पापा ने पार्टी तक कुर्बान कर दी थी… मुस्लिम CM पर चिराग का RJD पर निशाना, 20 साल पुरानी घटना को किया याद

बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख जैसे-जैसे पास आ रही है. वैसे ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है. एनडीए की तरफ से महागठबंधन पर आरोप लगाए जा रहे हैं तो वहीं महागठबंधन की तरफ से एनडीए पर भी कई आरोप लगाए जा रहे हैं. इन सबके बीच अब चिराग पासवान ने मुस्लिम मुख्यमंत्री को लेकर महागठबंधन पर निशाना साधा है. इसके साथ ही पुरानी बात भी याद दिलाई है.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद 14 परसेंट, 18 परसेंट और ढाई परसेंट को लेकर के उठा तूफान अब धीरे-धीरे अपने आकार को बढ़ा रहा है. दरअसल लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल के ऊपर मुस्लिम मुख्यमंत्री को लेकर के तंज कसा है.
चिराग ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 2005 में राजद मुस्लिम मुख्यमंत्री के लिए तैयार नहीं थी और आज भी वह तैयार नहीं है.
चिराग ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा?
चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 2005 में मेरे नेता मेरे पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान ने मुस्लिम मुख्यमंत्री बनने के लिए अपनी पार्टी तक कुर्बान कर दी थी. तभी आपने उनके साथ नहीं दिया. राजद 2005 में भी मुस्लिम मुख्यमंत्री के लिए तैयार नहीं था. आज 2025 में भी न मुस्लिम मुख्यमंत्री देने को तैयार है न उपमुख्यमंत्री है.
आगे लिखा कि अगर आप बंधुआ वोट बैंक बन कर रहेंगे तो सम्मान और भागीदारी कैसे मिलेगी? चिराग पासवान के फेसबुक पर इतना लिखते ही प्रतिक्रिया की बाढ़ गई है. लोग तरह-तरह से अपने प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
क्यों उठाया चिराग ने महागठबंधन पर सवाल
दरअसल राज्य की राजनीति में यह सवाल तब और जोर पकड़ रहा है, जब विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग को लेकर के अब चंद दिन ही शेष बच गए हैं. दरअसल महागठबंधन की तरफ से चंद दिन पहले जब सीट शेयरिंग और सीएम पद को लेकर के चेहरे की घोषणा की गई थी, उसके बाद से ही यह सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि राज्य में करीब 14 परसेंट की आबादी वाले को सीएम पद देने की बात कही जा रही है, वही लगभग ढाई परसेंट वाले निषाद समाज को डिप्टी सीएम देने की बात कही जा रही है. जबकि करीब 18 परसेंट वाले अल्पसंख्यक समाज को लेकर के महागठबंधन की तरफ से ठोस तरीके से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, जिसके बाद अब चिराग पासवान ने भी राजनीति में एक कदम और बढ़ा दिया है.
महागठबंधन में उठा तूफान लगभग अब शांत हो चला है, लेकिन चिराग के इस हमले ने प्रदेश में एक नई सियासी जंग छेड़ दी है. ऐसे में देखना होगा कि महागठबंधन चिराग के इन आरोपों पर क्या कहता है.



