सदन में पीएम मोदी बोले, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ में किसान और जवान दोनों समाहित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। 17 दिनों का यह सत्र 29 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान संसद में 16 बिल पेश किए जाएंगे और 7 लंबित विधेयकों को पारित कराने की भी कोशिश की जाएगी। बता दें कि ये राज्यसभा का 258वां सत्र है। सभापति के तौर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहली बार उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे हैं। राज्यसभा सदस्य सभापति का अभिनंदन किया। उनका स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उपराष्ट्रपति में किसान और जवान दोनों समाहित हैं।
शून्यकाल के बाद लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुरूआत में ही दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। बाद में कार्यवाही शुरू होने से पहले उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव काल में जी 20 की मेजबानी मिलने को देश के लिए गर्व का विषय बताया। इस महान उपलब्धि के लिए उन्होंने देशवासियों और भारत सरकार को बधाई दी।
लोकसभा अध्यक्ष पर अधीर रंजन ने लगाए आरोप
शून्यकाल शुरू होने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदन में विपक्ष को दी जाने वाली सुविधाएं छीन ली गई हैं। स्टैंडिंग कमेटी विपक्ष से छीन ली गई हैं। ऐसा क्यों हो रहा है? ये हमारी परंपरा थी, लेकिन इस परंपरा को आप खत्म कर रहे हैं। इस पर अध्यक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा कि अध्यक्ष के आसन को चुनौती देकर सदन की परंपरा का उल्लंघन किया है। सदन की कमेटी के बारे में निर्णय लेने का अधिकार अध्यक्ष का होता है।
सिद्धि साधनों से नहीं, साधना से मिलती है : पीएम मोदी
राज्यसभा के अध्यक्ष जदीप धनखड़ को बधाई देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इस सदन के साथ-साथ राष्ट्र की ओर से सभापति को बधाई देता हूं। आप संघर्षों के बीच जीवन में आगे बढ़ते हुए इस मुकाम पर पहुंचे हैं, यह देश के कई लोगों के लिए प्रेरणा है। आप सदन में इस प्रतिष्ठित पद की शोभा बढ़ा रहे हैं। राज्यसभा के अध्यक्ष जदीप धनखड़ से पीएम मोदी ने कहा कि हमारे उप राष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है। इस प्रकार वह जवानों और किसानों के साथ निकटता से जुड़े हुए हैं। राज्यसभा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह संसद सत्र ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और जब भारत जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण कर चुका है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सभापति को सुनाया शेर
इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कहा कि आप भूमि पुत्र हैं, संसदीय परंपराओं को आप बखूबी समझते हैं। राजस्थान विधानसभा और पश्चिम बंगाल में राज्यपाल रहे हैं। पढने लिखने में आपकी रूची है, आपकी रूपरेखा बेहद बड़ी है। खरगे ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि राज्यसभा के संरक्षक के रूप में आपकी भूमिका बाकी भूमिकाओं से काफी बड़ी हैं। आप जिस आसन पर बैठे हैं उसपर कई गणमान्य लोग बैठ चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने आगे कहा कि विपक्ष की तरफ से हम यही कहना चाहते हैं कि आपको हम अपनी तरफ से पूरा-पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने अपनी बात एक शेर कहकर खत्म की। उन्होंने कहा- मेरे बारे में कोई राय मत बनाना गालिब, मेरा वक्त भी बदलेगा, मेरी राय भी बदलेगी।
विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने की तैयारी में जुटी कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हिमाचल विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने को लेकर आश्वस्त कांग्रेस निर्वाचित होने वाले विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने अपने विधायकों को साथ रखने के लिए वरिष्ठ नेताओं की प्रतिनियुक्ति की है। उसने नए विधायकों को राजस्थान ले जाने की भी योजना बनाई है।
हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव में हुए मतदान की गिनती गुरुवार को होगी। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं और अगली रणनीति का मसौदा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तैयार किया है।
कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एग्जिट पोल के इस दावे को खारिज करते हुए कि भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है, कहा कि उनकी पार्टी हिमाचल प्रदेश में बहुमत हासिल करेगी। उधर, चुनावी इतिहास से हटकर मौजूदा सत्तारूढ़ भाजपा हिमाचल प्रदेश में अगले पांच साल तक सत्ता में बने रहने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रही है। राज्य के 68 विधानसभा क्षेत्रों में 28,697 के सैंपल साइज के साथ एबीपी-सीवोटर एग्जिट पोल के आईएएनएस के विश्लेषण से यह बात सामने आई।
हजरतगंज में कॉमन बिल्डिंग कोड का हाल बेहाल
