2014 से पहले पुंछ क्षेत्र में आतंकवाद पर था नियंत्रण: जयराम रमेश

  • बोले- चार जून के बाद गठबंधन करेगा आतंक वाद-निरोधक ग्रिड को मजबूत
  • नागरिक समाज को लगातार सशक्त बनाना होगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा कि पुंछ में वायुसेना के काफिले पर हुआ हमला क्षेत्र में आतंकी हमलों की चिंताजनक प्रवृत्ति का हिस्सा है और लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद, पार्टी और इंडिया गठबंधन के उसके सहयोगी दल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद-विरोधी ग्रिड को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हम इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्र के साथ एकजुट होकर खड़े हैं। रमेश ने दावा किया कि 2007 और 2014 के बीच इस क्षेत्र में आतंकवाद की कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
सुरनकोट आतंकवादी हमला, नियंत्रण रेखा के पास स्थित पहाड़ी राजौरी-पुंछ क्षेत्रों में विशेष रूप से सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ आतंकवादी हमलों की चिंताजनक प्रवृत्ति का हिस्सा है। कांग्रेस महासचिव ने कहा, यह गंभीर चिंता का विषय है कि एक जनवरी 2023 से अब तक राजौरी-पुंछ क्षेत्र में हमारे 25 बहादुर सुरक्षाकर्मी और आठ निर्दाेष नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। हमारा दृष्टिकोण धार्मिक और जातीय संबंधों से परे राजनीतिक वर्ग और नागरिक समाज को लगातार सशक्त बनाना होगा। राजौरी-पुंछ एक विशाल और पहाड़ी क्षेत्र है और वहां आतंकवादियों के खिलाफ सामूहिक सामाजिक प्रतिरोध स्थापित करने के हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के प्रयासों का समर्थन किया जाएगा।

पूर्व सीएम चन्नी के बयान पर भड़की भाजपा

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायुसेना के वाहन पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले को कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने स्टंटबाजी बताया था। उन्होंने कहा था कि हमले नहीं हो रहे हैं। जब भी चुनाव आता है तो भाजपा को जिताने के लिए ऐसे स्टंट खेले जाते हैं। उनके इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी। चरणजीत सिंह चन्नी के बयान को लेकर कांग्रेस सवालों के घेरे में आ गई है। इस बयान को लेकर भाजपा ने भी पलटवार किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने इसके जवाब में कहा कि देश के जवानों को लेकर घटिया राजनीति केवल कांग्रेस ही कर सकती है। भाजपा नेता अजय आलोक ने कहा, चरणजीत सिंह चन्नी का दिमाग खराब हो गया है। किसी मुख्यमंत्री की तरफ से ऐसा बयान शोभा देता है? देश के जवानों को लेकर ऐसी घटिया राजनीति केवल कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है। यही उनका संस्कार है।

आतंकवाद के खिलाफ पार्टी देश के साथ खड़ी है : खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करती है तथा आतंकवाद के खिलाफ देश के साथ एकजुट होकर खड़ी है। खरगे ने अपने पोस्ट में कहा, सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वायुसेना के बहादुर योद्धा के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। हम आशा करते हैं कि घायल वायु योद्धा जल्द से जल्द ठीक हो जाएं और उनके बेहतरी के लिए प्रार्थना करते हैं। भारत अपने सैनिकों के लिए
एकजुट है।

मोदी सरकार भाषाओं के साथ कर रही पक्षपात

नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने मराठी को शास्त्रीय भाषा घोषित करने की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इसने कहा कि मराठी की 2,200 वर्षों की समृद्ध साहित्यिक परंपरा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि संबंधित मांग पिछले 10 साल से मोदी सरकार के पास लंबित है। उन्होंने रेखांकित कि पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर रंगनाथ पठारे की अध्यक्षता में मराठी भाषा विशेषज्ञों की एक समिति गठित की थी। रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी गई थी और पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने तत्कालीन संस्कृति मंत्री श्रीपद नाइक को पत्र लिखकर जुलाई 2014 में मांग को पूरा करने का अनुरोध किया था। उन्होंने दावा किया, दस साल बाद, मोदी सरकार ने इस मोर्चे पर शून्य प्रगति की है। साल 2004 से 2014 के बीच मनमोहन सिंह की सरकार ने तमिल (2004), संस्कृत (2005), कन्नड़ (2008), तेलुगु (2008), मलयालम (2013) और उडिय़ा भाषा (फरवरी 2014) को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया था। मोदी सरकार ने किसी भी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा नहीं दिया है। रमेश ने कहा कि मराठी में 2,200 वर्षों की समृद्ध साहित्यिक परंपरा है और मराठी में सबसे पहला शिलालेख (जिसे महाराष्ट्री प्राकृत कहा जाता है) पहली शताब्दी ईसा पूर्व का है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह निश्चित रूप से किसी अन्य भाषा की शाखा नहीं है और स्थानीय बोलियों से स्वतंत्र रूप से विकसित हुई है।

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