गुजरात में BJP की हिली नींव, AAP को तोड़ने के लिए डेडियापाड़ा जा रहे मोदी

गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले सियासी माहौल गर्म हो गया है... राज्य की राजनीति में एक प्रमुख नेता ने बयान देकर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात के नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों राजनीतिक तापमान तेज हो गया है.. यहां के आम आदमी पार्टी विधायक चैतर वसावा ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.. वसावा का कहना है कि BJP उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर.. AAP छोड़ने और अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए दबाव डाल रही है.. और उन्होंने खुद को जंगल का टाइगर बताते हुए कहा कि वे कभी सर्कस के टाइगर की तरह बंधन में नहीं बंधेंगे.. यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे से ठीक पहले आया है.. जब पीएम बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर डेडियापाड़ा में एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे.. वसावा का यह ऐलान न केवल स्थानीय राजनीति को गरमा रहा है… बल्कि गुजरात के आदिवासी बेल्ट में AAP और BJP के बीच जंग को और तेज कर रहा है..

आपको बता दें कि यह घटना छोटा उदेपुर के कवांट तहसील के अठाडुंगरी गांव में हुई.. और गुजरात जोड़ो जनसभा के दौरान सामने आई.. हजारों आदिवासी समर्थकों की मौजूदगी में वसावा ने खुलकर BJP पर निशाना साधा.. उन्होंने कहा कि मैं जंगल में खुलेआम घूमने वाला टाइगर हूं.. BJP मुझे सर्कस का टाइगर बनाना चाहती है.. लेकिन मैं कभी उनकी पार्टी में नहीं जाऊंगा.. वसावा ने दावा किया कि आगामी तालुका पंचायत.. और जिला पंचायत चुनावों में BJP का सूपड़ा साफ हो जाएगा.. उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.. और AAP के समर्थकों ने इसे परिवर्तन की हुंकार बताया..

बता दें चैतर वसावा गुजरात की आदिवासी राजनीति के एक उभरते चेहरे हैं.. 38 वर्षीय वसावा डेडियापाड़ा विधानसभा क्षेत्र से AAP के विधायक हैं.. जो नर्मदा जिले में स्थित है.. यह क्षेत्र आदिवासी बहुल है.. और यहां की आबादी मुख्य रूप से भील, कोकना और अन्य जनजातियों से है.. वसावा खुद एक आदिवासी परिवार से आते हैं.. और उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा सामाजिक कार्यों से शुरू की.. 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में उन्होंने BJP के मजबूत उम्मीदवार को 40,282 वोटों के भारी अंतर से हराकर इतिहास रच दिया.. AAP को इस सीट पर 55.87 प्रतिशत वोट मिले.. जबकि BJP को सिर्फ 34.11 प्रतिशत.. और कांग्रेस को 6.8 प्रतिशत.. इस जीत के बाद AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उन्हें विधानसभा में पार्टी विधायक दल का नेता बना दिया..

वसावा की लोकप्रियता का राज उनकी बेबाकी और आदिवासी मुद्दों पर सख्त रुख है.. वे जंगल अधिकार, MGNREGA घोटालों, सड़क निर्माण और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलते हैं… आदिवासी समाज में उन्हें ‘भगवान बिरसा मुंडा का अवतार’ जैसा सम्मान मिला है.. बिरसा मुंडा आदिवासी आंदोलन के प्रतीक हैं.. उनकी 150वीं जयंती पर ही पीएम मोदी का दौरा हो रहा है.. जो वसावा के लिए एक राजनीतिक चुनौती बन गया है.. वसावा ने कहा कि BJP उनकी लोकप्रियता से डर रही है.. और इसलिए मोदी को उनके क्षेत्र में ला रही है..

लेकिन वसावा की जिंदगी हमेशा आसान नहीं रही.. उनके खिलाफ 18 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.. जिनमें ज्यादातर BJP के स्थानीय नेताओं से झड़पें शामिल हैं.. जुलाई 2025 में उन्हें हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.. मामला डेडियापाड़ा तहसील पंचायत कार्यालय में एक बैठक के दौरान हुआ.. जहां BJP के तहसील पंचायत अध्यक्ष संजय वसावा ने उन पर हमला करने का आरोप लगाया.. वसावा ने कथित तौर पर एक महिला पंचायत अध्यक्ष को गाली दी.. और फिर संजय पर फोन और कांच फेंक दिया.. AAP ने इसे ‘झूठा केस’ बताया.. और केजरीवाल ने कहा कि BJP डर के मारे ऐसा कर रही है.. सितंबर 2025 में गुजरात हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दी.. लेकिन शर्त रखी कि वे एक साल तक डेडियापाड़ा तहसील में प्रवेश न करें.. यह रोक अभी भी लागू है.. जिससे वसावा का अपना क्षेत्र में घूमना मुश्किल हो गया है..

