एकबार फिर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा
- कई मामलों में फेल हुई एनडीए सरकार
- अमेरिका यात्रा के तीसरे दिन कई मुद्दों पर खुलकर बोले नेता प्रतिपक्ष
- आरक्षण मुद्दे पर मायावती फिर भड़कीं, शाह ने भी घेरा
- भारत विरोध से जुड़े इल्हाम से राहुल की मुलाकात पर भाजपा बौखलाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे के तीसरे दिन भी प्रधानमंत्री मोदी व उनकी सरकार पर हमलावर रहे। उन्होंने वॉशिंगटन में बातचीत में चीन के साथ सीमा विवाद, भारत की उत्पादन क्षमता समेत कई अहम मसलों पर खुलकर बात की। राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चीन के साथ सीमा विवाद को सही तरीके से नहीं संभाला है। कई मामले में एनडीए सरकार नाकाम रही। उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग की वकालत की और कहा कि चीन के गैर-लोकतांत्रिक उत्पादन मॉडल का मुकाबला करने के लिए दोनों देशों को साथ आना होगा। इन सबके बीच कांग्रेस नेता राहुल भारत में अपने आरक्षण संबंधी बयान पर विपक्षी निशाने पर आ गए हैं। बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक बार फिर से सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी है। वहीं इसी मुद्दे पर गृहमंत्री ने भी नेता प्रतिपक्ष को घेरा है। इसी के साथ भारत विरोधी अभियान में लगे इल्हाम से राहुल के मुलाकात पर भी भाजपा ने कड़ा एतराज जताया है। राहुल गांधी के मुलाकात की तस्वीरें सामने आने पर भाजपा ने कांग्रेस और उनपर निशाना साधा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में हमला बोलते हुए लिखा देशविरोधी बातें करना और देश को तोडऩे वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। यह लगातार तीसरा दिन था जब राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर हमला किया।
चीन सीमा विवाद पर बुरी तरह फेल हुए पीएम मोदी : राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि चीन के सैनिकों ने लद्दाख में दिल्ली के आकार जितनी जमीन पर कब्जा कर लिया है, और मुझे लगता है कि यह एक आपदा है। मीडिया इसके बारे में लिखना पसंद नहीं करता है। अगर कोई पड़ोसी देश अमेरिका के 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर ले तो अमेरिका की क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या कोई राष्ट्रपति यह कहकर बच सकता है कि उसने इसे अच्छी तरह से संभाला है? इसलिए, मुझे नहीं लगता कि मोदी ने चीन को अच्छी तरह से संभाला है। मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र में क्यों बैठे हैं। राहुल गांधी ने 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प का जिक्र करते हुए कहा कि चीन ने उस समय से ही पूर्वी लद्दाख में रु्रष्ट पर यथास्थिति को आक्रामक तरीके से बदलने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के 50,000 से ज्यादा सैनिक रु्रष्ट पर तैनात हैं और किसी भी एकतरफा कार्रवाई को रोकने के लिए उनके पास आधुनिक हथियार हैं। चीन के उत्पादन मॉडल पर भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी बात रखी।
भारत जोड़ो यात्रा करने के लिए हमें मजबूर किया गया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को भारत में लोकतांत्रिक संस्थाओं की विफलता के जवाब में आवश्यक कदम बताया। गांधी की टिप्पणी एक प्रेस वार्ता के दौरान आई, जहां उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू करने का निर्णय लोगों से सीधे जुडऩे की आवश्यकता से प्रेरित था। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने अपनी टिप्पणी में सुझाव दिया कि यह यात्रा देश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के ठीक से काम न करने के रूप में उनके द्वारा महसूस की गई प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा, हमें राजनीतिक रूप से यात्रा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि लोकतंत्र में सामान्य रूप से काम करने वाले सभी साधन काम नहीं कर रहे। गांधी के अनुसार, पार्टी को लगा कि जनता से सीधे जुडऩे के अलावा उसके पास कोई विकल्प नहीं था, उनका मानना ??है कि यह कदम जनता के दिलों में गहराई से उतर गया। राजनीतिक और पेशेवर स्तर पर, यात्रा एक आवश्यकता थी। लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर, यह कुछ ऐसा था जो मैं हमेशा से करना चाहता था।
इंडिया गठबंधन का दृष्टिकोण भाजपा के एजेंडे से अलग
राहुल गांधी ने 26 विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ब्लॉक की भविष्य की दिशा के बारे में भी बात की। उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन का दृष्टिकोण भाजपा के केंद्रीकरण और एकाधिकार के एजेंडे से मौलिक रूप से अलग होगा। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत जैसे लोकतंत्रों में विनिर्माण क्षेत्र पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। वाशिंगटन में बोलते हुए, गांधी ने तर्क दिया कि भारत के साथ-साथ पश्चिम ने दुनिया के उत्पादक के रूप में अपनी भूमिका चीन को सौंप दी है, और सुझाव दिया कि उस पद को पुन: प्राप्त करना एक महत्वपूर्ण आर्थिक और रणनीतिक लाभ प्रदान कर सकता है।
आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल पर हमला बोला है। अमित शाह ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, देश विरोधी बातें करना और देश को तोडऩे वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में जेकेएसी के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है। अमित शाह ने आगे लिखा कि भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है। राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं। मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
गुमराह करने वाली गलतबयानी कर हैं राहुल : मायावती
मायावती ने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं स्पष्टत: गुमराह करने वाली गलतबयानी। केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर एससी/एसटी का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण। बीएसपी चीफ ने कहा, इनके द्वारा देश में आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात भी छलावा, क्योंकि इस मामले में अगर इनकी नीयत साफ होती तो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में यह कार्य जरूर कर लिया गया होता। कांग्रेस ने न तो ओबीसी आरक्षण लागू किया और न ही एससी/एसटी आरक्षण को सही से लागू किया। उन्होंने कहा, इससे स्पष्ट है कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती है तो इन उपेक्षित एससी/एसटी/ओबीसी र्गों के वोट के स्वार्थ की खातिर इनके हित व कल्याण की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जब सत्ता में रहती है तो इनके हित के विरुद्ध लगातार कार्य करती है, ये लोग इनके इस षडयंत्र से सजग रहें।