाब की जमीन का मूल्य ओडिशा और बिहार के जमीन के तर्ज पर नहीं लगाया जा सकता। ओडिशा और बिहार में पांच लाख रुपये का एकड़ हैं तो पंजाब में 50 लाख का। सीएम ने कहा कि जो किसान विरोध कर रहे हैं उनको समझाकर उनकी समस्या का हल करने का प्रयास किया जा रहा है।