वसावा की गिरफ्तारी पर AAP ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए.. 24 जुलाई 2025 को केजरीवाल ने डेडियापाड़ा में एक रैली की.. जहां उन्होंने वसावा को ‘बब्बर शेर’ कहा.. उन्होंने कहा, “BJP सोचती है कि चैतर को जेल भेजकर डरा देगी.. लेकिन वे नहीं जानते कि चैतर कितनी बार जेल जा चुके हैं.. इस रैली में हजारों आदिवासी युवा सड़कों पर उतरे.. जो वसावा की लोकप्रियता का प्रमाण था..

पीएम मोदी का डेडियापाड़ा दौरा BJP के लिए एक बड़ा दांव है.. बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने के मौके पर यह कार्यक्रम आदिवासी कार्ड खेलने का प्रयास लगता है.. डेडियापाड़ा 2022 से वसावा का गढ़ है.. लेकिन BJP इसे पलटना चाहती है.. वसावा ने आरोप लगाया कि BJP उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है.. और इसलिए मोदी को बुला रही है..

आपको बता दें कि मोदी का यह दौरा नर्मदा जिले के महत्व को भी दिखाता है.. यहां विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ केवड़िया में स्थित है.. जो BJP की एक बड़ी उपलब्धि है.. लेकिन आदिवासी बेल्ट में BJP की पकड़ कमजोर हो रही है.. 2022 चुनावों में AAP ने 5 आदिवासी सीटें जीतीं.. जो BJP के लिए झटका था.. वसावा की गिरफ्तारी ने युवाओं को और आंदोलित कर दिया.. जिससे AAP को फायदा हुआ..

वसावा का बयान AAP के ‘गुजरात जोड़ो’ अभियान का हिस्सा है.. जो पूरे राज्य में चल रहा है.. 8-9 नवंबर 2025 को छोटा उदेपुर और दाहोड़ में हुई रैलियों में हजारों लोग जुटे.. वसावा ने कहा कि किसान, व्यापारी, महिलाएं और युवा BJP की ‘जन-विरोधी नीतियों’ से तंग आ चुके हैं.. ग्रामीण इलाकों में AAP की लहर बन रही है.. AAP का दावा है कि 2027 विधानसभा चुनावों से पहले स्थानीय निकाय चुनावों में वे 130 से अधिक सीटें जीतेंगी.. वसावा ने कहा कि वे समाज के मुद्दों को उठाते हैं.. जो BJP को पसंद नहीं.., उन्होंने सड़क निर्माण के लिए पदयात्रा निकाली.. जिस पर BJP के सांसद और विधायक आपस में भिड़ गए… वसावा ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया कि सड़क काम शुरू हो.. वरना वे पीएम से मिलेंगे..

आदिवासी समाज में वसावा का प्रभाव गहरा है.. वे कहते हैं कि BJP आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक समझती है.. लेकिन AAP असली मुद्दों पर काम कर रही है.. केजरीवाल ने 2023 में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर BJP को घेरा था.. जिसमें वसावा ने कहा कि यह अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का बहाना है.. इससे आदिवासी सीटों पर BJP को नुकसान हो सकता है.. वसावा के खिलाफ केसों की लिस्ट लंबी है.. 2024 में उन्हें जंगल अधिकारों पर वन अधिकारियों से झड़प के लिए गिरफ्तार किया गया.. और उन्होंने हवा में गोली चलाई थी.. जिस पर AAP ने कहा कि यह आत्मरक्षा थी.. उनकी पत्नी शकुंतला को भी गिरफ्तार किया गया.. जिसे केजरीवाल ने ‘आदिवासी बेटी का अपमान’ बताया..

गुजरात हाईकोर्ट ने कई बार हस्तक्षेप किया.. सितंबर 2025 में बेल देते हुए कोर्ट ने कहा कि वसावा को आवाज दबाने की कोशिश हुई.. AAP प्रभारी गोपाल राय ने कहा कि BJP हार के डर से दबाव बना रही है… लेकिन वसावा झुकेंगे नहीं.. विसावदार उपचुनाव में AAP की जीत के बाद वसावा की गिरफ्तारी को BJP की हताशा बताया गया..

वहीं यह विवाद गुजरात की 2027 विधानसभा चुनावों को प्रभावित करेगा… AAP का लक्ष्य आदिवासी बेल्ट में BJP को कमजोर करना है… वसावा ने कहा कि वे कभी BJP या कांग्रेस में नहीं जाएंगे.. AAP युवाओं को टिकट देने की रणनीति पर जोर दे रही है.. वसावा की जेल यात्राओं ने उन्हें हीरो बना दिया.. युवा उन्हें ‘टाइगर’ कहकर बुलाते हैं.. AAP का ट्रेनिंग कैंप अहमदाबाद में चल रहा है.. जहां रणनीतियां बन रही हैं..

 

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