अपने ही आंकड़ों में फंसी एनडीए सरकार!
- चीनी समानों पर प्रतिबंध के फैसले पर खुली पोल
- एक साल में बढ़ गया चीन से आयात, पर निर्यात घटा
- वाणिज्य मंत्रालय ने कहा- देश के आयात का प्रमुख स्रोत है चीन
- विपक्ष ने भी मोदी सरकार पर उठाए सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एनडीए की मोदी सरकार का चीन को चेतावनी देने जैसे बड़ी-बड़ी बातों की कलई खुद उनकी सरकार के आंकड़ों ने खोल दी है। दरअसल वाणिज्य मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है कि भारत में होने वाले आयात के लिए चीन प्रमुख स्रोत है। इतना ही नहीं जो निर्यात भारत द्वारा अभी तक किया जाता रहा वह भी घट गया है। इन सब मामले पर सियासत भी गरमा गई है।
विपक्ष ने मोदी व बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा कि वह तो हमेशा से कहते रहे कि सरकार एक तरफ तो कहती है कि चीनी सामनो पर प्रतिबंध लगा रहे दूसरी तरफ वहीं से सामान भी मंगवा रही है। ये सरकारी आंकड़े ही सरकार की पोल खोल रहे है। ये आंकड़ें बता रहे हैं कि कैसे देश का रुपया विदेशों में जा रहा और विदेशी रुपया देश में घट रहा है।
आयात 9.8 प्रतिशत बढकर 65.89 अरब डॉलर पर पहुंचा
चीन से आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान सालाना आधार पर 9.8 प्रतिशत बढ़कर 65.89 अरब डॉलर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, हालांकि इस दौरान चीन को निर्यात 9.07 प्रतिशत घटकर आठ अरब डॉलर रहा। इस दौरान अमेरिका शीर्ष निर्यात गंतव्य रहा। अमेरिका को भारत का निर्यात आलोच्य अवधि में 6.01 प्रतिशत बढ़कर 47.24 अरब डॉलर रहा।
एलएसी पेट्रोलिंग के समझौते पर भी घिरी थी मोदी सरकार
अभी हाल में भारत और चीन के बीच हुई एलएसी पेट्रोलिंग को लेकर हुए समझौते पर कांग्रेस ने कई बार मोदी सरकार पर सवाल उठाया है। कांग्रेस की तरफ से भारत-चीन के इस समझौते पर बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया कि मोदी सरकार की इस घोषणा को लेकर कई सवाल बने हुए हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था को लेकर चीन के साथ समझौता हो गया है। बता दें , विदेश सचिव ने कहा था कि इस समझौते से सैनिकों की वापसी हो रही है और अंतत: 2020 में इन क्षेत्रों में पैदा हुए गतिरोध का समाधान हो रहा है। कांग्रेस ने आगे कहा कि भारत का पक्ष 19 जून 2020 को तब सबसे ज्यादा कमजोर हुआ जब प्रधानमंत्री ने चीन को बेशर्मी से क्लीन चिट देते हुए कहा कि न कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न ही कोई घुसा हुआ है। यह बयान गलवान में हुई झड़प के चार दिन बाद ही दिया गया था, जिसमें हमारे 20 बहादुर सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। उनका यह बयान न सिर्फ हमारे शहीद सैनिकों का घोर अपमान था बल्कि इस चीन की आक्रामकता को भी वैध ठहरा दिया। इसके कारण ही एलएसी पर गतिरोध के समय समाधान में बाधा उत्पन्न हुई।
भारत के आयात के हैं शीर्ष 10 स्रोत
आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान भारत के आयात के शीर्ष 10 स्रोत चीन, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, इराक, सऊ दी अरब, इंडोनेशिया, कोरिया, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर रहे। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान रूस से आयात 8.85 प्रतिशत बढ़कर 38.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले 35.65 अरब डॉलर था। इसी तरह, यूएई से आने वाला आयात 55.12 प्रतिशत बढ़कर 08.64 अरब डॉलर रहा। पिछले वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में यह 24.9 अरब डॉलर था। इस अवधि के दौरान, देश के शीर्ष 10 निर्यात गंतव्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड, ब्रिटेन, चीन, सिंगापुर, सऊदी अरब, बांग्लादेश, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया रहे। यूएई को निर्यात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 15.86 प्रतिशत बढ़कर 20.93 अरब डॉलर रहा। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 18 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 2020-24 में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था। उसके बाद चीन का स्थान था। आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात से आयात अक्टूबर में 70.07 प्रतिशत उछलकर 7.18 अरब डॉलर हो गया, जबकि निर्यात 43.02 प्रतिशत बढ़कर 3.72 अरब डॉलर रहा। भारत का यूएई के साथ मुक्त व्यापार समझौता है।
झारखंड के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध: राहुल
- नेता प्रतिपक्ष ने झारखंड दिवस पर दी बधाई भगवान बिरसा मुंडा को भी किया याद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नयी दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने झारखंड के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों को शुक्रवार को बधाई देते हुए कहा कि ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन उनकी संस्कृति और अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। राहुल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, भरपूर प्राकृतिक, सांस्कृतिक और खनिज संपदा से युक्त झारखंड के स्थापना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।” उन्होंने कहा, ”झारखंड वासियों की सभ्यता और अधिकारों की रक्षा के लिए ‘इंडिया’ सदैव संकल्पित है। गांधी ने साथ ही लिखा, ”आदिवासी महानायक, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। आदिवासी अस्मिता के लिए उनका संघर्ष और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए उनका बलिदान हमें सदा प्रेरित करता रहेगा।
सुखद, समृद्ध एवं खुशहाल भविष्य की कामना : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी झारखंड के लोगों को शुभकामनाएं दीं और उनके सुखद, समृद्ध एवं खुशहाल भविष्य की कामना की। खरगे ने आदिवासी नेता बिरसा मुंडा को भी उनकी जयंती पर याद किया। खरगे ने ‘एक्सÓ पर लिखा, ”जल-जगंल-जमीन एवं आदिवासी सभ्यता व संस्कृति की रक्षा के लिए अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध ‘उलगुलानÓ करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी, धरती आबा, भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। वे करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्रोत हैं एवं रहेंगे। उन्होंने कहा, ”प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण झारखंड राज्य के सभी बहन-भाइयों को झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई। आने वाला कल आप सभी के लिए सुखद, समृद्ध एवं खुशहाल बने, हमारी यही कामना है। झारखंड राज्य आधिकारिक तौर पर 2000 में मुंडा की जयंती पर अस्तित्व में आया।
मोदी,राहुल, खरगे व अखिलेश ने दी गुरु नानक की जयंती पर बधाई
पीएम नरेन्द्र मोदी ने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती पर देशवासियों को बधाई दी और कामना की कि उनकी शिक्षाएं सभी को करुणा, दया और विनम्रता की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करें। वहीं राहुल गांधी, अखिलेश यादव और खरगे ने लोगों को गुरु नानक जयंती की भी शुभकामनाएं दीं। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। इसे प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती मनायी जा रही है।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर लखनऊ में बजा नगाड़ा
यूपी की राजधानी लखनऊ में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय जनजाति भागीदारी उत्सव का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम लखनऊ के संगीत नाटकीय अकैडमी के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगाड़ा बजाकर किया इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण भी किया सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया। इस 6 दिवसीय उत्सव में लगभग 22 राज्यों के कलाकारों के साथ दो देश वियतनाम और स्लोवाकिया कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। इस उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ एक बड़ी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, राज्य मंत्री समाज कल्याण समेत प्रदेश सरकार के अधिकारी मौजूद है।