उडऩे लगा रंग, बिल्डिगें हुईं बदरंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ शहर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल हजरतगंज में साल 2010 में शासन द्वारा कॉमन बिल्डिंग कोड को लागू किया गया था। इसके अनुसार, सभी बिल्डिंग को लाइट क्रीम और पिंक रंग से रंगवाने के साथ ही केवल ब्लैक एंड व्हाइट रंग के बोर्ड ही लगवाए जाने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, अब समय बीतने के साथ कॉमन बिल्डिंग कोड का हाल बदहाल होने लगा है और यहां बिल्डिंगों का रंग दागदार होने लगा है। अब तो आलम यह है कि व्यापारियों ने मनमाने रंग के बोर्ड लगवा लिए हैं। इतना ही नहीं फुटपाथ तक पर गाडयि़ां खड़ी होने लगी हैं। किसी समय हजरत गंज के सौंदर्यीकरण के लिए लगाए गए फाउंटेन अब महज़ शोपीस बनकर रह गए हैं। साथ ही जगह-जगह लगवाए गए डस्टबिन गायब होने के चलते हर तरफ गंदगी नजर आने लगी है।
बतादें, किसी इलाके में कॉमन बिल्डिंग कोड लागू होने पर वहां की सभी बिल्डिंग को एक खास तय रंग रोगन कर बनाया या सजाया जाता है। हजरतगंज चौराहे से लेकर मेफेयर तिहारे तक कई दुकानों और शोरूम के बोर्ड निर्धारित की जगह मनमाने साइज और रंग के लगवा लिए गए हैं। गांधी आश्रम, रंगरीति, हबीब्स सहित कई प्रतिष्ठानों में मानक दरकिनार कर बोर्ड लगवा लिए गए हैं।
अवैध पार्किंग और गंदगी
शहर के सबसे पॉश और वीआईपी इलाका होने के साथ शाम के समय में गंज इस शहर की रौनक बढ़ाता है और लोग यहां पर गंजिंग करने भी आते रहते हैं। इसी कारण यहां पर काफी भीड़ रहती है। ऐसे में यहां जाम को बचाने के लिए अवैध पार्किंग पर पूरा ध्यान रखा जाता है। मगर कुछ दिनों से यहां पर धड़ल्ले से अवैध पार्किंग भी हो रही है। जिस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हलवासिया तिराहा स्थित रिलायंस डिजिटल स्टोर के बाहर पूरे दिन अवैध तरीके से गाडयि़ां खड़ी रहती हैं। कुछ यही स्थिति साहू बिल्डिंग, मेट्रो स्टेशन और मेफयर के पास भी रहती है। इतना ही नहीं फुटपाथ तक पर गाडिय़ां खड़ी होने से लोगों का पैदल चलना तक दुश्वार हो गया है।
फाउंटेन बने शोपीस
गंजिंग के लिए मशहूर हजरतगंज में इलाके की सौंदर्यता को बढ़ाने के लिए कई फाउंटेन लगवाए गए थे, मगर रखरखाव के अभाव व इस ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण अब ये फाउंटेन महज शोपीस बनकर रह गए हैं। रखरखाव के अभाव में सभी फाउंटेन खराब हो चुके हैं। आसपास के दुकानदारों का भी कहना है कि फाउंटेन सही करवाने के लिए नगर निगम को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। इसके बावजूद जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहीं इस मामले पर जोनल अधिकारी नरेंद्र देव ने कहा कि नियमों का हर हाल में पालन करवाया जाएगा। बाजार का निरीक्षण करवा सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए जाएंगे।
2024 के लिए अहम होंगे उपचुनाव के नतीजे
कल आएगा मैनपुरी, रामपुर व खतौली सीट का रिजल्ट, अखिलेश, आजम और जयंत की दांव पर लगी है साख
भाजपा के सामने खतौली को बरकरार रखने, मैनपुरी व रामपुर जीतने की है चुनौती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक लोकसभा व दो विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे 2024 की भूमिका बनाने के लिए अहम होंगे। गुरुवार को नतीजे आयेंगे लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की ही धड़कनें पिटारा खुलने से पहले बढ़ी हुई हैं।
लोकसभा की मैनपुरी सीट पर जहां देश के सबसे बड़े राजनैतिक घराने मुलायम सिंह यादव के सुपुत्र पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की साख दांव पर है, वहीं भाजपा के लिये भी नेताजी के निधन के बाद इस सीट को जीतने की बड़ी चुनौती सामने है।
कमोबेश कुछ ऐसा ही हाल सपा के कद्दावर नेता आजम खां गढ़ रामपुर का है। यहां आजम की प्रतिष्ठïा दांव पर है और राजनैतिक लिहाज से उनका अपने प्रत्याशी को जिताकर विधानसभा भेजना अहम है। उधर, पश्चिमी यूपी की खतौली विधानसभा सीट पर रालोद प्रमुख चौ. जयंत सिंह की प्रतिष्ठïा भी 2024 के शंखनाद से पहले दांव पर है। अगर रालोद यहां अपने को जीत दिलाने में सफल होती है और कल आने वाला नतीजा मदन भैया के पक्ष में जाता है तो निश्चित ही सूबे की राजनीति में जयंत और रालोद का कद बढ़ेगा।
अगर तीनों सीटों के उपचुनाव के नतीजे सपा -रालोद के खिलाफ आये तो दोनों ही दलों को अपने भविष्य की राजनीति पर मंथन व चिंतन करना होगा। स्व. नेताजी की विरासत को बचाने के लिये डिंपल यादव का चुनाव जीतना सपा के लिये बेहद जरूरी है। कुछ ऐसा ही हाल खतौली की सीट पर जयंत की रालोद का भी है। यहां की हार-जीत आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा महत्व रखती है। कई मायनों में भारतीय जनता पार्टी के लिए भी उपचुनाव के नतीजे बेहद अहम हैं। सत्तारूढ़ होते हुये जहां मैनपुरी व रामपुर जीतने की चुनौती भजपा के सामने है वहीं खतौली की सीट को बचाये रखना भी 2024 के समीकरणोंके लिये आवश्यक है। प्रदेश की तीनों सीटों पर हुए उपचुनाव को राजनीतिक दल ही नहीं सियासी पंडित भी आम चुनाव का सेमीफाइनल मान रहे हैं।